लॉकडाउन के दौरान सिर्फ़ ख़बरें ही नहीं, बल्कि इन 4 जर्नलिस्ट ने ज़रूरतमंदों तक मदद भी पहुंचाई

Kratika Nigam

पत्रकारिता, वो चौथा स्तंभ है, जो देश की प्रतिष्ठा, सच्चाई और सम्मान को अपने कंधों पर ढोती है. आज देश पर आए पुलिस, डॉक्टर्स, सामाजिक कार्यकर्ता के अलावा पत्रकार भी अहम भूमिका निभा रहे हैं. वो रेड, ग्रीन और ऑरेंज सभी ज़ोन की ख़बरें आप तक समय से पहुंचा रहे हैं. जहां सब घर पर हैं वो सड़कों पर निकलकर आपको सारी जानकारी दे रहे हैं. इतना ही नहीं ये पत्रकार समय-समय पर अपनी ड्यूटी से बढ़कर भी कुछ ऐसा कर रहे हैं, जो हमेशा याद रहेगा. इनके द्वारा किए सारे काम इंसानियत की मिसाल कायम कर रहे हैं. 

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ये हैं वो 4 जर्नलिस्ट, जिन्होंने ये नेक काम किए हैं.

1. BBC के पत्रकार सलमान रवि

सलमान ने ग्राउंड रिपोर्टिंग के दौरान एक प्रवासी मज़दूर को नंगे पैर देख अपने जूते दे दिए. इसके अलावा इन्होंने पुलिस की मदद से उनमें से कुछ के लिए आश्रय की व्यवस्था भी कराई. 

2. BSTV रिपोर्टर अजय कश्यप

हाल ही में बरेली में स्थानीय पुलिसवालों ने एक 12 साल के बच्चे को फल और सब्ज़ियां बेचने के चलते पीटा था.

बच्चा उस वक़्त अपने पिता के ठेले को संभाल रहा था. इस बच्चे को ख़ुश करने के लिए BSTV के रिपोर्टर, अजय कश्यप, केक और चॉकलेट लेकर उसके घर पहुंचे. 

3. भोपाल के पत्रकार और शोधकर्ता, रवि मिश्रा

भोपाल में और आसपास के एरिया में रवि COVID-19 के बाद हुए लॉकडाउन में फंसे ज़रूरतमंद लोगों को खाने की चीज़ें पहुंचाते हैं. पहले रवि ये काम ख़ुद के पैसों से करते थे, लेकिन वो जैसे-जैसे ज़्यादा लोगों तक पहुंच रहे हैं उन्हें ज़्यादा पैसों की ज़रूरत है. अगर आप रवि की मदद करना चाहते हैं तो आप उनके Instagram और Twitter पर उनसे संपर्क कर सकते हैं. 

4. The New Indian Express के पत्रकार, अश्विनी एम श्रीपद

अश्विनी उन किसानों की मदद कर रहे हैं, जिनकी फसलें लॉकडाउन के दौरान उपजी हैं और उन्हें बेचने में दिक्कत हो रही है. अश्विनी उन्हें बिकवाने में किसानों की मदद कर रहे हैं. 

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