International Women’s Day 2021: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने लोगों को कई तरह से चोट पहुंचाई है. मानसिक और आर्थिक तौर पर भी. ये वो समय था जब बहुत से लोग बेरोज़गार हो गए, किसी का बिज़नेस ठप हो गया तो किसी की नौकरी चली गई.

ऐसे में घर तो चलाना ही था तो कमाने की कमान भी महिलाओं ने संभाल ली. आज Women’s Day के मौके पर हम आपको ऐसी ही कुछ महिलाओं के बारे में बताएंगे जिन्होंने कोरोना काल में घर भी संभाला और नए बिज़नेस के ज़रिये परिवार को आर्थिक रूप से सपोर्ट भी किया और ज़माने को बता दिया कि विमेन किसी से कम नहीं.

1. संगीता देवी 

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संगीता जी बिहार के भागलपुर ज़िले की रहने वाली हैं. लॉकडाउन में उनके पति का बिज़नेस ठप हो गया. तब इन्होंने घर चलाने के लिए मशरूम की खेती करनी शुरू कर दी. अब इनका बिज़नेस खूब फल-फूल रहा है. ये दूसरे लोगों की भी रोज़गार दे रही हैं. यही नहीं इन्हें सफ़ल कारोबारी का अवॉर्ड भी मिला है. 

2. चंदवतपुर गांव की महिलाएं 

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गोंडा के चंदवतपुर गांव की 12 महिलाओं ने कोरोना काल में अगरबत्ती और नमकीन बनाने का बिज़नेस शुरू किया. इन सब के पतियों का काम भी बंद हो गया था. इसलिए महिलाओं ने समूह बनाकर बिज़नेस शुरू कर दिया. अब पूरे ज़िले में इनकी चर्चा हो रही है. 

3. नम्रता पारिख

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कोरोना जब पीक पर था तो सैनिटाइज़र की किल्लत हो गई. ऐसे में नम्रता ने अपने पति के साथ मिलकर Sanitab नाम की टैबलेट बनाई जो पानी में घूलने के बाद सैनिटाइज़र बन जाती थी. इसे देश और विदेश में ख़ूब सराहा गया. 

4. चित्रांगदा गुप्ता 

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चित्रांगदा और उनकी नानी लॉकडाउन के बीच दिल्ली में फंस गए. तो इन्हें घर में बोरियत होने लगी. तो दोनों ने मिलकर होम मेड मोमो बेचने शुरू कर दिए. इनके किचन का नाम है Boju’s Kitchen. ये हिट रहा है और अब ये एक सफ़ल बिज़नेस बन चुका है. 

5. निशा नटराजन 

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इन्होंने कोरोना काल में Down to Earth नाम से एक पोर्टल की शुरुआत की. यहां वो होम मेड इको-फ़्रेंडली होम और पर्सनल केयर प्रोडक्ट बेचने लगी. ये व्यवसाय चल निकला और इन्होंने जॉब छोड़ पर्मानेंट ये बिज़नेस करना शुरू कर दिया. 

6. रंकी गोस्वामी 

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इन्होंने कोरोना काल में SuRHeal नाम की App लॉन्च की. इसकी मदद से वो लोगों की बीमारियां ठीक कर रही हैं. ये शास्तीय संगीत पर आधारित App है. राग पर आधारित ये App लोगों के लिए काफ़ी फ़ायेदमंद साबित हो रही है. 

7. पूजा ढींगरा 

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पेस्ट्री शेफ़ पूजा ढींगरा मुंबई में एक कैफ़े चलाती थीं. लेकिन कोरोना काल में रेस्टोरेंट बंद तो इनका बिज़नेस भी बंद हो गया. तब उन्होंने देखा कि सब लोग घर पर ही बेकिंग कर रहे हैं. इससे पूजा ने Dipkies नाम के स्पेशल कूकीज़ बनाकर बेचना शुरू की. लोगों को ये बहुत पसंद आई और अब ये इनका नया बिज़नेस बन गया है. 

8. पल्लवी भारद्वाज 

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इन्होंने Save Well Being नाम की एक हेल्दी फ़ूड की मार्केट प्लेस शुरू की है. इसके ज़रिये वो लोगों तक कीटनाशक मुक्त ऑरगेनिक फ़ूड लोगों तक पहुंचा रही हैं. जन्मजात हृदय दोष से पीड़ित पल्लवी पिछले एक दशक से ऑर्गेनिक डाइट पर हैं. 

सच में महिलाएं किसी से कम नहीं होतीं. इसी बात पर दुनिया की हर महिला को दिल से बोलो Happy Women’s Day!