हम सभी जानते हैं कि कार्ब्स हमारी सेहत के लिये कितना फ़ायदेमंद है. ये शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ हमें फ़िट बनाये रखने में मदद करता है. कुछ सब्ज़ियां, डेयरी प्रोडक्ट और मांस को कार्ब्स का सोर्स माना जाता है. हांलाकि, जब बात वज़न घटाने की होती है, तो लोग कार्ब्स का सेवन करने से बचते हैं. पर ये पूरा सच नहीं है. सच ये है कि अगर आप वज़न घटाने की सोच रहे हैं, तो आपको ये पता होना चाहिये कि आपको कौन सा कार्ब्स लेना.
बहुत से लोग स्लो कार्ब्स और फ़ास्ट कार्ब्स को लेकर असमंजस में रहते हैं. उन्हें इस बात की सही जानकारी नहीं होती कि वज़न घटाने के लिये किस कार्ब्स को डाइट में शामिल करना है.
नियमित कितना कार्ब्स डाइट में शामिल करना चाहिये?
नये दिशानिर्देशों के मुताबिक, हर व्यक्ति को रोज़ाना अपनी डाइट में 300 ग्राम कार्ब्स लेना चाहिये. इससे न सिर्फ़ आप दिनभर एर्नेजेटिक रहते हैं, बल्कि इससे वज़न घटाने में भी मदद मिलती है.
स्लो कार्ब्स और फ़ास्ट कार्ब्स में क्या अंतर है?
फ़ास्ट कार्ब्स के ज़रिये शरीर में अधिक गति से ऊर्जा प्रवाहित होती है, जो कि जल्द ही ख़त्म भी हो जाती है. फ़ास्ट कार्ब्स के ज़रिये शरीर अधिक देर तक एर्नेजेटिक नहीं रहता है. वहीं स्लो कार्ब्स के द्वारा शरीर में ऊर्जा का प्रवाह धीरे-धीरे होता है. इसलिये इसका सेवन शरीर को ज़्यादा देर तक एर्नेजेटिक रखता है. इसीलिये ज़्यादातर विशेषज्ञ डाइट में स्लो कार्ब्स शामिल करने की सलाह देते हैं.
वज़न घटाने के लिये कौन सा कार्ब्स फ़ायदेमंद है?
चूंकि, फ़ास्ट का उपयोग जल्द हो जाता है. इसीलिये हमें जल्दी-जल्दी भूख का एहसास होता है. वहीं स्लो कार्ब्स शरीर में धीरे-धीरे पचता है. इसीलिये हमें जल्दी भूख का एहसास नहीं होता. हांलाकि, जिन लोगों को नहीं पता है उन्हें बता दें कि लो- Glycemic Index (GI) फ़ाइबर से युक्त खाद्य पदार्थों में स्लो कार्ब्स होता है.
लो कार्ब्स डाइट का फ़ायदे
1. वज़न कम होता है.
2. दिल के रोगियों के लिये फ़ायदेमंद होता है.
3. बॉडी का शुगर लेवल कम होता है.
4. आंखों की रौशनी सही होती है.
5. कोलेस्ट्रॉल कम करता है.
अब क्लीलियर हो गया न कि वज़न घटाने के लिये कौन सा कार्ब्स लेना है.