हाल ही में बरमूडा ट्राएंगल के पास अमेरिका के चार लोग लापता हो गए हैं. इनमें न्यूयॉर्क की एक प्रभावशाली महिला भी शामिल थी. 52 साल के पायलट के साथ ही जेनिफ़र ब्लूमिन इस विमान में अपने दो बच्चों के साथ सवार थीं. ये विमान बरमूडा ट्राएंगल के पास से गुज़रने के दौरान गायब हो गया था, जिसकी भीषण जांच के बावजूद इसका कुछ पता नहीं चल पाया.

लेकिन ऐसा पहली बार नहीं है. बरमूडा ट्राएंगल पिछले कई दशकों से अपने रहस्यमयी अंदाज़ की बदौलत Urban Legend बन चुका है. कई विमानों और पानी के जहाज़ों के अस्तित्व के राज़ ये जगह आज भी अपने अंदर समेटे हुए है. पिछले कुछ सालों में यहां कई ऐसी घटनाएं घटी हैं, जहां विमान और शिप रहस्यमयी अंदाज़ में गायब हो चुके हैं और सालों जांच के बाद भी इन घटनाओं की गुत्थी सुलझाई नहीं जा सकी है.

फ़्लाइट 19, 1945

1945 में घटी इस घटना के बाद ही बरमूडा़ ट्राएंगल का रहस्य लोगों के बीच अपनी जगह बनाने लगा था.

5 दिसंबर 1945 को एक ट्रेनिंग मिशन के लिए ये विमान फ्लोरिडा से रवाना हुआ था. विमान में 14 लोग सवार थे. इस ग्रुप को फ्लाइट इंस्ट्रक्टर चार्ल्स टेलर लीड कर रहे थे.

फ्लाइट में 14 क्रूमैन कुछ मेसेज भेजने के बाद एकाएक लापता हो गए. उसी दिन इस विमान को ढूंढने 13 एयरमैन और मरीन का जत्था गया था, लेकिन अमेरिकी प्रशासन उस समय हैरत में पड़ गया, जब ये लोग भी लौट कर वापस नहीं आ पाए.

हॉलीवुड की मशहूर साइंस फिक्शन फ़िल्म Close Encounters of the Third Kind की प्रेरणा भी इसी त्रासदी से ली गई थी.

USS Cyclops, 1918

USS Cyclops एक विशालकाय कैरियर शिप था, जो प्रथम विश्व युद्ध में अमेरिकन आर्मी को ईंधन पहुंचाने के काम आता था. 1918 में इस शिप में 309 लोग सवार थे और इसमें काफ़ी सामान भी मौजूद था.

बाल्टीमोर से बारबा़डोस जाने के लिए निकला ये शिप जब अपने गंतव्य नहीं पहुंचा, तो जांचकर्ताओं ने इस शिप के रूट को कई बार तलाशने की कोशिश की, लेकिन काफ़ी प्रयासों के बाद भी इस शिप का नामोनिशान तक नहीं मिला. इसी रूट पर 1941 में Cyclops के दो और शिप भी गायब हुए थे.

फ़्लाइट 441, 1954

1954 में फ्लाइट 441 पुर्तगाल के एक द्वीप Azores के लिए रवाना हुआ था. इस विमान में 42 यात्री सवार थे, जिनमें नेवी ऑफ़िसर्स और उनकी फ़ैमिली भी शामिल थी.

इस विमान के साथ प्रशासन का लगातार कम्युनिकेशन जारी था, लेकिन 11.30 बजे अचानक ही फ्लाइट 441 के साथ संपर्क टूट गया.

ये विमान उस दौरान समुद्र से 400 मील दूर था, लेकिन इसके बावजूद इस प्लेन में बैठे लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया. फ़्लाइट 441 की त्रासदी को बरमूडा ट्राएंगल के सबसे बड़े रहस्य में भी शुमार किया जाता है

Trislander, 2008

2008 में एक विमान Santiago से होते हुए न्यूयॉर्क के लिए रवाना हुआ. इस विमान में 12 लोग सवार थे. फ्लाइट को रवाना हुए 35 मिनट ही बीते थे कि ये रडार से ओझल हो गया. विमान को ढूंढने के लिए एक बड़ा ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन न तो विमान और न ही यात्रियों का कुछ पता लग पाया.

फ़्लाइट डीसी-3, 1948

Puerto Rico से Miami जा रही इस फ़्लाइट में 26 लोग सवार थे. जब ये प्लेन एयरपोर्ट से 50 मील दूर था, तब रेडियो पर लैंडिंग के विषय में पायलट की प्रशासन से बात भी हुई थी. हालांकि मंज़िल से महज 20 मिनट की दूरी पर इस प्लेन का एयर कंट्रोल विभाग से संपर्क टूट गया और कई पूर्व घटनाओं की तरह ही ये विमान भी गायब हो गया. इस घटना के बाद दक्षिण फ्लोरिडा के पास ही ऐसी दो और घटनाएं घट चुकी हैं.

एसएस मरीन सल्फ़र क्वीन, 1963

1963 में 39 क्रू मेंबर्स बिना किसी नामोनिशान के इस शिप से गायब हो गए थे. 524 फ़ीट वज़नी ये कैरियर शिप, टैक्सास से फ़रवरी 2 को रवाना हुआ था, लेकिन 4 फ़रवरी को इसे लापता घोषित कर दिया गया.

Mary Celeste, 1872

Mary Celeste नाम का एक पानी का जहाज़ इटली से न्यूयॉर्क के लिए 1872 में रवाना हुआ था. एक महीने बाद ये शिप बरमूडा ट्राएंगल से सही सलामत बरामद हुआ.

हैरानी की बात ये थी कि शिप में मौजूद सभी लोग लापता थे, लेकिन उनका सारा सामान सही सलामत रखा हुआ था. इस जहाज़ में मौजूद लोगों का आज तक पता नहीं चल पाया और इस रहस्यमयी वारदात को आज तक भी सुलझाया नहीं जा सका है.

Witchcraft, 1967

1967 में Witchcraft नाम के केबिन क्रूज़र का मालिक Miami की Shoreline पर क्रिसमस लाइट्स देखना चाहता था. हैरानी की बात ये थी कि ये शिप तट से महज एक मील ही दूर था लेकिन 1200 स्क्वायर मील जांच करने के बाद भी इस बोट का कुछ पता नहीं चल पाया.