एक सवाल ‘अगर किसी लड़की का रेप होता है, तो किसकी ग़लती होती है?’ 


इसका वैसे तो एक ही जवाब है ‘रेपिस्ट की’ और सभी को ये बात दिमाग़ में बैठा भी लेनी चाहिए. हालांकि सच्चाई इससे विपरीत है. सभ्य समाज के कई लोगों का ये मानना है कि रेप किसी का रेप ‘उसके छोटे कपड़ों की वजह से होता है.’ 

कुछ दिनों पहले गुरुग्राम के एक मॉल में एक आंटी ने चिल्ला-चिल्लाकर यही बात कही थी. और तो और आंटी के इस विचार का समर्थन कई लोगों ने किया था. सभ्य समाज के कई मनुष्यों को लगता ही कि रेप छोटे कपड़ों की वजह से होता है. 

तो महिलाएं ख़ुद को रेप से कैसे बचाएं? जवाब आसान है, ‘ढंग के कपड़े पहनकर’. 


ऐसे कपड़े पहनो, जिनसे रेपिस्ट रेप न करें! एक Website रेप-प्रूफ़ साड़ियां बेच रही है. 

‘Super Sanskari Saree‘ पर ऑफ़िस से लेकर Beach Look तक, हर तरह की साड़ी उपलब्ध है. वेबसाइट खोलते ही ये शब्द दिखते हैं,  

‘Rape-Proof Clothing For Objects Who Want To Be Treated Like Women’ 

‘रेप-प्रूफ़ कपड़े ऐसी चीज़ों के लिए, जो चाहते हैं कि उन्हें औरतों जैसा समझा जाए.’ 

‘साड़ियों का दाम’ प्रस्तावित Donation Amounts हैं और इस वेबसाइट ने एक Fundraising Website से पार्टनरशिप भी की है.   

‘Ambitious Nari Saree’ 500 रुपए में, Sanskari-Item Number Saree 100 रुपए में, Sun-skari Beach Saree 200 रुपए में मिल रही है. जिन महिलाओं की उम्र ढल रही है उनके लिए 50 रुपए में ‘Loungewear Saree’ है. छोटी बच्चियों के लिए ‘Acchi Bacchi Saree’ है 1000 रुपए में. 


वेबसाइट पर इन साड़ियों का विशलेषण कुछ यूं किया गया है-

‘सुपर संस्कारी साड़ियां Anti-Rape तकनीक से बनाया गई है जो कि कुछ भारतीयों के मुताबिक महिलाओं को रेप से बचाएगा. लालची नज़रों और ज़बरन आने वाले Penis से ख़ुद को बचाने के लिए इन साड़ियों का प्रयोग करें. क्योंकि जब कुछ दिखेगा ही नहीं, तो रेप कैसे होगा?’ 

News 18 के मुताबिक, Boston की Content Writer, तन्वी तंडन इस वेबसाइट की Co-founder हैं. इस वेबसाइट ने समाज के कई लोगों के मतों का ख़याल रखते हुए ‘Rape Proof’ साड़ियां बनाई हैं.  


इस वेबसाइट के पीछे दिमाग़ है चार लोगों का- BBDO Chicago में कॉपीराइटर अनीश, सीनियर आर्ट डायरेक्टर Miklas Manneke और Associate Creative Director James Barkley. 

News 18 से बातचीत में तन्वी ने कहा कि ‘आंटी के वीडियो’ और उनका समर्थन करनेवालों को देखकर ही उन्हें इस वेबसाइट का आईडिया आया. 

हमें लगा व्यंग्य से ही Victim Blaming जैसे संगीन अपराध के बारे में बात की जा सकती है. ये उस तरह की सोच पर कटाक्ष है, न कि Sexual Assault के सर्वाइवर्स का मज़ाक है. 

-तन्वी तंडन

ये वेबसाइट उन लोगों पर कटाक्ष करती है जिन्हें लगता है कि कपड़े रेपिस्ट को आकर्षित करते हैं.