सोशल मीडिया पर अपने दिन-रात बिताने वाले महारथियों ने भुवन बाम का नाम तो सुना ही होगा. नाम नहीं सुना, तो BB Ki Vines के वीडियो देखे होंगे. भुवन बाम ने इस बार भी कुछ शेयर किया है, लेकिन ये कोई वीडियो या गाना नहीं, बल्कि अपनी फ़ैमिली के बारे में एक पोस्ट है. इस पोस्ट में भुवन ने दो भाइयों के रिश्ते कि ऐसी बारीकियों को पकड़ा है, जिससे हर कोई रिलेट करेगा.
अपने भाई के साथ भावुक रिलेशनशिप की ये दास्तां भुवन ने ह्युमन्स ऑफ़ बॉम्बे नाम के एक फ़ेसबुक पेज पर शेयर की है. चलिए भुवन की जुबानी उनके बड़े भाई की कहानी सुन लेते हैं.
मेरा भाई मेरी प्रेरणा है
मेरा बड़ा भाई अमन मेरी प्रेरणा है. वो शुरू से ही एक अच्छा बेटा, स्टूडेंट और बड़ा रहा है. पायलट बनना उसका सपना था. हम उसे आकाश में उड़ते हुए देखना चाहते थे. इस तरह वो फ़िलीपीन्स पहुंचा, यहां से पायलट बनने की ट्रेनिंग लेकर वापस इंडिया आया. लौटने के दूसरे दिन से ही वो नौकरी की तलाश में लग गया.
एक रात ने सबकुछ बदल कर रख दिया
लेकिन एक रात सबकुछ बदल गया. उस रात वो अपने दोस्तों के साथ कहीं बाहर गया था. जब आधी रात तक वो नहीं लौटा, तो मन में बुरे-बुरे ख़्याल आने लगे और अगले ही पल घर के बाहर एक कार आई, जिसमें मेरा भाई लहू-लुहान लेटा था. उसका भयानक एक्सिडेंट हुआ था, हम उसे तुरंत हॉस्पिटल ले गए. किसी तरह उसकी जान बचाई जा सकी. ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने कहा कि अमन के घुटने ठीक होने में बहुत समय लगेगा.
अमन डिप्रेशन में चला गया
मैं ईश्वर को मन ही मन अपने भाई की जान बचाने के लिए धन्यवाद कर रहा था. भाई की घायल अवस्था को देखते हुए ये किसी चमत्कार जैसा लग रहा था. साथ में ये दुख भी था कि अब मेरे भाई का सपना अधूरा रह जाएगा. मेरा भाई अब उदास रहने लगा, जबकि उसके दोस्त पायलट बन रहे थे. अपनी लाचारी के कारण वो डिप्रेशन में चला गया और शराब भी पीनी शुरू कर दी.
लोग भुवन और अमन की तुलना करने लगे थे
इस बीच मैंने अपने भाई के दर्द को करीब से महसूस किया. तब तक मैं यू-ट्यूब पर छा चुका था. हमारे घर जो भी कोई आता, यही कहता छोटा तो कामयाब हो गया, न जाने अमन का क्या होगा. लोगों के ये कमेंट उसे Failure के जैसा महसूस कराते थे. पता नहीं क्यों लोग उसकी तुलना मुझसे करते रहते थे. क्यों हर किसी को एक ही चश्मे से देखने की कोशिश करते हैं?
ख़ुद को साबित किया मेरे भाई ने
फिर एक दिन अचानक वो उठ खड़े हुए, अपने सारे कागजात इक्कठे किए और कई एयरलाइन कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन कर दिया. इस बार उनकी किस्मत ने भी साथ दिया और उनका सेलेक्शन हो गया. मेरा भाई 2 महीने की ट्रेनिंग के लिए गया और पायलट बनकर ही लौटा. हमने पिज्ज़ा पार्टी की. इस दिन को मैं आज तक भुला नहीं पाया हूं.
मेरा सुपरमैन
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मुझे अपने भाई पर हमेशा गर्व था, लेकिन जिस दिन वो पायलट बन गया उस दिन मेरी नज़रों में उसकी इज्ज़त और बढ़ गई. एक ऐसा शख़्स जिसकी ज़िंदगी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई हो, उसे फिर से समेटना और एक नया मुकाम हासिल करना, ये कोई सुपरमैन ही कर सकता है. इसीलिए वो मेरा सुपरमैन है, जो अब उड़ भी सकता है.
अमन वाकई में एक सुपरमैन हैं, जिस तरह से उन्होंने तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए अपना सपना पूरा किया, वो किसी को भी प्रेरित करने के लिए काफ़ी है.