पर्यावरण संरक्षण के लिये जो काम हमें करना चाहिये, वो ये 7 बच्चे कर रहे हैं. अब तो जाग जाओ

Akanksha Tiwari

क्लाइमेट चेंज दुनियाभर के लिये एक बड़ी समस्या है, पर समस्या का समाधान कोई नहीं निकल रहा, हालांकि कोशिशें तो अनवरत जारी हैं. इसका कारण कहीं न कहीं हम ही हैं क्योंकि इसके प्रति हमारे अंदर गंभीरता कम है शायद. हम और आप भले ही जलवायु परिवर्तन के लिये गंभीर न हों, पर छोटे बच्चे इसे गंभीरता से ज़रूर ले रहे हैं. ये बच्चे न सिर्फ़ पर्यावरण परिवर्तन को लेकर चिंचित हैं, बल्कि उसे लेकर लोगों के बीच जागरुकता भी फैला रहे हैं.

इसलिये आज बात होगी इन्हीं होनहार बच्चों की, जो पर्यावरण की ओर छोटा कदम उठा कर अहम योगदान दे रहे हैं. 

1. ग्रेटा थनबर्ग 

ग्रेटा थनबर्ग दुनियाभर में एक चर्चित नाम है. छोटी सी उम्र में ग्रेटा पर्यावरण संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इस बच्ची ने साफ़ हवा के लिए मास्क बना डाला और अब क्लाइमेट चेंज पर सख़्त क़ानून की मांग कर रही है 

2. Licypriya Kangujam 

Licypriya Kangujam मणिपुर से है और उसने जून में संसद भवन के बाहर खड़े होकर पीएम मोदी से क्लाइमेट चेंज पर सख़्त क़ानून बनाने की मांग की थी. इसके अलावा इस बच्ची ने IIT जम्मू के Academicians की मदद से Survival Kit For The Future (SUKIFU) डिज़ाइन किया है. इसकी मदद से हम ताज़ी हवा में सांस ले सकते हैं. 

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3. अमायरा चावला 

अमायरा महज़ पांच साल की है, पर उसने पर्यावरण को लेकर काफ़ी गंभीर सवाल पूछा था. सवाल था, क्या आप की भी प्रदूषण की छुट्टी थी? मास्क और एयर प्यूरीफ़ायर के बारे में क्या? क्या आपने भी उनका इस्तेमाल किया? मायरा के इन सवालों ने सिर्फ़ उसके माता-पिता को ही नहीं, बल्कि आस-पास के लोगों को भी गंभीर संदेश दिया था. 

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4. अबीर भल्ला 

अबीर खु़द को Environmentalist छात्र बताते हैं. वो 18 साल के हैं और सोनीपत की अशोका यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं. 6वीं क्लास से ही अबीर को ग्लोबल वार्मिंग और उसके प्रभाव के बारे में जानकारी हो गई थी. इसके बाद से ही वो वायु प्रदूषण के मुद्दों पर काम करते हैं और लोगों में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरुकता फ़ैलाते हैं. 

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5. अमन शर्मा 

अमन 16 साल का है और पर्यावरण संरक्षण के हित में अहम योगदान दे रहा है. अमन के लिये छुट्टियों का मतलब वन में जाकर पक्षियों के साथ समय बिताना और उनकी देख रेख करना है. अमन का कहना है कि जिस तरह से वो पर्यावरण का विनाश होते देख रहे हैं, वो सब उसे काफ़ी दुख पहुंचाता है. 

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6. हाज़िक काज़ी 

हाज़िक काज़ी ने 12 साल की उम्र में समुद्र के बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिये एक अनोखा शिप डिज़ाइन किया, जिसका नाम एरविस रखा गया था. 

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7. आदित्य दुबे 

आदित्य कई तरह के Environmental Campaigns करते हैं और प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिये लोगों प्रोत्साहित करते हैं. 

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ये जो बच्चे हैं न हम बड़ों से कई ज़्यादा समझदार और जागरूक हैं. 

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