ग्लोबलाइज़ेशन के इस दौर में हर कोई ग्लोबल होना चाहता है, मगर बिना पासपोर्ट के ये पॉसिबल नहीं हो सकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए वर्तमान सरकार ने अनोखी पहल शुरु की. अब देश के नागरिक डाकघरों से भी पासपोर्ट बनवा सकते हैं, वो भी सरल प्रक्रिया के तहत. इस प्रक्रिया में महज 15 दिन लगेंगे. आइए, पूरी प्रक्रिया को आसानी से समझते हैं.

पासपोर्ट के लिए आवेदकों को अब पासपोर्ट ऑफिस के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा. विदेश मंत्रालय ने डाकघरों को आउटसोर्सिंग के रूप में पासपोर्ट बनाने की मंजूरी दे दी है. दरअसल, विदेश मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद डाकघरों को एक महीने में हाईटेक करने का काम शुरू हो जाएगा. जिसे 'पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र' कहा जाएगा.
यह रहेगी प्रक्रिया
शुरुआत में इस प्रक्रिया को गुजरात और कर्नाटक के दो पोस्ट ऑफिस केंद्रों से शुरु किया जाएगा. देश में इस तरह का पहला प्रयास है. अगर यह सफ़ल हो जाता है, तो इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा.
गौर करने वाली बात ये है कि देशभर में 89 पासपोर्ट सेवा केंद्र हैं. वहीं भारत सरकार हर साल तकरीबन डेढ़ करोड़ आवेदकों को पासपोर्ट जारी करती है. यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इससे निपटने के लिए सरकार ने इस तरह की व्यवस्था शुरु की.