देश की राजनीति जनता पर किस कदर हावी है, ये जानने के लिये 8 फ़िल्में देख सकते हैं

Akanksha Tiwari

फ़िल्में सिर्फ़ हमारे एंटरटेनमेंट के लिये ही नहीं बनती, बल्कि ये समाज को आईना दिखाने का काम भी करती हैं. इसी मुद्दे को ध्यान में रखते हुए बॉलीवुड में अक़्सर राजनीति पर आधारित मूवीज़ बनाई जाती हैं. ताकि फ़िल्मों की कहानियों के ज़रिये जनता की दिक्कतों को उजागर किया जा सके. 

आइये जानते हैं Political Satire पर अब तक कौन-कौन सी फ़िल्में बनाई जा चुकी हैं: 

1. ‘जाने भी दो यारों’ 

‘जाने भी दो यारों’ एक डार्क कॉमेडी फ़िल्म थी. फ़िल्म के ज़रिये इंडियन सिस्टम और भ्रष्टाचार को उजागर किया गया था. फ़िल्म के मुख्य कलाकार नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, सतिश शाह और पकंज कपूर थे. 

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2. ‘जेड प्लस’ 

फ़िल्म का निर्देशन चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने किया था. फ़िल्म के मुख्य कलाकार मोना सिंह, मुकेश तिवारी, कुलभूष्ण खरबंदा और संजय मिश्रा थे. फ़िल्म की कहानी उस शख़्स के जीवन पर आधारित होती है, जो पुलिस, बीवी और मंहगाई से डरता है. 

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3. ‘पीपली लाइव’ 

2010 में आई इस फ़िल्म का निर्माण आमिर ख़ान ने किया था. ये मूवी उन लोगों की कहानी है, जो भारत के भीतरी इलाकों में रहते हैं. फ़िल्म दर्शकों को ख़ूब पसंद आई थी और बॉक्स ऑफ़िस पर अच्छा कलेक्शन भी किया था. 

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4. ‘क्या दिल्ली क्या लाहौर’ 

ये फ़िल्म हिंदुस्तान-पाक के विभाजन पर बनाई गई थी. फ़िल्म का मकसद लोगों को ये बताना था कि दो देशों के विभाजन से सबकी ज़िंदगी में क्या बदलाव आये थे. 

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5. ‘वेल डन अब्बा’ 

फ़िल्म का निर्देशन श्याम बेनेगल ने किया था, जिसके मुख्य कलाकार बोमन ईरानी और मिनिषा लांबा थे. फ़िल्म में सामाजिक मुद्दों को बाख़ूबी दर्शाने के लिये इसे नेशनल अवॉर्ड भी दिया गया था. 

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6. ‘सारे जहां से महंगा’ 

अंशुल शर्मा द्वारा निर्देशित 2013 में आई ये मूवी एक बॉलीवुड व्यंग्यात्मक फ़िल्म है. फ़िल्म की कहानी देश में बढ़ती महंगाई पर आधारित थी. 

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7. ‘भूतनाथ रिटर्न्स’ 

2014 में रिलीज़ हुई ‘भूतनाथ रिटर्न्स’ इलेक्शन पर आधारित थी. फ़िल्म में बोमन ईरानी ने एक ऐसे नेता का किरदार निभाया था, जो इलेक्शन को सर्कस की तरह समझता है. 

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8. ‘मोहल्ला अस्सी’ 

सनी देओल स्टाटर ‘मोहल्ला अस्सी’ काशीनाथ सिंह की किताब ‘काशी का अस्सी’ पर आधारित थी. फ़िल्म के ज़रिये ये बताने की कोशिश की गई है कि किस तरह नेता इलेक्शन जीतने के लिये जनता को गुमराह करके, उनका फ़ायदा उठाते हैं. 

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आपने इनमें से कौन-कौन सी फ़िल्म देखी है. अगर कोई रह गई है, तो जल्दी से देख लीजिये. अच्छी लगेंगी. 

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