पूरी दुनिया का इतिहास हज़ारों युद्धों से भरा पड़ा है. इनमें से किसी को क्रूर योद्धाओं के लिए तो कुछ को बेतुकी वजहों के लिए हुई लड़ाई के बारे में जाना जाता है. युद्ध के दौरान जब भी कोई सेना हार जाती या फिर उसे लगता कि वो हार जाएगी तो सफ़ेद झंडे को फहराकर युद्ध विराम और आत्मसमर्पण का संदेश दिया जाता था.
ऐसा आजकल भी किया जाता है. मगर क्या आप जानते हैं कि कैसे सफ़ेद झंडा युद्ध विराम और आत्मसमर्पण का प्रतीक बन गया. इतिहास की गलियों से आज हम आपके लिए इस सवाल का जवाब तलाश कर लाए हैं.
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Punic Wars में हुआ था इस्तेमाल
रोमन इतिहासकार Tacitus के अनुसार, Punic Wars के दौरान रोम के सैनिकों ने भीषण तबाही को रोकने के लिए सफ़ेद ऊन और जैतून की टहनियों का प्रयोग किया था. बहुत से दूसरे इतिहासकारों का मानना है कि किसी साम्राज्य पर जब आक्रमण होता था तो कई बार युद्ध को रोकने के लिए सफ़ेद झंडे का इस्तेमाल किया जाता था. आत्मसमर्पण और युद्ध विराम के रूप में सफ़ेद झंडे का इस्तेमाल 69 ईस्वी में Cremora की दूसरी लड़ाई में भी हुआ था.
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चीन में हुआ था पहली बार इस्तेमाल
मगर इससे पहले चीन में भी सफ़ेद झंडे के इस्तेमाल के साक्ष्य मिलते हैं. इसका पहली बार इस्तेमाल चीन के हान राजवंश में पहली शताब्दी में हुआ था. तब युद्ध को रोकने के लिए सफ़ेद झंडे का इस्तेमाल किया गया था. यही नहीं प्राचीन काल से ही चीन में किसी की मृत्यु हो जाने पर सफ़ेद रंग के कपड़े पहने जाते हैं. किसी के अंतिम संस्कार में वहां पर सफ़ेद कपड़े पहनने का चलन आज भी जारी है.
क्यों करते हैं सफ़ेद झंडे का ही प्रयोग
इसलिए हो सकता है कि प्राचीन चीन के सैनिकों ने युद्ध में अपनी हार की पीड़ा को दर्शाने के लिए ही सफ़ेद रंग के झंडे का प्रयोग किया हो. इतिहासकारों का कहना है कि इसका इस्तेमाल क्यों किया जाता है इसकी कोई ठोस वजह तो नहीं पता, लेकिन एक खाली बैनर युद्ध के मैदान में लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए उचित था. इसलिए संभवत: सफ़ेद झंडे का इस्तेमाल किया जाता था.
20वीं सदी में Geneva Conventions की बैठकों में सभी प्रकार के झंडों के इस्तेमाल को संहिताबद्ध किया गया था. इसमें ये भी कहा गया है कि कोई भी सेना झूठा आत्मसमर्पण और दुश्मन पर घात लगाकर हमला करने के लिए सफ़ेद झंडे का इस्तेमाल नहीं कर सकती.
आपको तो पता चल गया युद्ध में कब और क्यों सफ़ेद झंडे का इस्तेमाल होता है, अब इसे अपने दोस्तों से भी शेयर कर दो.