स्मार्टफ़ोन और इंटरनेट के ज़माने में युवा पीढ़ी का कॉमिक्स को लेकर उत्साह ख़ासा कम हुआ है लेकिन पिछली पीढ़ी में पैदा होने वाले कई लोग आज भी कॉमिक किरदारों और इनकी रोमांचक यात्राओं को नहीं भुला पाए हैं. भारत में 80 और 90 का दशक एक ऐसा दौर था, जब बच्चों और टीनेजर्स के लिए कॉमिक्स मनोरंजन के एक उभरते ज़रिए के रूप में सामने आया था. महानगरों के कई उच्च वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले बच्चे बैटमेन, सुपरमैन, फ़ैंटम जैसी कॉमिक के दीवाने थे, वहीं देश के कई हिस्सों में राज कॉमिक्स और डायमंड कॉमिक्स की तूती बोलती थी. नागराज, सुपर कमांडो ध्रुव, चाचा चौधरी, राका, साबू, परमाणु, डोगा, बांकेलाल जैसे कई किरदार 90 के दशक में बच्चों के लिए मनोरंजन का सबसे मज़ेदार साधन हुआ करते थे.
आइए जानते हैं इन मज़ेदार किरदारों के बारे में
चाचा चौधरी
चाचा चौधरी निर्विवाद रूप से भारतीय कॉमिक्स के सबसे लोकप्रिय चेहरों में से एक हैं. डायमंड कॉमिक्स के जनक प्राण ने चाचा चौधरी को साल 1971 में लॉन्च किया था. चाचा का दिमाग कंप्यूटर से भी तेज़ चलता था और इसी दिमाग के बलबूते वे समाज के कई मुद्दे सुलझाया करते थे. इसमें उनकी मदद के लिए साबू और उनका कुत्ता राकेट भी साथ होता था.
सुपर कमांडो ध्रुव
ध्रुव के माता-पिता एक सर्कस में काम करते थे. एक बार वहां आग लगने पर ध्रुव अपने मां-बाप को खो देता है. उसे बाद में मालूम पड़ता है कि वो एक सोचा समझा हमला था. शहर के कमिश्नर उसे अपना लेते हैं और अपने मां-बाप की मौत का बदला लेने के लिए वो ट्रेनिंग करने लगता है. अपने तेज़ दिमाग और कमाल की फुर्ती के सहारे ध्रुव राजनगर के अपराधियों की नाक में दम कर देता है. ध्रुव की अक्सर बैटमेन से भी तुलना की जाती है क्योंकि बैटमैन की तरह ही उसके पास भी कोई खास सुपरपावर नहीं है और वो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर अपने आपको सशक्त बनाता है. नागराज के साथ ही सुपर कमांडो ध्रुव राज कॉमिक्स के सबसे लोकप्रिय कैरेक्टर में शुमार है.
नागराज
1980 में राज कॉमिक्स ने नागराज के कैरेक्टर को लॉन्च किया था. भारत के कॉमिक इतिहास में नागराज एक ऐसा किरदार कहा जा सकता है जो सुपरमैन और स्पाइडरमैन जैसे कैरेक्टर्स को टक्कर दे सकता है. पिछले 25 सालों में नागराज, लुक्स और कहानी के मामले में भी बहुत बदला है. दुनिया भर के आतंकवाद को टक्कर देने वाले नागराज को अपने चाचा नागपाशा से ही ख़तरा है. सुपरमैन की तरह ही नागराज का दूसरा रूप भी है जो एक पत्रकार के रूप में काम करता है.
डोगा
डोगा को एक ख़तरनाक गैंगस्टर हलकान सिंह ने पाला-पोसा था. उसके साथ कुत्तों सा बर्ताव किया जाता था. डोगा ने अपने साथ होते व्यवहार को ही अपना हथियार बना लिया. वह कुत्तों की भाषा समझ सकता था. हलकान के घर से भागकर डोगा ने एक जिम में एंट्री ली जहां चार भाईयों ने उसे पनाह दी. इस जिम में डोगा ने अपनी कायापलट की और आक्रामकता का लबादा ओढ़ वह मुंबई के अपराधियों का काल बन गया. डोगा एक ऐसा किरदार है जिस पर अनुराग कश्यप भी फ़िल्म बनाने की बात कर चुके हैं लेकिन ये प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पाया था. डोगा और उसका दुश्मन काल पहेलिया केवल शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक स्तर पर भी एक दूसरे को तोड़ने की कोशिशों में लगे रहते हैं, इन दोनों की दुश्मनी में भी एक तरह की ईमानदारी थी. बैटमैन और जोकर की तरह ही डोगा और कालपहेलिया देसी कॉमिक्स की एक खास हीरो-विलेन जोड़ी है.
साधु
जेनसन एक ब्रिटेन के परिवार से ताल्लुकात रखता है. लेकिन एक करप्ट ऑफ़िसर जेनसन के परिवार की हत्या कर देता है. ये परिवार दरअसल भारत के साधुओं से प्रेरित था. कई सालों बाद, जेनसन इन्हीं साधुओं से ट्रेनिंग लेकर सुपरनेचुरल आर्ट सीख लेता है लेकिन जेनसन किंकर्तव्यविमूढ़ रहता है कि इन ताकतों का इस्तेमाल अपराधियों को सजा दिलाने मे करे या फिर विश्व शांति के लिए और इसी उधेड़बुन में उसकी ज़िंदगी आगे बढ़ती है.
शक्ति
चंदा को जब पता चलता है कि उसका पति उनकी बेटियों की गर्भ में ही हत्या कर रहा है तो वो गुस्से में काली मां के पास जाती है. काली मां उसे शक्ति में तब्दील कर देती है, जो महिलाओं के खिलाफ़ होने वाले अन्याय को मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है. शक्ति के कैरेक्टर को कई बार नागराज और ध्रुव की कॉमिक्स में भी देखा गया है.
भोकाल
भोकाल एक राजा का बेटा था जो पृथ्वी से परीलोक अपने माता-पिता की हत्या का बदला लेने जाता है लेकिन उसे बाद में पता चलता है कि उसके माता-पिता मनुष्य ही हैं और वो उन्हें ढूंढने की यात्रा पर निकल पड़ता है. वह जब-जब मुसीबत में होता है तो अपने महागुरू भोकाल को याद कर भोकाल असीम ताकतों का मालिक बन जाता है.
साबू
साबू दरअसल एक एलियन था जो ज्यूपिटर ग्रह से आता है. वह चाची के हाथ का स्वादिष्ट खाना खाने के बाद पृ्थ्वी पर ही रूकने का मन बना लेता है. वो हमेशा चाचा से वफ़ादारी निभाता था और जब भी उन्हें सुरक्षा की ज़रूरत पड़ती तो वो हमेशा उनके साथ होता है. साबू का गुस्सा बेहद भयंकर होता है और उसे जब भी गुस्सा आता है तो धरती पर कहीं न कहीं ज्वालामुखी फ़टता है. साबू और विलेन राका की भिडंत बेहद भयानक होती है. राका ने चूंकि वैद्य चक्रमाचार्य द्वारा दिया गया अमृत पी लिया था इसलिेए उसे मारना नामुमकिन होता है लेकिन साबू, चाचा चौधरी की मदद से उसे रोकने का रास्ता खोज निकालता है.
पिंकी
पिंकी एक पांच साल की लड़की थी. प्राण ने उन्हें 1978 में जीवंत किया था. पिंकी का किरदार अमेरिका के कॉमिक केरेक्टर डेनिस द मेनिस से प्रेरित था. डेनिस अपने पड़ोसी अंकल को बेहद परेशान करता था और अपने अंकल के साथ हुई इन शरारातों के लिए डेनिस को खूब डांट भी पड़ती है. पिंकी भी अपने पड़ोसियों के लिए बेहद परेशानी खड़ी करती है और इसी चुहलबाजी में कहानियां आगे बढ़ती है.
बांकेलाल
बांकेलाल भी राजकॉमिक्स के एक मशहूर और फ़नी किरदार के तौर पर स्थापित हो चुका है. बांकेलाल पूरी कोशिश करता है कि वह अपने राजा को ठिकाने लगा दे लेकिन हर बार स्थिति कुछ ऐसी बनती है कि राजा का नुकसान होने के बजाए उसका फ़ायदा हो जाता है और राजा इसका श्रेय बांकेलाल को देते हुए उसे हर बार किस करता है वहीं बांकेलाल हर बार अपनी चाल के फ़ेल होने पर मन मसोस कर रह जाता है.
गमराज
ट्रैजिडी किंग गमराज की ज़िंदगी में कोई न कोई ट्रेजिडी होती रहती थी. गमराज दरअसल यमराज का बेटा है और वो अपने पिता से पृथ्वी पर रूकने की इजाज़त मांगता है. यमराज उसे इसकी इजाज़त दे देता है साथ ही अपना खास भैंसा साथ भेज देता है ताकि गमराज को मुश्किलों में मदद की जा सके.