बेंगलुरू और ट्रैफ़िक के बीच एक अटूट रिश्ता है. ट्रैफ़िक से बच निकलने का एक अति नायाब तरीका पेश किया सॉफ़्टवेयर इंजीनियर, रूपेश वर्मा ने.

सारे बंधन तोड़कर, लोग क्या कहेंगे इस विचार को त्याग कर, रूपेश घोड़े पर बैठ कर ऑफ़िस पहुंचे. रूपेश की नौकरी का ये आख़िरी दिन भी था.

वाह भैया! नौकरी ख़त्म करने का क्या तो तरीका निकाला आपने!

रूपेश अपनी IT की नौकरी से बोर और बेंगलुरू के ट्रैफ़िक से त्रस्त हो गए थे . बाइक त्याग कर घोड़े पर बैठ कर भी रूपेश 7 घंटे में दफ़्तर पहुंचे.

The News Minute की रिपोर्ट के अनुसार ये IT मानव सुबह 7 बजे घर से निकला और दोपहर 2 बजे दफ़्तर पहुंचा. देखते ही देखते घोड़े पर बैठे इस Techie की तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो गई.

न चाहते हुए भी वायरल हो चुके रूपेश ने कहा,

मुझे नहीं पता था कि ये वायरल हो जायेगा. मेरी नौकरी का आख़िरी दिन था और मैं बेंगलुरू के ट्रैफ़िक से तंग आ चुका था. यहां का ट्रैफ़िक कुछ यूं है कि आप एक ही जगह पर 30-40 मिनट तक रुके रह जाते हो. हम IT Resources का इस्तेमाल कर इस समस्या का हल निकाल सकते हैं. जब हम दुनिया की बड़ी से बड़ी समस्या का हल निकाल सकते हैं, तो फिर ट्रैफ़िक का क्यों नहीं?

रूपेश ने 8 साल पहले IT Sector Join किया था और अब वो अपना Start Up शुरू करना चाहते हैं. इसके अलावा भारतीय सेना से जुड़ने की भी इच्छा है इस Ex-IT Geek की.

नौकरी के लास्ट डे को यादगार बनाना तो कोई इनसे सीखे!