आजकल चारकोल के प्रोडक्ट्स का चलन है. टूथपेस्थ हो या मॉस्क हर कोई बेहतरी के लिये चारकोल प्रोडक्ट्स का यूज़ कर रहा है. इसमें कोई दोराय नहीं है कि ये प्रोडक्ट्स बेहतरीन रिज़ल्ट भी दे रहे हैं. हांलाकि, आपको ये नहीं भूलना चाहिये कि अगर किसी चीज़ के कई फ़ायदे होते हैं, तो थोड़े बहुत नुकसान भी. इसलिये आज बात करते हैं चारकोल टूथपेस्ट की.
चारकोल टूथपेस्ट कितना फ़ायदेमंद है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक्टिवेटेड चारकोल दांतों के ऊपरी सतह की सारी गंदगी हटा देता है. इस वजह से इसके इस्तेमाल के बाद आपके दांत एकदम सफ़ेद नज़र आते हैं. हांलाकि, इससे हमारे Enamel पूरी तरह से साफ़ होते हैं या नहीं इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. इसके अलावा इसे लेकर ये भी दावा किया जाता है कि इससे मुंह से आने वाली दुर्गंध ख़त्म हो जाती है.
क्या इसका यूज़ सुरक्षित है?
2017 में जारी की गई एक रिपोर्ट में डॉक्टर्स से उनके मरीजों को चारकोल टूथपेस्ट यूज़ करने के लिये मना किया था. कहा जाता है कि उस समय तक इसके फ़ायदों के बारे में पुख़्ता सबूत नहीं दिये गये थे.
इससे होने वाले नुकसान क्या हैं?
चारकोल टूथपेस्ट से हमारे दांतों में बहुत ज़्यादा रगड़ लगती है, जिससे कि हमारे Enamel को नुकसान पहुंचता है. इसके अलावा ज़रूरी जानकारी ये है कि ज़्यादा चारकोल टूथपेस्ट बनाने वाली अधिकतम कंपनियां फ़्लोराइड यूज़ नहीं करती.
रिपोर्ट के मुताबिक, एक्टिवेटेड चारकोल का पहला इस्तेमाल इजिप्ट निवासियों ने कांसा बनाने के लिये किया था. ख़ैर, अगर आप भी चारकोल टूथपेस्ट यूज़ कर रहे हैं, तो थोड़ा संभल कर.
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