भारत में 1877-1946 के बीच पड़े अकाल की त्रासदी, बेबसी और बेचारगी को बयां कर रही हैं ये तस्वीरें

Suneel

अकाल, ये शब्द सुनते ही भुखमरी और महामारी का भयानक दृश्य आंखों के सामने आ जाता है. हर तरफ़ भूख से बिलखते और तड़पते लोगों का चेहरा, दिल दहलाने वाला होता है. आज हम भले ही अन्न के मामले में आत्मनिर्भर हैं, लेकिन भारत ने कई बार अकाल की त्रासदी को झेला है.

देश में सबसे भयंकर अकाल 1943 में बंगाल में पड़ा था. इसके अलावा 1880 में मद्रास में भी भयानक अकाल झेल चुका है. मद्रास में पड़ा अकाल धीरे-धीरे हैदराबाद, मुम्बई से होते हुए पूरे उत्तर भारत में फ़ैल गया था.

अकाल के बारे में हमने सिर्फ़ किताबों में पढ़ा है, उस त्रासदी को देखा नहीं है. लेकिन उस दौर की इन तस्वीरों को देखने के बाद आपको अंदाज़ा हो जाएगा कि अकाल के दौरान स्थिति कितनी भयावह थी और लोग किस तरह से तिल-तिल कर मरने को मज़बूर थे.

1. भूख, जिसने इन्हें इंसान से कंकाल बना दिया (1880)

2. अपनी पोती के साथ बूढ़ी दादी घड़े में घोड़े का मांस पकाते हुए. उस भीषण अकाल के दौरान वो इससे ज़्यादा कुछ कर भी नहीं सकती थी (1946)

3. इन आंखों में वो भयानक मंजर साफ़ देखा जा सकता है (1946)

4. अब कुछ नहीं हो सकता, शायद दिमाग़ में यही चल रहा है

5. मदद की राह देखते-देखते ये बूढ़ी आंखें पथरा गई हैं

6. कुदरत ने भी इन पर रहम खाना छोड़ दिया था

7. बेबसी, बेचारगी सबकुछ तो झलक रहा है इस चेहरे से

8. 1877 के भीषण अकाल की गवाह है ये तस्वीर

9. प्रकृति की निष्ठुरता को बयान कर रहा है इन मासूमों का चेहरा. (1877-78)

10. उस भयंकर अकाल से लड़ने के लिए इंसान अपनी तरफ़ से पूरी कोशिश कर रहा था (1877-78)

11. 19वीं सदी के शुरुआत की तस्वीर, जहां दो महिलाएं एक अकाल पीड़ित के साथ खड़ी हैं

12. इस मासूम बच्ची ने भी निराशा की चादर ओढ़ ली (1943, बंगाल)

13. अकाल से प्रभावित एक बुज़ुर्ग अपनी पोती के साथ गांव से पलायन करते हुए

14. अकाल के उस दौर में पानी सच में अमृत बन गया था

15. भूख से पीड़ित बच्चे, तार की मदद से गाड़ी में से अनाज खींचते हुए

16. अकाल प्रभावित लोगों की मदद के लिए अनाज भेजने की व्यवस्था भी की जा रही थी

17. ये खाने का सामान नहीं, बल्कि ज़िन्दगी बांटी जा रही है

18. इस मुस्कान और खाने के सामान की कीमत का अंदाज़ा कोई नहीं लगा सकता

19. शायद कोई हाथ मदद के लिए सामने आ जाए

20. जमीन पर गिरे अनाज को बीनते हुए अकाल से पीड़ित लोग

21. अधिकारी ही उस समय लोगों की एकमात्र उम्मीद थे

22. अकाल पीड़ित लोग राहत शिविर में

23. राहत शिविर में खाना खाते अकाल पीड़ित लोग

24. अकाल प्रभावित लोगों को राहत शिविर में ले जाते हुए अधिकारी

25. राहत सामग्री पहुंचाने वाले ट्रक, जिनमें लोगों की उम्मीदें भरकर आती थी

26. राहत अधिकारी, पीड़ितों की मदद करते हुए

27. फ़ौजी अधिकारी ट्रक में राहत सामग्री लाते हुए और उन्हें देखकर गांव वालों के खिले हुए चेहरे

28. धूप में बैठे हुए लोग, जहां उनके आंसू भी भाप बनकर उड़ जा रहे हैं

29. कितना गहरा होगा इस मां का दर्द!

30. खाने के लिए लाइन में लगे हुए लोग

31. सरकारी राशन की दुकान के सामने बैठे हुए इन लोगों की आंखों में राहत की चमक साफ़ देखी जा सकती है

32. गिद्ध और सियारों के खाए जाने के बाद खेत में पड़ा आदमी का कंकाल

33. अकाल पीड़ित बच्चा, जिसका शरीर अब हड्डियों का ढांचा बन चुका है

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