अंकल जी के ज़बरदस्त खर्राटों ने मेरे ट्रेन के साइड लोअर बर्थ वाले सफ़र को Suffer बना दिया था

Kratika Nigam

खर्राटे, इनके बारे में तो जानते ही होंगे. ये वो भयानक क्रिया है जो किसी की भी नींद हराम कर सकता है. इसने मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही किया था. मेरे 7 घंटे के सफ़र को तिलांजली दे दी थी. दरअसल, पिछले महीने की बात है मुझे दिल्ली से कानपुर जाना था. मैं हमेशा दिल्ली से कानपुर का सफ़र श्रमशक्ति एक्सप्रेस से करती हूं क्योंकि कानपुर जाने के लिए बेस्ट ट्रेन है. वैसे भी मैं कानपुर जाने के लिए एक्साइटेड होती हूं. इस बार भी फ़ुल एक्साइटमेंट के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंची.

जब मेरी ट्रेन आई और मैं उस पर चढ़ी तो देखा मेरी साइड लोअर बर्थ थी. ये देखकर तो लगा कि भगवान मुझे पर मेहरबान हो रहे थे. जाने-अनजाने मेरा साइड लोअर बर्थ में सफ़र करने वाला सपना जो पूरा हो गया था. फिर मैंने अपनी सीट पर चादर बिछाई और अपनी तकिया को सिरहाने लगाकर खिड़की का पर्दे हटाकर बाहर देखने लगी. मेरे सफ़र की शुरुआत बहुत शानदार हुई थी. 

खिड़की से बाहर देखते-देखते कब मेरी आंख लग गई पता ही नहीं चला. तभी मेरे कानों में एक बहुत ज़ोर की आवाज़ आई और मैं जग गई. दरअसल, वो आवाज़ मेरी सीट के सामने वाली सीट पर लेटे अंकल जी के खर्राटों की थी. उनके खर्राटों ने मेरी सफ़र को कष्टदायी बना दिया था. मैं अपनी सीट पर लेटे-लेटे उनके खर्राटे बर्दाश्त कर रही थी. 

फिर जब उनके खर्राटे मुझसे बर्दाश्त नहीं हुए तो मैं उठकर बैठ गई. बाकी लोग भी काफ़ी परेशान हो रहे थे एक ने बोला इनको उठाकर बोल दें क्या? तो किसी ने बोला कि रहने दो कुछ लोगों की आदत होती है. मगर उनकी इस आदत ने हम सबके सफ़र की बैंड बजा दी थी. मुझे अपनी साइड लोअर बर्थ से चिढ़ होने लगी थी. मैं यही सोच रही थी काश किसी और कोच में मेरी सीट होती, भले ही अपर बर्थ ही होती. 

मैं असंवेदनशील नहीं हूं. मुझे भी लोगों की परेशानी और मजबूरी समझ आती है. मगर जब पूरे दिन के ऑफ़िस के बाद ट्रेन का सफ़र करना हो और उस पर भी ठीक से सोने को न मिले तो कोई भी मेरे जैसा ही सोचेगा. इसलिए उस वक़्त मुझे जो भी ख़्याल आ रहे थे वो ग़लत नहीं थे. फिर मैंने पूरा सफ़र जाग कर किया.

मैं आपको बताऊं, मेरी सीनियर ने भी मुझे उनकी आपबीती बताई. कैसे वो ट्रेन में एक आदमी के खर्राटों से परेशान हुई थी. उन्होंने अपना पूरा सफ़र सीट में इधर-उधर करके और करवट लेकर बिताया था.

भाई, ये खर्राटे बड़े ही ख़तरनाक होते हैं. इनमें पूरी बोगी के लोगों को परेशान करने की ताक़त होती है. 

ऐसे ही कभी परेशानी आपकी ज़िंदगी में भी आई हो तो हमसे कमेंट बॉक्स में शेयर ज़रूर करिएगा. 

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Illustrated By: Muskan Baldodia

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