प्लेन से सफ़र करने का अपना अलग ही मज़ा है. एयरपोर्ट पर पहुंचते ही कुछ लोग अपने आप को किसी राजा-महाराजा से कम नहीं समझते.

फ्लाइट में बैठने के बाद और उसके उतरने तक आपको दुनिया भर की जानकारी दी जाती है. सीट की पेटियां कैसे बांधनी हैं, बाहर का तापमान कितना है, प्लेन में गड़बड़ी हो जाए, तो क्या करना चाहिए. हवाई सफ़र की ये सारी बातें तो आपको पता ही होंगी, लेकिन कुछ ऐसी ज़रूरी बातें हैं, जो एयरलाइन्स हमसे छिपा कर रखती हैं. कमाल की बात ये है कि फ्लाइट से कई बार सफ़र करने के बाद भी, हम एयरलाइन्स की लुका-छिपी के इस खेल को पकड़ नहीं पाते. अगर आप भी फ्लाइट से सफ़र के शौकीन हैं, तो नींद से जाग जाइए और इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़िए.

1. यात्रियों से ज़्यादा पावर गेट एजेंट के पास होती है

बोर्डिंग एरिया में प्रतीक्षा के दौरान गेट पर खड़े एजेंट की नज़रें आप पर टिकी होती हैं. इनके पास यात्रियों का बोर्डिंग पास कैंसल करने से लेकर उनकी सीट बदलने तक का अधिकार होता है. अगर कोई यात्री नशे में या फिर किसी से बुरा बर्ताव करते नज़र आता है, तो उसकी सीट बदल दी जाती है. अगर आपको भी कभी अपनी सीट बदली हुई नज़र आए, तो समझिएगा दाल में कुछ काला ज़रूर है.

2. फ्लाइट लेट होने पर सबसे ज़़्यादा गुस्सा एयर होस्टेस को आता है

उड़ान भरने की जितनी जल्दी आपको होती है, उससे कई गुना ज़्यादा जल्दी एयर होस्टेस को होती है. दरअसल, जब तक प्लेन उड़ान नहीं भरेगा, तब तक एयर होस्टेस को उनकी सैलरी नहीं मिलेगी. एयर होस्टेस को सैलरी घंटों के हिसाब से दी जाती है, यानि जितने घंटे वो काम करेंगी, उन्हें उतनी ही सैलरी मिलेगी. जब किसी कारण फ्लाइट Delay होती है और आप अपनी एयर होस्टेस से पानी और चाय की डिमांड करते हैं, तो उस वक़्त वो कस्टमर को फ़्री सेवा दे रही होती है.

3. प्लेन की चीज़ें उतनी साफ़-सुथरी नहीं होती, जितना आप और हम सोचते हैं

अगर आपको सफ़ाई का कीड़ा है, तो ये जान कर आपको हैरानी होगी कि महीनों तक प्लेन की सफ़ाई ढंग से नहीं की जाती है. ऊपरी सफ़ाई तो हर फ्लाइट के बाद होती है, लेकिन डीप क्लीनिंग करने में एयरलाइन्स समय लगा देती हैं. तो अगली बार चौंकिएगा नहीं अगर आपको अपनी सीट के पीछे खाने के टुकड़े या सर्विंग ट्रे में चाय, कॉफ़ी यहां तक कि उलटी के दाग दिख जाएं तो.

4. प्लेन में साफ़-सफ़ाई के संसाधनों की कमी होती है

प्लेन के वॉशरूम से आने वाली बदबू को ख़त्म करने के लिए टी और कॉफ़ी बैग का इस्तेमाल किया जाता है. प्लने में साफ़-सफ़ाई के संसाधनों की कमी होने की वजह से फ़र्श को और हाथों को साफ़ करने के लिए वोडका का यूज़की जाती है.

5. फ्लाइट के लेट और रद्द होने का असली कारण नहीं बताया जाता

फ्लाइट के लेट या रद्द होने की वजह हम ख़राब मौसम को मानते हैं, लेकिन हकीकत में हर वक़्त ऐसा नहीं होता. दरअसल, उड़ान भरने से पहले फ्लाइट को मिनिमम क्रू मेंबर की ज़रूरत होती है. क्रू मेंबर की कमी के कारण, फ्लाइट लेट या फिर रद्द हो जाती है. कभी-कभी सुरक्षा के कारणों से भी ऐसा किया जाता है.

6. फ्लाइट के अंदर एयर होस्टेस के लिए सीक्रेट लग्ज़री रूम बने होते है

ज़्यादातर हवाई सफ़र की समय सीमा लंबी होती है, ऐसे में एयर होस्टेस को आराम की ज़रूरत पड़ती है. इसीलिए फ्लाइट के अंदर एयर होस्टेस के लग्ज़री रूम बने होते हैं. इन कमरों में कंबल से लेकर एटंरटेंमेंट तक की सारी सुविधाएं उपलब्ध होती हैं.

7. सफ़र के दैरान फ़ोटो खींचने पर पाबंदी होती है

सुरक्षा कारणों की वजह से प्लेन में फ़ोटो खींचने पर मनाही होती है. सोशल मीडिया पर फ़ोटो डालने से प्लेन की Information लीक होेने का ख़तरा होता है.

8. हवाई सफ़र के दौरान फ्लाइट का खाना खाने से बचना चाहिए

फ्लाइट में मिलने वाले खाने में सोडियम और चीनी की मात्रा अधिक होती है. इसी वजह से ये खाना आपकी हेल्थ के लिए नुकसानदायक होता है.

9. Flight Attendance इमरज़ेंसी मेडिकल सेवा में ट्रेन की जाती हैं

आपातकालीन स्थिति में Flight Attendant मेडिकल ट्रीटमेंट करने में सक्षम होती हैं. इसके लिए बकायदा उन्हें मेडिकल ट्रेंनिग दी जाती है. दुर्घटना के दौरान Flight Attendant को किसी को भी मृत घोषित करने का अधिकार नहीं होता.

10. यात्रा के दौरान Turbulence की वजह से हो सकता है नुकसान

यात्रा के दौरान आपको सीट बेल्ट बांधने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इस दौरान Turbulence के कारण आपको ख़तरनाक चोट पहुंच सकती है. 

Source : cosmopolitan