इतिहास में दर्ज दुनिया के 10 सबसे ख़तरनाक तूफ़ान, जिन्होंने मचाई थी भयंकर तबाही

Nripendra

कहते हैं कि प्रकृति जब अपना प्रकोप दिखाती है, तो हर जगह तबाही का मंज़र नज़र आता है. इतिहास गवाह है कि यह पृथ्वी कई बड़ी प्राकृतिक आपदाओं को झेल चुकी है, जिसमें लाखों की संख्या में लोग मारे गए और भयंकर तबाही मची. इसी क्रम में हम आपको दुनिया में अब तक के 10 सबसे ख़तरनाक चक्रवाती तूफ़ानों के बारे में बताने जा रहे हैं, जब प्रकृति ने अपना विकराल रूप दिखाया. ये तूफ़ान ऐसे थे, जिनके बारे में सोचकर रूह तक कांप जाती है.   

1. 1942 का बांग्लादेश साइक्लोन  

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यह चक्रवाती तूफ़ान बांग्लादेश में 1942 में आया था. इसने यहां भयंकर तबाही मचाई थी. जानकारी के अनुसार इस तूफ़ान ने 70 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से बाग्लादेश की पूर्वी तट को निशाना बनाया था. माना जाता है इसमें लगभग 61 हज़ार लोगों की जान गई थी और लगभग 3 हज़ार घर तबाह हुए थे.   

2. साइक्लोन नरगिस   

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यह तूफ़ान 2008 में म्यांमार में आया था. इस तूफ़ान ने म्यांमार के अय्यरवाडी डेल्टा क्षेत्र को तबाह कर दिया था. जानकारी के अनुसार इस तूफ़ान ने लगभग 2.4 मिलियन लोगों को प्रभावित किया था. वहीं, इसमें लगभग 84,500 लोग मारे गए और 53,800 लोग लापता हो गए थे.   

3. साइक्लोन 02B  

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यह तूफ़ान 1991 में बांग्लादेश में आया था. इसे भी अब तक के सबसे भयंकर तूफ़ानों की श्रेणी में रखा जाता है. ये 29 अप्रैल 1991 को चटगांव के दक्षिण-पूर्वी तटीय क्षेत्र में पहुंचा था. इस तूफ़ान की रफ़्तार 155 मील प्रति घंटा बताई जाती है. इसने भी भयंकर तबाही मचाई. इस साइक्लोन में लगभग 1 लाख 35 हज़ार से भी ज़्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई थी. साथ ही लाखों की संख्या में लोग बेघर हुए थे.   

4. चटगांव चक्रवात (बांग्लादेश, 1897)  

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यह भयंकर तूफ़ान भी बांग्लादेश में आया था. इसने चटगांव शहर को अपना निशाना बनाया था. इस चक्रवाती तूफ़ान ने लगभग 1 लाख 75 हज़ार लोगों की जान ली थी. साथ ही साथ ही शहर के अधिकांश घरों को तबाह कर दिया था.   

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5. ग्रेट बैकरगंज  

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इस 1876 का बंगाल साइक्लोन भी कहते हैं. जानकारी के अनुसार, इस तूफ़ान में लगभग 2 लाख लोगों की जान गई थी. इसने बैकरगंज क्षेत्र को प्रभावित किया था. बता दें कि बैकरगंज, बरिशाल शहर का पुराना नाम है, जो अब बांग्लादेश की सीमा में आता है.   

6. कोरिंगा साइक्लोन   

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यह आंध्र प्रदेश के कोरिंगा नामक तटीय गांव में 25 नवंबर 1839 को आया था. इस तूफ़ान ने भयंकर तबाही मचाई थी. इसमें 3 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे. इसे भी दुनिया के सबसे ख़तरनाक तूफ़ान में गिना जाता है.   

7. 1970 का भोला साइक्लोन   

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यह तूफ़ान पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान में बांग्लादेश) में 11 नवंबर 1970 में आया था. इसे भी सबसे ख़तरनाक तूफ़ानों में गिना जाता है, जिसमें 5 लाख से ज्यादा लोगों की जान गई थी. जानकारी के अनुसार इस तूफ़ान की अधिकतम रफ़्तार 150 मील प्रति घंटा थी.   

8. हाइफोंग साइक्लोन   

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यह 8 अक्टूबर 1881 में वियतनाम में आया था. इसे भी अब तक के सबसे भयंकर तूफ़ानों में गिना जाता है. इसमें क़रीब 3 लाख लोगों की मौत हुई थी. माना जाता है कि इसने लगभग 22.8 बिलियन डॉलर का नुक़सान किया था. 

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9. हुगली रिवर तूफ़ान (1737)  

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इसे 1737 Calcutta Cyclone भी कहा जाता है. इसने 1 अक्तूबर 1737 को कोलकाता के नज़दीकी तटीय क्षेत्र में प्रवेश किया था. इसमें भी 3 लाख से ज्यादा लोगों की जान गई थी और साथ ही संसाधनों को भी बर्बाद किया था.   

10. टाइफ़ून नीना (1975)  

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इसे भी दुनिया के सबसे ख़तरनाक तूफ़ानों में गिना जाता है. इसमें करीब 2 लाख 29 हज़ार लोगों की जान गई थी. यह चीन के हेनान प्रांत में आया था.   

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