इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में ‘स्पाइडर सीज़न’ चल रहा है. अब आप सोच रहे होंगे कि स्पाइडर सीज़न क्या है? तो बता दें कि इन दिनों ऑस्ट्रेलिया में हर जगह सफ़ेद ही सफ़ेद दिखाई दे रहा है. ऐसा लग रहा है मानों वहां बर्फ़बारी हुई हो, लेकिन ऐसा नहीं है. जिसे लोग बर्फ़ समझ रहे हैं, वो दरअसल मकड़ियों के जाले हैं. ये जाले इतनी अधिक मात्रा में बनाये गए हैं कि दूर से देखने पर लगेगा कि ऑस्ट्रेलिया में बर्फ़बारी की शुरुआत हो चुकी है.
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया में हर साल ठीक इन्हीं दिनों मकड़ियां अत्यधिक मात्रा में दिखाई देने लगती हैं. धरती हो या पेड़-पौधे हर जगह आपको बस मकड़ियां ही दिखाई देंगी. ये मकड़ियां इतनी अधिक मात्रा में जाले बना रही हैं कि हर कोई इनसे परेशान है. जिसकी वजह से कई पेड़ पौधों को भी नुकसान हो रहा है और लोगों को सांस लेने में भी दिक्क़तों का सामना करना पड़ रहा है.
1- मकड़ियां चली हिमालय दर्शन पर
2- डॉगी नेट प्रैक्टिस करता हुआ
3- आज तो गन्ना चूसकर, निकालेंगे जूस
4- क्यों खा गए न धोखा? ये बर्फ़ नहीं मकड़ियों के जाले हैं
5- पेड़ की सफ़ेद जड़ों को देखा है कभी?
6- ये तो कीड़े-मकोड़ों के लिए झूलने वाला झूला बन गया
7- बर्फ़ की शक्ल में फ़ैला मकड़जाल
8- क्या धरती, क्या पेड़-पौधे हर जगह जाल ही जाल
9- इसे कहते हैं मकड़ियों का ज्वालामुखी
10- मकड़ियों की फ़ौज ने बॉर्डर को किया सीज़
11- यही है वो ख़ूंखार मकड़ी जिसने बुना है ये जाल
12- इसे देखकर ही डर लग रहा है
13- चलते हुए पानी को भी रोक देते हैं
14- पेड़ों की तो हालत ही ख़राब है
15- ऐसा नज़ारा फिर कहां मिलेगा?
16- चाहे जो भी हो ये दोनों पेड़ लग अच्छे रहे हैं
17- नज़ारा बड़ा शानदार है
18- ये शीशमहल नहीं, मकड़ महल है
19- इन छोटे पौधों का तो जीना मुश्किल हो गया है
20- जनाब ये हिमालय नहीं, मकड़जाल है
21- सबको घेर लो, कुछ भी बच ना पाए
22- अब मैं सुबह की चाय कहां बैठकर पिऊंगा?
23- कुछ यूं ढके हम, सिर से लेकर पांव तक
24- ये हसीं वादियां, मकड़जाल जो है बिछा
25- कभी देखी है ऐसी कलाकारी?
तो दोस्तों कैसी लगी आपको हमारी ये कोशिश ? अगर आप भी ये अद्भुद नज़ारा देखना चाहते हैं तो निकल पढ़िए ऑस्ट्रेलिया.