Richa Kar Zivame: अरे! इस पर कुर्ता या दूसरा कपड़ा डाल दो, ऐसे खुले में फैला दी, कोई देखेगा तो क्या कहेगा? ये सब एक मिडिल क्लास परिवार में ब्रा या पेंटी के लिए कहा जाता है. बेचारी ब्रा और पेंटी के साथ इतना गंदा व्यवहार किया जाता है जैसे पता नहीं उसने कौन-सा परमाणु बम गिरा दिया हो. मगर जैसे-जैसे नई जेनेरेशन आ रही है वो ब्रा और पेंटी के साथ थोड़ा प्यार से व्यवहार करती है उसे भी बाकी कपड़ों की तरह अलमारी में जगह देती है. अब तो मार्केट में भी खुलेआम लड़कियां लेने लगी हैं. ऐसी ही एक लड़की हैं रिचा कर (Richa Kar), जिन्होंने Zivame ब्रांड की शुरुआत की. हालांकि, ये शुरुआत इतनी आसान नहीं थी क्योंकि ये सलवार-सूट या साड़ी की नहीं ब्रा-पेंटी की थी.

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आइए, Richa Kar के बारे में जानते हैं और ये भी जानते हैं कि उन्होंने Zivame ब्रांड की शुरुआत क्यों की?

Richa Kar Zivame

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रिचा जमशेदपुर की मिडिल क्लास फ़ैमिली में पली-बढ़ी हैं. इन्होंने बिट्स-पिलानी से अपनी पढ़ाई की है और साल 2007 में NMIMS से MBA पूरा किया. इसके बाद, इन्होंने German Provider Of Business Software Solutions SAP को बतौर Retail Consultant जॉइन किया. जहां वो Victoria’s Secret प्रोजेक्ट का हिस्सा रहीं और उन्हें इस प्रोजेक्ट के दौरान पता चला कि, भारत में महिलाएं महिलाएं स्टोर से इनरवियर की ख़रीदारी करने में असहज होती है.

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हालांकि, इनकी ज़िंदगी का टर्निंग पॉइंट Zivame ही रही. रिचा ने बचपन से महिलाओं की इन समस्या को बड़े ग़ौर से देखा कि उन्हें अंडरगारमेंट्स लेने में कितनी समस्या होती है. बस इसी समस्या का समाधान निकालते हुए साल 2011 में रिचा ने अपने दोस्तों और फ़ैमिली से 35 लाख रुपये की धनराशि लेकर zivame.com की शुरुआत की. इसमें इनकी मां ने अपनी सारी जमा पूंजी रिचा को दे दी.

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इस शुरुआत में सबसे बड़ी विरोधी रिचा की मां थीं क्योंकि उन्हें बस उन ‘चार लोगों’ का डर था, जो लड़कियों को कुछ भी नहीं करने देते और दिखते भी नहीं है. इनकी मां का भी यही रोग ‘क्या कहेंगे लोग’, लेकिन रिचा ने किसी की परवाह नहीं की और अपने दिल की सुनकर महिलाओं को Zivame का गिफ़्ट दिया.

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रिचा ने लड़कियों ने एक ऐसी सर्विस की शुरुआत की, जहां वो अपने बिना किसी से शर्माए अपने लिए बेझिझक अपनी पसंद के अंडरगारमेंट ऑनलाइन ख़रीद सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो,

रिचा के इस बिज़नेस के बारे में सुनकर उनकी मां को ये चिंता हो गई कि वो अपनी फ़्रेंड्स को क्या बताएंगी कि मेरी बेटी ब्रा ओर पैंटी बेचती है तो वहीं उनके पिता को समझ ही नहीं आ रहा था कि वो करना क्या चाहती है?

हालांकि, रिचा ने अपनी मां को अपने अडिग फ़ैसले को समझने पर मजबूर कर दिया. अपनी मेहनत, लगन और दृढ़ता के चलते आज वो करोड़ों की मालकिन हैं.

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रिचा के बिज़नेस का लोगों ने बहुत मज़ाक उड़ाया फिर भी रिचा ने किसी की नहीं सुनी और करोड़ों का बिज़नेस खड़ा कर दिया. एक इंटरव्यू के दौरान रिचा ने बताया था कि,

मैं जब अपने ऑफ़िस के लिए जगह ढूंढ रही थी तो मैंने अपने लैंडलॉर्ड को पूरा सच नहीं बताया उन्हें सिर्फ़ आधा सच बताते हुए ये कहा कि, मैं ऑनलाइन कपड़े बेचने का काम कर रही हूं. इस आधे सच के साथ मुझे ऑफ़िस के लिए स्पेस मिला. Zivame के लिए पेमेंट गेटवे हासिल करना भी चुनौतीपूर्ण था.

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रिचा को अपना पहला ग्राहक इंदौर से मिला, जिसे अपने 7000 रुपये के बजट में अंडरगारमेंट्स ख़रीदने थे. Zivame की नेटवर्थ आज 749 करोड़ रुपये है और ऑनलाइन लॉन्जरी स्टोर में क़रीब 5 हज़ार से ज़्यादा लॉन्जरी स्टाइल के साथ 50 ब्रांड और 100 साइज़ उपलब्ध हैं.

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रिचा के पास आज 200 से अधिक लोगों की टीम है और बड़े-बड़े इन्वेस्टर्स भी. वर्तमान मे इनकी कंपनी का रेवेन्यू सालाना 300 % की दर से बढ़ रहा है. रिचा का नाम 2014 में Fortune India की ‘अंडर 40’ लिस्ट में भी शमिल किया गया था. परिस्थितियों का डटकर मुक़ाबला करने वाली रिचा आज हर लड़की के लिए प्रेरणा हैं.