सबका एक ड्रीम प्लेस होता है, मेरा भी है ‘स्विट्ज़रलैंड’ और इसकी एक नहीं कई वजहे हैं

Kratika Nigam

हम सब पूरी दुनिया घूमने की इच्छा रखते हैं, लेकिन इस पूरी दुनिया घूमने की इच्छा के बीच एक ऐसा देश और शहर होता है जो हमारा ड्रीम प्लेस होता है. ऐसे ही मेरा भी है. वैसे तो मुझे इंडिया में ही रहना है. यहां के हिल स्टेशंस घूमने हैं. यहां के हिल स्टेशंस में मेरा सबसे फ़ेवरेट दार्जिलिंग, ऊटी और धर्मशाला है, जहां मुझे जाना है.

traveltriangle

मैं कभी इंडिया से बाहर नहीं गई हूं, लेकिन स्विट्ज़रलैंड ने मुझे मेरे इरादे से हिला दिया और इंडिया के बाहर स्विट्ज़रलैंड ही है जो मेरा ड्रीम प्लेस है. एक बार मैं भी सिमरन और अलीज़े (ऐ दिल है मुश्किल वाली अनुष्का) की तरह इठलाना चाहती हूं. स्विट्ज़रलैंड की वादियों में खो जाना चाहती हूं. जब-जब ‘डीडीएलजी’ और ‘ऐ दिल है मुश्किल देखती हूं’ बस लगता है कोई राज या अयान मुझे भी मिल जाए. न भी मिले तो मेरे पास इतने पैसे हो जाएं कि मैं अपने सपनों के देश जा सकूं. स्विटज़रलैंड का ज़्यूरिक जबसे डीडएलजी में देखा है ख़ुद को रोक नहीं पा रही हूं.

kickasstrips

नींद आनी बंद हो गई. बस फ़ोटो देख-देख कर ख़ुद को ख़ुश कर लेती हूं. यहां की ख़ूबसूरत वादियों को सपनों में जी लेती हूं. वहां के स्विस एल्प्स और लेक जेनेवा के पास सुकून से बैठकर कुछ वक़्त बिताना चाहती हूं. मेरी एक दोस्त ने कहा था स्विट्ज़रलैंड जाना तो वहां चॉकलेट्स और वॉच ज़रूर लेना. जिस दिन गई न ज़रूर लेकर आऊंगी.   


मेरी बात सुनकर आपको लग रहा होगा कि ये पागल है, लेकिन मेरी तरह आप भी किसी न किसी जगह के दीवाने होंगे. कुछ लोग तो अपनी फेवरेट जगह के लिए गुल्लक भी बना चुके होंगे. होता है यार, ‘हर किसी के दिल में ऐसा प्यार’ 

thequint

बहनों और भाइयों अगर आपके भी दिल में कोई दबे अरमान हैं, जहां आप जाना चाहते हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में बताइएगा. वैसे मेरी दुआ है कि आप जल्दी जाएं और आप लोग मेरे लिए भी दुआ करिएगा कि मैं भी जल्दी से जल्दी अपने ड्रीम प्लेस जा पाऊं.

earthtrekkers

Life से जुड़े आर्टिकल ScoopwhoopHindi पर पढ़ें.

आपको ये भी पसंद आएगा
बेवफ़ा समोसे वाला: प्यार में धोखा मिला तो खोल ली दुकान, धोखा खाये लवर्स को देता है डिस्काउंट
जानिये दिल्ली, नई दिल्ली और दिल्ली-NCR में क्या अंतर है, अधिकतर लोगों को ये नहीं मालूम होगा
जानिए भारत की ये 8 प्रमुख ख़ुफ़िया और सुरक्षा जांच एजेंसियां क्या काम और कैसे काम करती हैं
मिलिए गनौरी पासवान से, जिन्होंने छेनी व हथोड़े से 1500 फ़ीट ऊंचे पहाड़ को काटकर बना दीं 400 सीढ़ियां
ये IPS ऑफ़िसर बेड़िया जनजाति का शोषण देख ना पाए, देखिए अब कैसे संवार रहे हैं उन लोगों का जीवन
अजय बंगा से लेकर इंदिरा नूई तक, CEO भाई बहनों की वो जोड़ी जो IIM और IIT से पास-आउट हैं