चाचा शेक्सपियर ने कहा था कि नाम में क्या रखा है? लेकिन जिस समय शेक्सपियर ने ये बात कही थी, उस समय परिस्थितियां दूसरी रही होंगी. आज के समय में तो नाम में ही सब कुछ रखा है.
अब उदाहरण के लिए इन फ़िल्मों के नाम ही देख लीजिए. इनके नाम में ही इतना कुछ रखा है कि फ़िल्म देखने की ज़रुरत ही नहीं है. आप नाम पढ़कर ही पूरा Enjoy कर सकते हैं.
1. मटरू की बिजली का मंडोला
इस मटरू की बिजली का मन ऐसा पंखा था, जो बिना बिजली के भी डोलता था.
2. दीवाना हूं पागल नहीं
सर, जो दीवाना होता है, वो एक दिन पागल हो ही जाता है.
3. भेड़ियों का समूह
नाम से धोखा मत खाइए, ये फ़िल्म नेताओं के ऊपर नहीं बनी थी.
4. सोने का दिल लोहे का हाथ
डॉ. मशहूर गुलाटी भी इस नाम को देख पूछेंगे ‘ऐसे नाम कौन रखता है भाई?’
5. घर में हो साली तो पूरा साल दीवाली
इस नाम को देखकर तो कहना ही पड़ेगा ‘हद कर दी आपने’.
6. जल बिन मछली नृत्य बिन बिजली
ऐसी शानदार तुकबन्दी करके फ़िल्म का नाम रखने वाले को छोटा-मोटा ऑस्कर तो मिलना ही चाहिए.
7. कुकु माथुर की झंड हो गई
फ़िल्म का तो पता नहीं, लेकिन फ़िल्म का टाइटल बहुत रियलस्टिक है. काफ़ी लोग इस टाइटल के साथ ख़ुद को जोड़कर देख सकते हैं.
8. लव शव ते चिकन खुराना
फ़िल्म का तो ठीक है, लेकिन पंजाब में किसी बंदे का ऐसा नाम रख दो, तो शाम तक वो दारू के साथ पेट के अंदर ही चला जाएगा.
9. अंधेरी रात में दिया तेरे हाथ में
भैया, ‘अश्लील है ये टाइटल’.
10. बढ़ती का नाम दाढ़ी
देखिए, इसे कहते हैं क्रिएटीविटी.
11. भटकती जवानी
बॉलीवुड अपने आप में सम्पूर्ण है. यहां पर आत्मा से लेकर जवानी तक, हर चीज़ भटकती है.
12. धोती लोटा और चौपाटी
धोती लोटा और खेत रखना चाहिए था, ज़्यादा सूट करता.
13. ग्यारह हज़ार लड़कियां
सल्लू भाईज़ान का स्वंयवर हो रहा है क्या?
14. डॉक्टर कोटनिस की अमर कहानी
कितने लोगों ने सुनी….मेरा मतलब देखी है ये अमर कहानी?
15. सस्ती दुल्हन महंगा दूल्हा
Single लोग कृपया ध्यान दें.
16. सलीम लंगड़े पर मत रो
एक सैल्यूट तो बनता है भाई के लिए. फ़िल्म का Message टाइटल में ही दे दिया.
17. मुर्दे की जान ख़तरे में
और इस टाइटल को देखकर साइंस ने भी दम तोड़ दिया.
18. दो लड़के दोनों कड़के
दोनों इंजीनियर होंगे बेचारे.
19. उम्र पचपन की दिल बचपन का
भाई अगर कोई बचपन वाले दिल को नहीं बदलवाएगा, तो वो दिल पचपन साल की उम्र में अपने आप थोड़े न बदल जाएगा.
20. इसकी टोपी उसके सर
फिर उसकी टोपी कहां गई भाई?
21. पाप को जलाकर राख कर दूंगा
बहुत अच्छे! ऐसे ही लोगों की आज ज़रूरत है.
22. मेरा पति सिर्फ़ मेरा है
अच्छा हुआ बता दिया, वरना लोग उसे पूरे मुहल्ले का पति समझ लेते.
23. क़सम पैदा करने वाले की
विद्या और मां क़सम छोड़कर, पैदा करने वाले की क़सम खाने वाले ही सही मायनों में Legends हैं.
24. दूल्हा बिकता है.
सिर्फ़ बिकता ही है न, सब्ज़ी तो नहीं बनती दूल्हे की?
25. मेंहदी बन गई खून
इस मेंहदी ने तो Chemistry की धज्जियां उड़ा दी.
26. एक से मेरा क्या होगा
भाई सब तू रख लेगा, तो दूसरों का क्या होगा?
27. Men Not Allowed
हैं! ये क्या बात हुई भाई?
28. Test Tube Baby
नाम से कन्फ़्यूज़न हो रहा है कि ये बॉलीवुड फ़िल्म है या फिर डॉक्यूमेंट्री?
29. कब तक चुप रहूंगी?
जब तक मुंह से कमला पसंद ख़त्म नहीं हो जाता.
30. अल्लाह मेहरबान तो गधा पहलवान
खरी बात!
हर दौर में फ़िल्मों के ऐसे अजीबोगरीब टाइटल रखकर दर्शकों को लुभाने की कोशिश की गई. कई बार निर्माता दर्शकों को लुभाने में सफ़ल हुए, तो कई बार दर्शकों ने सिर्फ़ टाइटल देखकर ही अपना मनोरंज़न कर लिया.