रोम का नाम आते ही बड़े-बड़े महलों की तस्वीर उभर कर आंखों के सामने आ जाती है. रोमन एंपायर की भव्यता पर हॉलीवुड में कई फ़िल्में भी बन चुकी हैं, लेकिन यह पूरा सच नहीं है. हजारों साल पहले के रोम में लाइफ़ ऐसी थी कि आपको जानकर भी यकीन नहीं आएगा. वहां लोग रोज़ाना की लाइफ़ में ऐसे काम करते थे, जिनके बारे में आप कल्पना भी नहीं करना चाहेंगे. आज साफ़-सफ़ाई के लिए मशहूर रोम प्राचीन समय में कितना गंदा था, ये जानकर आप दंग रह जाएंगें.

प्राचीन रोम ने कई आधुनिक पंरपराओं को पारित किया है, लेकिन यूरिन (पेशाब) पर उनका एक अलग दृष्टिकोण था. इतिहासकारों की मानें, तो पुराने रोम में इंसान के पेशाब को बड़े काम की चीज़ समझा जाता था. उस दौरान पेशाब कितना कीमती माना जाता था, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उस समय बकायदा पेशाब को इकठ्ठा करके उसका बिज़नेस किया जाता था और इस बिज़नेस पर टैक्स भी लगता था. ये बात सुनने में जितनी बेतुकी लगती है उतनी ही सच है. अब आप सोच रहे होंगे कि उस समय रोम में लोग इंसान के यूरिन को इकठ्ठा करके उसका क्या करते होंगे?

दरअसरल, प्राचीन समय में रोम के लोग यूरिन का इस्तेमाल माउथवॉश की तरह करते थे. रोमन लोगों का मानना था कि यूरिन से दांत मोतियों की तरह चमकने लगते हैं. इसके अलावा सार्वजनिक रूप से इकट्ठा किए गए यूरिन से कपड़े भी धोए जाते थे. यूरिन की बड़ी-सी टंकी में सारे गंदे कपड़े डाले जाते और फिर एक आदमी उसमें उतरकर कपड़ों को रगड़-रगड़ कर धोता था. 

रोम के लोग मूत्र को इतना मूल्यवान समझते थे कि दांतों की सफ़ाई के लिए इसका इस्तेमाल 1700 दशकों तक किया गया.

आज साफ़-सफाई के लिए मशहूर रोम पहले कितना गन्दा था. इस बात की पुष्टि करते हुए इतिहासकारओं ने बताया कि पुराने रोम में पब्लिक टॉयलेट हुआ करते थे. वहां के शहरों में सीवेज लाइंस भी होती थीं, लेकिन इन टॉयलेट्स की साफ़-सफ़ाई नहीं होती थी. सबसे गंदी बात तो यह थी कि टॉयलेट के बाद सफ़ाई के लिए सभी को एक ही स्पंज का इस्तेमाल करना होता था और यह स्पंज भी कभी धोया नहीं जाता था. रोज़ाना दर्जनों लोग एक ही स्पंज का यूज़ करते थे.