दुनिया में अमीरों और ग़रीबों के बीच की खाई बढ़ती ही जा रही है. इसका एक कारण है टैक्स की चोरी. कुछ अरबपतियों के पास अथाह धन होने के बावजूद वो उसे डिक्लेयर नहीं करते और टैक्स चोरी करने की जुगत में रहते हैं. ऐसे में उनकी मदद करते हैं टैक्स हेवन (Tax Haven) देश जो उन्हें उनकी दौलत को छुपाने में मदद करते हैं. टैक्स हेवन देश क्या हैं और ये कैसे काम करते हैं इसकी सारी डिटेल्स आज हम आपके लिए लेकर आए हैं.
पहले जानते हैं टैक्स हेवन देश किसे कहते हैं?
अब जानते हैं दुनिया के कुछ बड़े टैक्स हेवन देशों के बारे में…
1. स्विट्ज़रलैंड
स्विटज़रलैंड बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन ही नहीं, बल्कि एक बेस्ट टैक्स हेवन देश भी है. यूरोप और दुनिया के दूसरे अमीरों का बहुत सा काला धन यहां के बैंकों में जमा है. यहां के बैंक अपने खाताधारकों की डिटेल्स किसी से भी शेयर नहीं करते. यहां की टैक्स व्यवस्था ऐसी है कि अमीर यहां पैसा जमा करने दौड़े चले आते हैं. हालांकि, अब यूरोपीय यूनियन लगातार काला धन जमा करने वालों पर नकेल कसने के लिए इस देश कर दबाव बना रही है.
2. लक्ज़मबर्ग
लक्ज़मबर्ग एक छोटा-सा यूरोपीय देश है जहां बिज़नेस करना बहुत आसान है. यहां के टैक्स क़ानूनों में मौजूद कमियों का फ़ायदा उठाकर बहुत से बिज़नेसमैन काफ़ी कर बचा ले जाते हैं. यहां विदेशी लोगों के खातों में जमा धन पर अतिरिक्त कर नहीं लगता, साथ ही ये उनकी सारी जानकारी गोपनीय रखता है. यही नहीं ये देश यहां पैसा इनवेस्ट करने के लिए उन्हें कम Tax या Zero Tax ऑफ़र भी देता है.
3. बरमूडा
ये द्वीप समूह कर चुराने वालों के लिए स्वर्ग से कम नहीं. यहां इनवेस्ट करने पर कोई कर नहीं देना पड़ता और न ही पैसे बैंक में जमा करने पर कोई टैक्स लगता है. Bermuda भले ही इनसे कमाई करता हो, लेकिन कॉरपोरेट्स इसके लचीले सिस्टम का सबसे अधिक फ़ायदा उठाते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, क़रीब 500 कंपनियां ने यहां निवेश कर अपना टैक्स बचाया है.
4. पनामा
पनामा के कर क़ानूनों के अनुसार, देश में कमाए गए पैसे पर टैक्स तो देना होता है पर विदेश से अर्जित आय पर नहीं. इसका फ़ायदा बहुत से लोग उठाते हैं. यही नहीं यहां पर निवेश करने वालों की जानकारी भी सरकार गुप्त रखती है. इसी गोपनीयता के चलते पैनामा भी बेस्ट टैक्स हेवन देश बन चुका है.
5. केमन द्वीपसमूह
Cayman Islands उन देशों में से हैं जहां बड़ी-बड़ी कंपनियां निवेश कर अपना कर बचाने आती हैं. ये अपने कस्टमर्स को बिना कर या मामूली कर के साथ इन्वेस्टमेंट करने की अनुमति देता है. हेज़ फ़ंड प्रबंधकों को सबसे अधिक लाभ यहीं मिलता है.
6. ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स
कहते हैं कि ये द्वीप अपनी अर्थव्यवस्था की तुलना में 5,000 गुना अधिक मूल्य रखता है. इसका श्रेय टैक्स चोरी करने की जुगत में यहां पहुंचने वाले कॉर्पोरेट्स को जाता है. ये विदेशी खाताधारकों पर कोई टैक्स नहीं लगाता. साथ ही इस द्वीप समूह ने किसी भी देश से कर संबंधी कोई भी संधी भी नहीं कर रखी. इसलिए इसके कस्टमर्स की डिटेल्स भी कोई नहीं जानता.
7. नीदरलैंड्स
बरमूडा की तरह इस देश में भी टैक्स बचाने सैंकड़ों कंपनियां आती हैं. कुछ रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया है कि Nike और Google जैसी कई बड़ी कंपनियों ने यहां सहायक कंपनियां खोलकर इसका ख़ूब फ़ायदा उठाया है. हालांकि, अब यहां कि सरकार टैक्स हेवन देशों की लिस्ट से अपने देश को निकालने के लिए ख़ूब प्रयास कर रही है.
8. यूएई
खाड़ी देश यूएई भी अपने यहां निवेश करने वालों से किसी तरह का कॉरपोरेट टैक्स नहीं लेता है. जो लोग अपने देश में टैक्स देने से बचना चाहते हैं, वो यहां बिज़नेस करने आते हैं. यहां निवेशकों की लाइन लगी रहती है, लेकिन यहां कि सरकार भी टैक्स हेवन के रूप में अपने देश की छवि को सुधारने के अथाह प्रयास कर रही है.
इनमें से किसी टैक्स हैवन देश के बारे में आपको पहले से पता था?