शब्दों के मुकाबले तस्वीरों के माध्यम से अपनी बात समझाना आसान होता है क्योंकि जो बात हज़ारों शब्द मिलकर भी नहीं कह पाते हैं, उसे एक तस्वीर आसानी से कह देती है. तस्वीरों को पढ़ने के लिए किसी भाषाई ज्ञान की ज़रुरत नहीं होती है. इसी वजह से तस्वीरें हमेशा से भावनाओं को प्रदर्शित करने का सबसे बेहतर साधन रही हैं.
आज हम आपके लिए, ऐसी ही 57 तस्वीरें लेकर आए हैं, जो अपने अंदर लाखों शब्दों को समेटे हुए हैं.
1. शायद अब खिलौने बनाने वाले कारखाने बंद करने का समय आ गया है.
2. इन दो बहनों के प्यार का फ़ायदा भालू ने उठा लिया.
3. पक्षी प्रेम की ही भाषा समझ सकते हैं.
4. पूरे परिवार के साथ सेल्फ़ी.
5. एक औरत के लिए मां बनना दुनिया का सबसे बड़ा सुख है.
6. ये पेड़ इंसानों को उनकी औकात दिखा रहे हैं.
7. इस प्यार को क्या नाम दूं.
8. शायद ये पहली मछली है, जिसे इंसानों से मिलकर ख़ुशी हुई.
9. आओ बच्चों तुम्हें भी उड़ना सिखा दूं.
10. और आग लग गई.
11. इतनी बड़ी और ख़ूबसूरत दुनिया, लेकिन फिर भी अकसर इंसान अपने आपको तन्हा महसूस करता है.
12. चेहरे से नज़र हट जाए, तो एक नज़र इन दोनों की आंखों पर भी डाल लीजिएगा.
13. डॉक्टर, दुनिया में आने के बाद बच्चे की पहली ठोकर, इनके ही सीने पर लगती है.
14. न जाने मूक भाषा में मां-बेटे के बीच क्या गुफ़्तगू हो रही है.
15. घर वापस लौटने की ख़ुशी, आखिर झलक ही जाती है.
16. उड़ने के लिए पंख ज़रूरी नहीं.
17. लहरों से टक्कर
18. इन्होंने जानवरों को भी इंसान समझ लिया और कुछ लोग इंसानों को भी जानवर समझ लेते हैं.
19. प्रकृति के इस ख़ूबसूरत नज़ारे को शब्दों में कोई क़ैद कर सकता है भला!
20. समाजिक असमानता का उदाहरण!
21. सुनामी, जो अचानक आती है और बहुत कुछ लेकर चली जाती है.
22. कभी-कभी समय वाकयी रुक जाता है.
23. प्रेम वो शक्ति है, जो राजा को भी गुलाम बना देती है.
24. कुछ खुशियां बयां नहीं होती, उन्हें सिर्फ़ महसूस किया जा सकता है.
25. मछलियां और जलपरी.
26. जिस तरह से सेल्फ़ी खिंचवा रही है, पक्का मादा मछली होगी.
27. शायद आकाश ने धरती के लिए कोई संदेश भेजा है.
28. ऐसी तस्वीर, जिसे देखकर कवि की कल्पना भी दम तोड़ दे.
29. मकड़जाल!
30. मुझसे दोस्ती करोगे?
31. पहले मेरी फ़ोटो खींचो, नहीं पहले मेरी.
32. मछलियां इंसान होने का शौक़ भले ही न पूरा कर पाएं, लेकिन इंसान तो मछली बन जाते हैं.
33. सोने के लिए नींद की ज़रूरत होती है, बिस्तर की नहीं.
34. और बताओ दोस्तों….. सब मज़े में?
35. गज़ब़!
36. बुरा मत मानो दोस्त! दुनिया में दो ही तरह के लोग रहते हैं, पहले शिकार और दूसरे शिकारी.
37. पानी में भी होता है बादल.
38. मालिक, गाड़ी चलाते समय फ़ोन का इस्तेमाल करना ग़लत बात.
39. पानी का पहाड़!
40. कब आओगी तुम!
41. छोटी सी उम्र, ढेर सारे दोस्त.
42. स्कूल से ही नहीं, ऑफ़िस से आने के बाद भी ऐसा ही फ़ील होता है.
43. ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे.
44. मानो सड़क न होकर सरहद हो.
45. सब कुछ तो कह दिया तस्वीर ने.
46. कितना आरामपसंद हो गया है इंसान.
47. और वो जगह, जहां शब्द दम तोड़ देते हैं.
48. शायद एक-दूसरे का दर्द बांटा जा रहा है.
49. उल्टी दुनिया का असली रूप, उल्टा होकर ही देखा जा सकता है.
50. फ़ेवीकोल का वही मज़बूत जोड़, अब पानी के अन्दर भी.
51. नहीं, अब मुझे अपनी खाने-खेलने की चीज़ें बांटनी पड़ेगी.