जानिए कैसे और कब हुई थी फ़ैंटा की खोज, जिसका नाज़ियों से है गहरा नाता

J P Gupta

Fanta बहुत ही Fantastic कोल्ड्रिंक है. ये बात हम नहीं पूरी दुनिया कहती है. तभी तो ये दुनिया के 180 देशों के लोग इसे बड़े ही मज़े से पीते हैं. यही नहीं ये पूरे वर्ल्ड में 90 फ़्लेवर्स में उपलब्ध है. इसे बनाने वाली कंपनी सालाना 7 हज़ार करोड़ रुपये से भी अधिक का बिज़नेस  करती है.

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फ़ैंटा कैसे बनी करोड़ों लोगों की फ़ेवरेट कोल्ड्रिंक और क्या है इसके बनने की स्टोरी, इसके बारे में हम आज आपको बताएंगे.   

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द्वितीय विश्व युद्ध से फ़ैंटा का गहरा नाता  

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फ़ैंटा की खोज के पीछे एक शख़्स की कल्पना(Fantasy) का हाथ था और इसके आविष्कार का क़िस्सा द्वितीय विश्व युद्ध से जुड़ा है. दरअसल, हुआ यूं कि जर्मनी में कोका कोला(Coca Cola) की बहुत डिमांड थी इसलिए वहां पर भी उसके बहुत सारे प्लांट खुल चुके थे. यहां हर साल लाखों कोका कोला कोल्ड ड्रिंक की बोतलें बनकर तैयार होती थीं. मगर 1939 में जर्मनी ने पोलैंड पर हमला कर दिया और द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हो गया. 

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बिज़नेस बचाने की लिए निकाला ये आइडिया  

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तब अमेरिका के बाद जर्मनी में ही कोका कोला की कंपनी की सेल्स आसमान छूती थीं. जर्मनी में इसके 43 बॉटलिंग प्लांट थे और 600 के क़रीब लोकल डिस्ट्रीब्यूटर्स. अब युद्ध छिड़ गया तो जर्मनी तक कोका कोला का सिरप या फ़ॉर्मूला आना बंद हो गया. तब जर्मन कोका कोला कंपनी के हेड Max Keith ने बिज़नेस को चलाए रखने के लिए एक आइडिया सोचा. उन्होंने कल्पना की कि क्यों न वो लस्सी, पनीर बनाने के बाद बचने वाले पानी और सीज़नल फ़्रूट को मिक्स कर कोई ड्रिंक बनाएं.

जर्मनी में हिट हुआ था फ़ैंटा का स्वाद

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इसका रिज़ल्ट शानदार रहा और एक नई कोल्ड ड्रिंक बनकर तैयार हो गई क्योंकि उन्होंने इस प्रोडक्ट की कल्पना की थी इसलिए उन्होंने इसका नाम फ़ैंटा रख दिया. मज़े की बात ये है कि इसका स्वाद जर्मनी के लोगों को भी बहुत पसंद आया. 1943 तक जर्मनी में हर साल 30 लाख फ़ैंटा के बॉक्स बिकने लगे थे. हालांकि, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जर्मनी में फ़ैंटा का प्रोडक्शन बंद हो गया था.   

1955 में आई थी ऑरेंज फ़्लेवर वाली मॉर्डन फ़ैंटा

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1955 में जब Pepsi ने नए फ़्लेवर की कोल्ड ड्रिंक मार्केट में उतारनी शुरू कर दी तब फिर से फ़ैंटा को मार्केट में उतारा गया. यही वो साल था जब ऑरेंज फ़्लेवर वाली मॉर्डन फ़ैंटा लोगों के सामने आई थी. बाकी तो सब जानते ही हैं, आज भी फ़ैंटा की डिमांड लोगों के बीच कम नहीं हुई है. 

फ़ैंटा की इस फ़ैंटास्टिक राइड की स्टोरी जानकर आपको कैसे लगा कमेंट बॉक्स में बताना.  

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