Success Story of TVS Group in Hindi: इंसान में जुनून हो, तो वो क्या नहीं कर सकता है. पूरे विश्व भर में आपको ऐसे ढेरों उदाहरण मिल जाएंगे, जब इंसान ने अपनी कड़ी मेहनत और कुछ कर दिखाने के जुनून के बल पर बड़ी से बड़ी सफलता अपने नाम की. इसमें एक नाम भारत की TVS कंपनी के संस्थापक को भी जाना जाता है, जिनका जन्म भले भारत पर अंग्रेज़ी हुकूमत के दौरान हुआ, लेकिन उन्होंने अपनी सोच को गुलाम नहीं होने दिया.
आइये, इस लेख में विस्तार से जानते हैं TVS कंपनी (Success Story of TVS Group in Hindi) की सफलता की कहानी.
टी वी सुंदरम अयंगर
Success Story of TVS Group in Hindi: हम जिस शख़्स की बात कर रहे हैं उनका नाम है टीवी सुंदरम अयंगर, जिन्होंने TVS Group की नींव रखी थी. T.V. Sundram Iyengar भारत के एक बड़े उद्योगपति और जिन्होंने ऑटोमोबाइल सेक्टर में क्रांति लाने का काम किया. उन्होंने उस वक़्त भारत में मोटरगाड़ी को चलाने का काम किया जब ये आम लोगों के लिए सपना मात्र था.
टीवी सुंदरम (Founder of TVS in Hindi) अयंगर का जन्म (22 मार्च 1877) गुलाम भारत के तमिलनाडु राज्य के तिरुनेलवेली शहर में हुआ था, जो उस दौरान मद्रास प्रेसीडेंसी के अंतर्गत आता था.
पिता चाहते थे बेटा वकील बने
T. V. Sundram Iyengar के पिता चाहते थे कि बेटा वकील बनें. इस बात का मान रखने के लिये उन्होंने कुछ समय तक वकालत की. वहीं, कहा जाता है कि उन्होंने रेलवे और बैंक में भी अपनी सेवा दी, लेकिन वो नौकरी में बंधकर नहीं रहना चाहते थे, इसलिए उन्होंने बिज़नेस की ओर रुख किया.
1911 में बस की शुरुआत
History of TVS in Hindi: टीवी सुंदरम अयंगर ने ऑटोमोबाइल सेक्टर में कदम रखा और 1911 में उन्होंने मदुरई में बस सेवा की शुरुआत की और T. V. Sundram Iyengar and Sons Limited की नींव रखी. इसके पीछे उद्देश्य ये था कि अयंगर चाहते थे कि ग्रामीणों को बस सेवा मिल सके. The Hindu की एक रिपोर्ट के अनुसार, टीवीएस की पहली बस मदुरै और देवकोट्टई के बीच चली. 64 मील के इस सफ़र की कीमत 4 रुपये थी, लेकिन इसके साथ मुफ़्त भोजन भी दिया गया था.
नौकरी छोड़ बिज़सेन में कदम रखना उस वक़्त एक बड़ा फै़सला था, क्योंकि उस दौरान अंग्रेज़ भारतीयों को शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी अपना गुलाम बनाने में लगे हुए थे. वहीं, आगे अयंगर की ये कंपनी टीवीएस ग्रुप के रूप में सामने आई.
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TVS गैस प्लांट की शुरुआत
Success Story of TVS Group in Hindi: एक बड़ी सोच के साथ टीवी सुंदरम अयंगर ने समय की मांग के साथ अपने बिज़नेस का विस्तार किया. जब द्वितीय विश्व के समय मद्रास प्रेसिडेंसी में पेट्रोल की कमी हो गई, तो सुंदरम अयंगर के बेटे टीएस कृष्णा ने कीमती पेट्रोल के बजाय चारकोल गैस के साथ बिजली वाहनों की मदद के लिए एक गैस संयंत्र का डिज़ाइन और विकास किया. उस समय टीवीएस ने गैस प्लांट की 12,000 यूनिट्स की बड़ी बिक्री की थी.
इसी तरह रबर की कमी को दूर करने और टायर बिलों को कम करने के लिए, टीवीएस ने पुदुकोट्टई में एक रिट्रेडिंग फ़ैक्ट्री खोली, जो फ़ोर्ड और शेवरले के लिए भी बेल्ट बनाती है. उस व्यवसाय ने सुंदरम इंडस्ट्रीज़ की शुरुआत को चिह्नित करने का काम किया.
वहीं, जब टीवीएस ने 1953 में जन्माष्टमी के दिन मदुरै में अपना नया मुख्यालय खोला, तो मद्रास राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री सी राजगोपालाचारी, तमिलनाडु कांग्रेस के प्रमुख के कामराज और वित्त मंत्री सी सुब्रमण्यम उपस्थित थे. उद्घाटन के अवसर पर त्रावणकोर के पूर्व दीवान सी.पी. रामास्वामी ने सुंदरम अयंगर की काफ़ी तारीफ़ की थी.
टीवीएस की कुछ उपलब्धियां
Achievements of TVS: वर्ष 1979 में टीवीएस समूह की कंपनी Sundaram-Clayton Ltd ने टीवीएस 50 मोपेड के निर्माण के लिए होसुर में मोपेड डिवीज़न की शुरुआत की.
1980 में TVS 50, भारत का पहला टू-सीटर मोपेड, दक्षिण भारत के तमिलनाडु के होसुर में कारखाने से निकला. जापानी ऑटो दिग्गज सुजुकी लिमिटेड के साथ तकनीकी सहयोग के परिणामस्वरूप 2017 में Sundaram-Clayton Ltd और Suzuki Motor Corporation के ज्वाइंट वेंचर हुआ. वहीं, मोटर साइकिलों का वाणिज्यिक उत्पादन 2018 में शुरू हुआ.
2016 में TVS ने BMW G310R का निर्माण शुरू किया, जो कि BMW और टीवीएस मोटर कंपनी द्वारा संयुक्त रूप से विकसित मोटरसाइकिल है. वहीं, दिसंबर 2018 में होसुर प्लांट जहां मोटरसाइकिल का निर्माण किया जाता है, ने अपनी 50,000वीं G310R श्रृंखला इकाई शुरू की.
6 दिसंबर 2017 को टीवीएस ने चेन्नई में इंवेट के दौरान अपनी Apache RR 310 मोटरसाइकिल लांच की.
तीसरी सबसे बड़ी टू-व्हीलर कंपनी
T. V. Sundram Iyengar 78 साल की उम्र में 28 अप्रैल 1955 को इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए और अपने पीछे छोड़ गए टीवीएस का एक बड़ा साम्राज्य.
कपनी की वेबसाइट के अनुसार, TVS मोटर भारत की तीसरी सबसे बड़ी 2-व्हीलर कंपनी है, जिसका राजस्व ₹18,217 करोड़ (2.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक) से अधिक है. इसकी 3 मिलियन से अधिक इकाइयों की वार्षिक बिक्री और 4.95 मिलियन से अधिक वाहनों की वार्षिक क्षमता है. टीवीएस मोटर 60 से अधिक देशों में निर्यात के साथ भारत में दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक भी है.
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