Health Benefits Of Desi Ghee: भारतीय घरों में घी का इस्तेमाल जमकर किया जाता है. दाल में जबतक घी न पड़ा हो तब तक मज़ा ही नहीं आता है और घी चुपड़ी रोटी के तो क्या कहनें! कुल मिलाकर हम भारतीयों को घी खाने के बहाने चाहिए. मगर कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मोटे होने के डर से घी खान से बचते हैं, जबकि घी सिर्फ़ स्वाद को नहीं बढ़ाता है, बल्कि स्वस्थ रखने में भी मदद करता है. आयुर्वेद में घी (Cow Ghee Benefits In Ayurveda) को दवा माना गया है, जिसके सेवन से बड़े से बड़े रोग ख़त्म किए जा सकते हैं.
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Health Benefits Of Desi Ghee
बहुत से लोगों को लगता है घी खाने से मोटापा बढ़ता है या पेट निकल आता है, तो इन सब कयासों पर पूर्णविराम लगाने के लिए घी के फ़ायदे जानने बहुत ज़रूरी हैं.
ये रहे घी खाने के फ़ायदे (Health Benefits Of Desi Ghee)
1. वेट लॉस (Weight Loss)
घी का सेवन सीमित मात्रा में करने से वज़न नहीं बढ़ता है, क्योंकि घी में हेल्दी फ़ैट होता है, जो ख़राब फ़ैट को दूर कर वज़न कम करने में मदद करता है.
2. इम्यूनिटी (Immunity)
कोरोना आने के बाद से इम्यून सिस्टम का स्ट्रॉन्ग होना बहुत ज़रूरी है और देसी घी इम्यूनिटी को बढ़ाने में सबसे बेहतर माना जाता है इसलिए एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर घी के एक चम्मच का सेवन रोज़ ज़रूर करें.
3. कोलेस्ट्रोल (Cholesterol)
4. कब्ज़ (Constipation)
कब्ज़ हो जाने पर घी का सेवन करने से काफ़ी आराम मिलता है. रोज़ाना घी का सेवन करने से पेट संबंधी समस्याएं दूर होती हैं.
5. त्वचा (Skin)
घी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा को हेल्दी रखते हैं, जिससे त्वचा ग्लो करती है.
6. हड्डियों (Bones)
घी में विटामिन K 2 होता है, जो शरीर में कैल्शियम के सोर्स का काम करता है. इसलिए राज़ाना घी का सेवन करने से हड्डियां मज़बूत होती हैं.
7. कमज़ोरी (Weakness)
रोज़ाना एक गिलास दूध के साथ एक चम्मच घी का सेवन करने से शरीर की कमज़ोरी दूर होती है और थकान महसूस नहीं होती है.
8. माइग्रेन और सिर दर्द (Migraine And Headache)
माइग्रेन होने पर गाय के घी की 2 या 3 बूंदें नाक में डालने से माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है. इससे एकाग्रता भी बढ़ती है.
9. आंखें (Eyes)
रोज़ाना एक चम्मच घी में पिसी हुई काली मिर्च और शक्कर मिलाकर खाने से आंखों की रौशनी बढ़ती है. इसके अलावा, डार्क सर्कल होने पर, सूजन या जलन होने पर घी से आंखों की मालिश करने से काफ़ी राहत मिलती है.
नींद (Sleep)
11. कैंसर
घी में मौजूद Conjugated Linoleic Fatty Acid (एक तरह का Antioxidant) द्वारा कैंसर से बचा जा सकता है. 1991 में Roswell Park Cancer Institute ने शोध में पाया कि, ब्रेस्ट कैंसर रोकने में CLA दूसरे Fatty Acid से ज़्यादा कारगर है.
12. दर्द और सूजन
अगर कोई व्यक्ति गठिया के दर्द से ग्रसित है, तो घी के सेवन से एक हद तक आराम मिल सकता है. तेहरान यूनिवर्सिटी में 78 मरीज़ों पर किए गए एक क्लिनिकल ट्रायल में पाया गया कि घी से जोड़ों की सूजन कम होती है.
13. दिल
अगर आप नियमित रूप से देसी धी का सेवन करेंगे तो दिल की बीमारियां होने के कम आसार होते हैं.
14. Positivity
आयुर्वेद के अनुसार, घी सात्विक भोजन है. सात्विक खाने से व्यक्ति के अंदर Positivity आती है.
15. Flexibility
ऋषि-मुनि अपना खाना घी में ही बनाते थे, ऐसा सुना होगा. घी खाने से शरीर का लचीलापन बढ़ता है. स्फ़ूर्ति आती है.
देसी घी बनाया कैसे जाता है?
गांव में घी बनाने की एक लंबी प्रकिया अपनाई जाती है. इसके लिए पहले दूध को गर्म किया जाता है, जब उसका रंग हल्का गेंहुआ हो जाता है तब उसमें दही मिलाकर रात भर जमने के लिए एक मिट्टी के बर्तन में रख दिया जाता है. फिर सुबह उस दही को मथानी की मदद से बिलोकर उससे मक्खन तैयार करते हैं. ये वही मक्खन है जिसे भगवान कृष्ण चुरा कर खाते थे. इसीलिए तो उन्हें माखनचोर कहा जाता है. इस मक्खन को इकठ्ठा कर कड़ाही में तेज़ आंच पर पकाया जाता है. इस तरह तैयार होता है स्वादिष्ट और पौष्टिक घी. ये घी बहुत ही टेस्टी और हेल्दी होता है.
Processed घी कैसे बनता है?
Processed घी को बड़े स्तर पर मशीनों के द्वारा बनाया जाता है. कुछ लोग इसे दूध से तो कुछ दूध की मलाई से बनाते हैं. भले ही इनका प्रोसेस बहुत ही तेज़ होता है और एक ही दिन में सैंकड़ों लीटर घी तैयार हो जाता है, लेकिन देसी घी जैसा स्वाद इनमें कतई नहीं आता. न ही इसे पचा पाना आसान होता है.
घी कैसे बनता है और इसेक फ़ायदे (Health Benefits Of Desi Ghee) के बारे में जान लिया है तो अब आपको तय करना है कि कब से और कैसे घी का सेवन करना शुरू कर रहे हैं?