Success Story of Ruma Devi Fashion Designer in Hindi: किसी ने बिल्कुल सही कहा है कि, “बड़ा संघर्ष बड़ी सफलता का इतिहास रचता है.” अगर आपको जीवन में कुछ पाना है, तो संघर्ष ज़रूरी है. ऐसी ही कहानी राजस्थान की रूमा देवी की ही, जिनका एक लंबा सफ़र संघर्ष में बिता, 8वीं तक ही पढ़ाई की, लेकिन हुनर और कड़ी मेहतन के दम उन्होंने एक बड़ा मुकाम हासिल किया. आज वो एक सफल महिला हैं, जिन्होंने हज़ारों महिलाओं को सशक्त बनाया है.
आइये, इस ख़ास लेख में विस्तार से जानते हैं रूमा देवी की संघर्ष (Success Story of Ruma Devi Fashion Designer) की कहानी.
बचपन में ही मां का साया छीन गया
Success Story of Ruma Devi in Hindi: आज रूमा देवी एक सफल महिला हैं, लेकिन उनका जीवन उतना आसान नहीं था. रूमा देवी का जन्म राजस्थान के बाड़मेर में एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था. उनका जीवन बचपन से ही संघर्ष से भरा रहा. बचपन में ही उनके ऊपर से मां का साया छीन गया. उनके पिता ने दूसरी शादी कर ली और उन्हें चाचा के पास छोड़ दिया. आठ भाई-बहनों में बड़ी रूमा देवी पर मानों पहाड़ टूट पड़ा हो.
इन सब कारणों की वजह से रूमा देवी सब 8वीं तक पढ़ पाईं. कम उम्र में ही उन्होंने घर का सारा काम सीखा. वहीं, कम उम्र में ही उनकी शादी हो गई थी. ससुराल में भी मुसीबत कम नहीं हुई. आर्थिक तंगी वहां भी लगी रही. इस दौरान उनका बच्चा बीमार पड़ गया और पैसों की तंगी की वजह से उसका इलाज न हो सका और उसकी मौत हो गई. रूमा देवी ने ठान लिया कि अब वो अपने पैरों पर खड़ी होंगी.
हुनर ने बदली किस्मत बनीं फ़ैशन डिज़ाइनर
रूमा देवी ने मात्र 8वीं तक पढ़ाई की थी, लेकिन उनके पास हुनर था. वो कढ़ाई-बुनाई का काम कर लिया करती थीं. फिर क्या था वो Gramin Vikas Evam Chetna Sansthan नाम के एनजीओ से जुड़ी गईं और बहुत ही जल्द कढ़ाई में उस्ताद रूमा देवी सभी की चहेती बनी गईंं. 2010 में रूमा देवी को उस एनजीओ का अध्यक्ष बना दिया गया.
आज रूमा देवी आज एक सफल फ़ैशन डिज़ाइनर हैं, जिनकी डिज़ाइन किए कपड़े न सिर्फ़ देश बल्कि विदेश तक जाते हैं. रूमा देवी के डिज़ाइन किए कपड़ों को लंदन, सिंगापुर, कोलंबो व जर्मनी में भी दिखाया जा चुका है.
अन्य महिलाओं को किया सशक्त
Success Story of Ruma Devi in Hindi: साल 2015 में रूमा देवी को ‘राजस्थान हेरिटेज वीक’ में जाने का अवसर मिला, जहां उनके डिज़ाइन किए हुए कपड़े पहनकर इंटरनेशनल फ़ैशन डिज़ाइनर अब्राहम एंड ठाकुर और भारत के फ़ेमस डिज़ाइनर हेमंत त्रिवेदी के मॉडल्स ने रैम्प वॉक किया. वहीं, उनके साथ ख़ुद रूमा देवी और उनसे जुड़ी महिलाएं रैंप पर उतरीं. आज रूमा देवी से क़रीब 22 हज़ार महिला कारिगर जुड़ी हैं यानी उन्होंने ख़ुद को सशक्त बनाया और अन्य महिलाओं को भी अपने पैरों को खड़ा होने का मौक़ा दिया.
पहुंची हावर्ड यूनिवर्सिटी
Success Story of Ruma Devi in Hindi: रूमा देवी की मेहनत और उनके हुनर को देखते हुए Harvard University ने उन्हें लेक्चर के लिए आमंत्रित किया था. ये न सिर्फ़ रूमा देवी के लिए बल्कि देश के लिए गर्व की बात है.
साल 2018 में रूमा देवी को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों नारी शक्ति अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था. वहीं, रूमा देवी केबीसी में भी आ चुकी हैं.