जग्गा गुर्जर : वो नाम जिससे कभी थर-थर कांपता था पूरा ‘लाहौर’ और देता था ‘जग्गा टैक्स’

Nripendra

पाकिस्तान की आतंकी और राजनीतिक घटनाओं से अलग यहां कई दिलचस्प क़िस्से भी मौजूद हैं. एक ऐसा ही क़िस्सा हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं, जो न सिर्फ़ दिलचस्प है बल्कि काफ़ी फ़िल्मी भी है. लेकिन, इसके लिए हमें पाकिस्तानी इतिहास के पन्ने पलटने होंगे. माना जाता है कि पाकिस्तान में ऐसा ऐसा भी शख़्स हुआ, जिसके नाम से कभी पूरा लाहौर थर-थर कांपता था और इसके नाम से टैक्स वसूला जाता था. आइये, जानते हैं इस क्या थी पूरी कहानी.    

जग्गा गुर्जर  

gujjarpersonalities

उस शख़्स का नाम था जग्गा गुर्जर. कहते हैं कि पाकिस्तान के इतिहास में एक समय ऐसा भी आया जब इस नाम का पाकिस्तान के अन्य इलाक़ों के साथ पूरे लाहौर में दबदबा था. वहां के व्यापारी और लोगों को डराने के लिए बस जग्गा का नाम ही काफ़ी होता था.     

मोहम्मद शरीफ़ से जग्गा गुर्जर   

youtube

जग्गा गुर्जर का असली नाम मोहम्मद शरीफ़ बताया जाता है. कहते हैं उसके जीवन में ऐसी घटना घटी जिसने उसे बदमाश बनने के लिए मजबूर कर दिया था. पहले वो भी एक शराफ़त की ज़िंदगी बसर कर रहा था. जानकारी के अनुसार, कभी किसी मेले में जग्गा के भाई माखन गुर्जर का उस समय के कुख़्यात बदमाश ‘अच्छा शोकरवाला’ से झगड़ा हो गया था. जिसके बाद 1954 में माखन गुर्जर की हत्या कर दी गई थी. 

उस समय जग्गा मात्र 14 वर्ष का था. कहते हैं कि भाई की हत्या के ठीक 8 दिन बाद जग्गा ने अपने भाई के क़ातिल को मौत के घाट उतार दिया था.   

जाना पड़ा जेल    

bbc

हत्या के आरोप में जग्गा को जेल जाना पड़ा. लेकिन, जेल में आने के बाद उसे एक बड़ी हक़ीक़त के बारे में बता चला कि उसके भाई माखन गुर्जर का असली क़ातिल ‘अच्छा शोकरवाला’ है. शोकरवाला ने ही किसी दूसरे बदमाश के हाथों उसके भाई को मरवाया था. 

ये भी पढ़ें : भारत-पाक बंटवारे के बाद ऐसे 10 मौके, जब पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी  

जेल में हत्या की योजना   

dnaindia

कहते हैं कि जैसे ही जग्गा को पता चला कि उसके भाई का असली हत्यारा ‘अच्छा शोकरवाला’ है, तो उसने जेल में ही उसकी हत्या की योजना बना डाली थी. जग्गा के आदमियों ने दो बार शोकरवाला पर हमले किये, जिसमें शोकरवाला गंभीर रूप से घायल हुआ और उसके दो आदमी मारे गए थे. हालांकि, वो जग्गा के हाथों मारा गया कि नहीं, इससे जुड़ी सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है.    

जग्गा टैक्स   

mandalnews

कहते हैं कि जेल से रिहा होने के बाद जग्गा ने अपना एक गिरोह बनाया और जबरन लाहौर के कसाई समुदाय से टैक्स वसूलना शुरू कर दिया. कहते हैं कि वो एक बकरे की ख़रीद पर एक रुपए वसूला करता था. लोगों में जग्गा के नाम का इतना खौफ़ था कि कोई भी उसे टैक्स देने से मना नहीं करता था. बाद में इस जबरन वसूली को ‘जग्गा टैक्स’ नाम दे दिया गया.   

बाकी गुंडों से थोड़ा अलग  

bbc

जानकार कहते हैं कि उसकी कुछ बातें उसे बाकी बदमाशों से अलग बनाती थी. जैसे वो जो पैसा वसूला करता था उसमें एक हिस्सा वो ग़रीबों और विधवाओं में बांट दिया करता था.   

जग्गा की मौत   

indiatoday

जग्गा गुर्जर 1968 में हुई एक पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. दरअसल, वो अपनी मां से मिलने गया था. इसी बीच पुलिस की एक टुकड़ी ने जग्गा और उसके एक साथी घेर लिया और जवाबी फ़ायरिंग में जग्गा और उसका साथी मारा गया. कहते हैं कि उसके शव को देखने के लिए काफ़ी भीड़ उमड़ गई थी और उसके जीवन पर कई फ़िल्में भी बनीं.  

ये भी पढ़ें : क्या आप जानते हैं पाकिस्तान के ये Top 6 एक्टर्स एक फ़िल्म के लिए कितने पैसे लेते हैं?   

आपको ये भी पसंद आएगा
बदलने जा रहा है ‘इंडियन एयरफ़ोर्स’ का नाम! क्या होगा नया नाम? जानिए इसके पीछे की असल वजह
जानते हो ‘महाभारत’ में पांडवों ने कौरवों से जो 5 गांव मांगे थे, वो आज कहां हैं व किस नाम से जाने जाते हैं
Ganesh Chaturthi 2023: भारत में गणपति बप्पा का इकलौता मंदिर, जहां उनके इंसानी रूप की होती है पूजा
ये हैं पाकिस्तान के 5 कृष्ण मंदिर, जहां धूमधाम से मनाई जाती है जन्माष्टमी, लगती है भक्तों की भीड़
क्या आप इस ‘चुटकी गर्ल’ को जानते हैं? जानिए कैसे माउथ फ़्रेशनर की पहचान बनी ये मॉडल
लेह हादसा: शादी के जोड़े में पत्नी ने दी शहीद पति को विदाई, मां बोलीं- ‘पोतों को भी सेना में भेजूंगी’