These Information Can Save Your Life From Cyclone: अरब सागर में पनपा चक्रवाती तूफ़ान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) तेज़ी से भारत के तटीय इलाकों की तरफ़ बढ़ रहा है. अरब सागर से सटे सभी राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और केरल में इसने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. कई शहरों में बारिश और तेज़ हवाएं चल रही हैं. आशंका है कि ये चक्रवाती तूफ़ान गुजरात के तट से टकराएगा (Cyclone Biparjoy In Gujarat). ऐसे में 30 हज़ार से ज़्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. (Cyclone Biparjoy Dos And Donts To Stay Safe)
हालांकि, सरकार सुरक्षा के इंतज़ाम कर रही है, मगर नागरिकों को भी ख़ुद की सेफ़्टी के लिए अलर्ट रहना चाहिए. इसलिए कुछ ऐसे तरीके जान लीजिए, जिनको अमल में लाने से किसी भी तूफ़ान के असर से बचा जा सकता है.
Cyclone Biparjoy Dos And Donts To Stay Safe
चक्रवात के वक़्त क्या करें?
1. सबसे पहले तो घबराए नहीं. घर में फर्स्ट एड का इंतजाम ज़रूर रखिए. कुछ ज़रूरी दवाएं, बैंड-ऐड, हैंड सैनिटाइजर्स, मास्क, हेलमेट, सीज़र, कैंडल, एक्स्ट्र बैटरीज़ के अलावा कुछ कैश भी अपने पास रख लें.
2. साइक्लोन अलर्ट आते ही बिजली का मेन स्विच ऑफ़ कर दें. साथ ही, गैस भी बंद कर दें. दरवाज़ें और खिड़कियां बंद कर दें. घर में अगर ढीली टाइल, दरवाज़ें और कांच की खिड़कियां हों तो उन्हें बदल दें. अगर कांच की खिड़कियां या दरवाज़े हों तो शटर डोर का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर शटर ना हो तो प्लाई उड का इस्तेमाल कर सकते हैं.
3. किसी भी तरह के संक्रमण से बचने के लिए उबला हुआ या क्लोरीनयुक्त पानी पिएं. टूटे हुए बिजली के खंभों और तारों या अन्य नुकीली वस्तुओं से सावधान रहें.
4. हर अलर्ट पर चौकस रहें. मोबाइल फ़ोन पूरी तरह चार्ज रखें. मिट्टी के तेल से भरी लालटेन, बैटरी से चलने वाली टॉर्च, पर्याप्त ड्राई सेल और ट्रांजिस्टर के लिए अतिरिक्त बैटरी रखें. अपने दस्तावेजों और क़ीमती सामानों को वाटरप्रूफ पैकेजिंग में सुरक्षित करें.
5. रेडियो या ट्रांज़िस्टर सुनते रहें. केवल उसी माध्यम की जानकारी पर भरोसा करें जो अधिकृत हों.
6. जितनी जल्दी हो सके बीमारियों के ख़िलाफ़ टीका लगवाएं. अगर गाड़ी चलानी पड़े तो सावधानी से चलाएं. आपके परिसर में अगर मलबा हो तो तुरंत साफ़ करें. किसी भी प्रकार के नुक़सान और ख़तरे की आशंका की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें.
7. कई बार ऐसा होता है कि चक्रवात में ज़्यादा बारिश के चलते लोग अपनी कार समेत फंस जाते हैं. ऐसे वक़्त में तुरंत अपनी कार के खिड़की-दरवाज़े खोल लें. क्योंकि अग़र एक बार पानी ज़्यादा बढ़ गया तो वो इतना दबाव बना देगा कि आपको कार से निकलने का मौका नहीं मिलेगा.
चक्रवात के समय क्या ना करें?
8. तूफ़ान के बारे में अफवाहों और गलत सूचनाओं के झांसे में न आएं. राहत बचाव दल के सुझाव को नज़रअंदाज न करें. निचले समुद्र तटों या उन स्थानों पर न जाएं, जो ऊंची लहरों की जद पर आते हों.
9. किसी भी जर्जर मक़ान में शेल्टर ना लें. अगर आपका घर किसी भी वजह से सेफ़ नहीं है तो भी चक्रवात आने से पहले ही उसे छोड़ कर निकल जाएंं. अगर आप शेल्टर होम में हैं तो तब तक वहीं रहें, जब तक कि संबंधित अधिकारी आपको लौटने के लिए ना बोले.
10. जब हवाएं शांत होती दिखें तब भी बाहर न निकलें. हवा कभी भी तेज़ हो सकती है. कभी-कभार बारिश के चलते हवा धीमी हो जाती है. चक्रवात के दौरान हवा की दिशा बदलना आम बात है. अज्ञानता के चलते कभी भी इनकी चपेट में आ सकते हैं.
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