क्या आप जानते हैं कि पेन के कैप में छेद क्यों होता है, सच में यह बुद्धिमानी है

Shankar

पेन एक ऐसी कॉमन चीज़ है, जिसे हर इंसान ने नियमित रूप से इस्तेमाल किया है. पर उसे इस्तेमाल करते समय हम सभी ने एक चीज़ पर गौर फ़रमाया होगा, वो है Ballpoint पेन के अंत में या ढक्कन में ऊपर की तरफ हुआ एक छेद. BIC pen से हम लोगों ने बचपन में अपने पापा को एक न एक बार लिखते ज़रूर देखा होगा या फिर रिनॉल्ड्स के Ballpoint पेन से लिखते-लिखते ही हम लोग बड़े हुए है. फिर भी हम में से शायद ही कुछ लोग होंगे, जिन्हें इस बात का पता होगा कि छेद आखिर होता क्यों है?

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एक आम अवधारणा के अनुसार, लोग यह मानते हैं कि पेन के ढक्कनों में छेद इसलिए दिया जाता है, ताकि पेन के निब की इंक ना सूखे. पर इस बात को सही नहीं माना जा सकता, क्योंकि इस तथ्य को इंक सूखने और न सूखने दोनों ही अवधारणा में बताया जा सकता है. तो फिर शायद यह वह कारण नहीं है, जिस वजह से यह छेद पेन के कैप में या निचले हिस्से में दिया जाता है.

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एक और अवधारणा यह है कि यह छेद पेन के बंद होने और खुलने पर वायु के दबाव को सामान रूप से बनाये रखता है. मगर यह बात सिर्फ़ उन पेन में सही बैठती है, जिन के ढक्कन दबा के बंद होते हैं, घुमा के बंद होने वाले पेन में यह बात तर्क संगत नहीं लगती है.

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तो आप सब यह सोच रहे होंगे कि इस छेद की असली वज़ह क्या है?

इसका मूल कारण है कि पेन को ढक्कन समेत कुछ लोग अपने मुंह में डाल लेते हैं, खासकर बच्चे. अगर यह गलती से मुंह में चला जाये और चूंकि इसमें छेद न हो, तो हवा पास नहीं होगी, जो कि यह घातक साबित हो सकती है और जान भी जा सकती है. इसी वज़ह से पेन के निर्माताओं ने इसके ढक्कन में एक छेद रखा, जिस वज़ह से अगर कोई बच्चा या बड़ा इसको निगल भी जाये तो उससे जान जाने का खतरा कुछ हद तक कम हो सकता है. हालांकि यह छेद पेन के निचले भाग या कैप दोनों पर होता है.

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