Bertha Benz: आजकल कार का इस्तेमाल ज़्यादातर लोग करने लग गए हैं और करें भी क्यों सर्दी, गर्मी, आंधी और बारिश सबसे जो बचाती है कार. कार लेकर हम कहीं भी पूरी फ़ैमिली के साथ जा सकते हैं. कार में सामान भी आ जाता है, जो कार आज लोगों की ज़िंदगी का अहम हिस्सा हो गई है, लेकिन शुरुआती दौर में न तो कोई इसे इस्तेमाल करना चाहता था और न ही इसकी बनावट आज जैसी थी. इसके अलावा, कार को चलाने वाली पहली महिला थी तो चलिए जानते हैं आख़िर कौन थीं वो महिला, जिन्होंने पहली बार कार चलाई थी?

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मर्सिडीज-बेंज़ कारों के संस्थापक कार्ल बेंज़ (Carl Benz) ने पहली काम के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कार बनाई थी, जिसे पेटेंट-मोटरवाहन मॉडल-III का नाम दिया गया था. इस कार में 4 नहीं, बल्कि 3 पहिए थे. कार्ल बेंज़ ने कार तो बना दी, लेकिन तीन साल बीतने के बाद भी एक भी गाड़ी नहीं बिकी, तब इनकी पत्नी बर्था बेज़ (Bertha Benz) ने बिना अपने पति की परमिशन के अगस्त 1888 को इस कार को 106 किलोमीटर तक अपने माता-पिता के घर चलाकर लेकर गईं.

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बर्था बेंज़ (Bertha Benz) का का मानना था कि, कार को बेचने का सबसे अच्छा तरीक़ा है जनता को नए वाहन का इस्तेमाल करके दिखाना लेकिन उनके पति सहमत नहीं थे इसलिए उन्होंने उनसे बिना पूछे कार को ड्राइव किया और कार चलाने वाली पहली महिला ड्राइवर बन गईं. इन्होंने Mannheim से Pforzheim तक ड्राइव की, जो उस समय अवैध था. कार में इनके साथ इनके दो बेटे रिचर्ड और यूज़ेन भी थी. कार चलाने वाली ही नहीं, बल्कि बर्था बेंज़ दुनिया की पहली लॉन्ग ड्राइव करने वाली महिला भी थीं.

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बर्था जब गाड़ी लेकर निकली तो उन्होंने अवरुद्ध ईंधन लाइन को अपनी पिन से साफ़ किया और गाड़ी को ठंडा करने के लिए पानी का ख़ूब इस्तेमाल किया. इन्होंने ईंधन के लिए रास्ते में एक केमिस्ट शॉप पर गाड़ी रोकी उसे दुनिया का पहला पेट्रोल पंप कहा जाता है. बर्था जब अपनी यात्रा पूरी कर चुकीं तो उन्होंने टेलीग्राम के ज़रिए कार्ल बेंज़ को अपनी यात्रा के सफल होने का संदेशा दिया. इना ये मिशन इसलिए था ताकि वो अपने पति को साबित कर सकें कि  बताया   कि ऑटोमोबाइल एक महत्वपूर्ण आविष्कार है. अगर इसमें परिवर्तन लाए जाएं तो इसमें सफलता मिल सकती है.

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बर्था की सफल हुई और कार की बिक्री में बढ़ोतरी हुई. इसके बाद, कार्ल बेंज़ ने Gottlieb Daimler के साथ मिलकर Mercedes-Benz की स्थापना की. आपको बता दें, बर्था ने जिस रास्ते पर दुनिया की पहली कार चलाई थी, उसे 2008 में ‘बर्था बेंज़ मेमोरियल रूट’ का नाम दे दिया गया था.

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अगर आपको लगता है कि पहली कार कार्ल बेंज़ ने बनाई थी तो ऐसा नहीं है पहली कार सन 1769 में Nicolas Joseph Cugnot ने बनाई थी, जो सेल्फ़ प्रोपेल्ड कार थी, जिसमें स्टीम इंजन लगा था.

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ग़ौरतलब है कि, कार्ल बेंज़ ने जो कार बनाई थी, वो दुनिया की पहली काम करने वाली कार थी.