भगवान श्री कृष्ण के ये विचार बताते हैं कि आज भी जीवन की सफ़लता का सार भगवत गीता में ही है

Shankar

युगों-युगांतर से ऐसा माना जाता है कि जीवन में सफ़लता पाने के लिए कर्म ही सबसे पहला और बड़ा रास्ता है. इसलिए श्रीमद्भगवद्गीता में भगवान कृष्ण ने कहा है कि इंसान को फल की इच्छा किये बगैर कर्म करना चाहिए. याद रहे, ज़िंदगी तनाव, दुखों और परेशानियों से तभी तक भरी है, जब तक आप ज़िंदगी के मूल को समझ नहीं लेते. ये बात भी सच है कि अब लोगों को लगने लगा है कि इस जीवन का कोई मोल नहीं और ये निरर्थक है. शायद इसीलिए वे ज्ञान की सारी बातें भूल और कर्म के पथ से भटक कर ऐसे बहुत से निरर्थक कर्म करने लगते हैं, जो उनकी ज़िंदगी के लिए परेशानियों का सबब बन जाता है.

अगर सच में आप अपने जीवन को सफ़ल बनाना चाहते हैं और ज़िंदगी को बिना किसी तनाव और परेशानी से जीना चाहते हैं, तो एक बार भगवान कृष्ण के इन विचारों पर खुद विचार कीजिए और अपना कर देखिये. जीवन सफ़ल और एकदम आनंदमय हो जाएगा.

1.

2.

3.

4.

5.

6.

7.

8.

9.

10.

11.

12.

13.

14.

15.

16.

17.

18.

19.

20.

21.

22.

23.

24.

25.

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं