बड़ा दिलचस्प है ‘मोहम्मद अली जिन्ना’ और ‘Britannia’ का संबंध. आप भी जानिए

Nripendra

भारतीयों के लिए ‘Britannia’ कोई नया नाम नहीं है. यह भारत की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है. बच्चों से लेकर बूढ़ों तक में ब्रिटानिया ब्रांड ने ख़ास जगह बनाई है. वहीं, बिस्कुट से लेकर केक व ढेरों प्रोडक्ट यह कंपनी बनाते आई है. कई कंपीटीटर्स होने के बावज़ूद ब्रिटानिया अधिकांश भारतीयों की पसंदीदा ब्रांड बनी हुई है. 

वैसे इस लेख में हम आपको ब्रिटानिया के प्रोडक्ट के बारे में नहीं बल्कि इससे जुड़ी एक दिलचस्प बात बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आपको शायद ही पता हो. जानकर हैरानी होगी कि ब्रिटानिया कंपनी भारत विभाजन के लिए जिम्मेदार सबसे मुख्य व्यक्ति ‘मोहम्मद अली जिन्ना’ से भी संबंध रखती है. कैसे, यह हम आपको इस लेख में बताएंगे. 

भारत की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक  

business-standard

भारत के आज़ाद होने से पहले देश में कई कंपनियां स्थापित हुईं, जिनमें से कई समय के साथ बंद हो गईं, जबकि कई कंपनियों का अस्तित्व आज भी बरक़रार है. इनमें एक नाम ब्रिटानिया का भी शामिल है. इसकी स्थापना 1892 में की गई थी. वहीं, इसका मुख्यालय कोलकाता में बनाया गया था.     

मात्र 295 रुपए से हुई शुरुआत   

socialsacmosa

आपको जानकर हैरानी होगी कि 295 रुपए की लागत के साथ 1892 में एक कुटीर उद्योग के रूप में इस कंपनी की शुरुआत हुई थी. बाद में इसे गुप्ता ब्रदर्स के ख़रीद लिया था और उन्होंने इसे V.S. Brothers के नाम से चलाया. वहीं, 1918 में गुप्ता ब्रदर्स के साथ C.H Holmes नाम का एक अंग्रेज़ी बिज़नेसमैन पार्टनर के रूप में जुड़ गया और कंपनी का नाम बदलकर ‘ब्रिटानिया बिस्कुट कंपनी’ रख दिया गया.    

forbesindia

कहते हैं कि 1978 में कंपनी से अपने शेयर आम जनता के लिए खोल दिए थे, जिस वजह से यह पूर्ण रूप से भारतीय कंपनी बनने में सफल हो पाई. बाद में इसका नाम ‘Britannia Industries Limited’ रख दिया गया. वर्तमान में इस कंपनी की बागडोर ‘वाडिया ग्रूप’ के पास है. कंपनी के चेयरमैन नुस्ली वाडिया हैं.  

द्वितीय विश्व युद्ध में कराई बिस्कुटों की आपूर्ति  

history

आपको जानकर हैरानी होगी कि ब्रिटानिया कंपनी ने द्वितीय विश्व के दौरान अंग्रेज़ी सैनिकों के लिए बिस्कुटों की आपूर्ति की थी. उस समय भारत पर अंग्रेज़ों का शासन था. बिस्कुटों की आपूर्ति का काम कंपनी ने कई सालों तक जारी रखा.   

ये भी पढ़ें : जानिए द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान की यह तस्वीर क्यों बन गई जापान में ‘शक्ति का प्रतीक’  

‘जिन्ना’ के साथ ब्रिटानिया का संबंध   

britannica

जैसा कि हमने ऊपर बताया कि ब्रिटानिया कंपनी के चेयरमैन नुस्ली वाडिया हैं. वहीं, आपको जानकर हैरानी होगी कि नुस्ली वाडिया के नाना ‘मोहम्मद अली जिन्ना’ थे. जिन्ना की बेटी दीना जिन्ना ने पारसी उद्योगपति नेविल वाडिया (नुस्ली वाडिया के पिता) से शादी की थी. है न दिलचस्प कहानी.   

ये भी पढ़ें : मोहम्मद अली जिन्ना की तीन बेशक़ीमती चीज़ें जिन्हें वो पाकिस्तान न ले जा सके

जिन्ना थे शादी के विरोध में   

ndtv

बता दें कि मोहम्मद अली जिन्ना अपनी बेटी दीना जिन्ना के इस फ़ैसले के सख़्त ख़िलाफ़ थे. वो नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी किसी ग़ैर-मुस्लिम से शादी करे. इस मसले को लेकर बाप-बेटी के बीच काफ़ी बहस भी हुई थी, लेकिन दीना जिन्ना अपने फ़ैसले पर अडिग थीं. वैसे बता दें कि जिन्ना के पत्नी (रत्तनबाई) पारसी थीं और उन्होंने धर्म बदलकर जिन्ना से निकाह किया था.  

आपको ये भी पसंद आएगा
बदलने जा रहा है ‘इंडियन एयरफ़ोर्स’ का नाम! क्या होगा नया नाम? जानिए इसके पीछे की असल वजह
जानते हो ‘महाभारत’ में पांडवों ने कौरवों से जो 5 गांव मांगे थे, वो आज कहां हैं व किस नाम से जाने जाते हैं
Ganesh Chaturthi 2023: भारत में गणपति बप्पा का इकलौता मंदिर, जहां उनके इंसानी रूप की होती है पूजा
ये हैं पाकिस्तान के 5 कृष्ण मंदिर, जहां धूमधाम से मनाई जाती है जन्माष्टमी, लगती है भक्तों की भीड़
क्या आप इस ‘चुटकी गर्ल’ को जानते हैं? जानिए कैसे माउथ फ़्रेशनर की पहचान बनी ये मॉडल
लेह हादसा: शादी के जोड़े में पत्नी ने दी शहीद पति को विदाई, मां बोलीं- ‘पोतों को भी सेना में भेजूंगी’