संकट की इस घड़ी में हर कोई एक-दूसरे की बढ़चढ़ कर मदद कर रहा है. फिर चाहे वो आम आदमी हो या कोई सेलिब्रिटी. मुश्किल की इस घड़ी में एक युवा भारतीय क्रिकेटर भी सराहनीय काम कर रहा है. घरेलू क्रिकेट में मुंबई टीम के लिये बल्लेबाज़ी करने वाले सरफ़राज़ ख़ान बेसहारा मज़दूरों को खाना खिला कर उनका पेट भर रहे हैं.
यही नहीं, ग़रीबों और प्रवासी मज़दूरों की मुश्किल देखते हुए उन्होंने ईद का त्योहार न मनाने का भी फ़ैसला किया है. सरफ़राज़ मार्च में अपने घर आज़मगढ़ गये हुए थे. वो सगड़ी तहसील में बासूपार गांव के निवासी हैं और लॉकडाउन लगने की वजह से उन्हें वहीं रुकना पड़ा. इस दौरान उन्होंने अपने पिता तौशाद और भाई मुसीर के साथ मिलकर लोगों की मदद करने का फ़ैसला लिया.
सोशल मीडिया पर सरफ़राज़ का एक वीडियो भी ख़ूब वायरल हो रहा है, जिसमें वो रहागीरों को खाना बांटते नज़र आ रहे हैं. वीडियो देख कर हर कोई इस 22 वर्षीय खिलाड़ी की तारीफ़ करते नहीं थक रहा. सरफ़राज़ फ़ैमिली की मदद से अब तक खाने के कम से कम एक हज़ार बॉक्स बांट चुके हैं. युवा खिलाड़ी का कहना है कि ये रमज़ान का महीना है और हम भूखे-प्यासे रहते हैं. हम समझ सकते हैं कि कैसा महसूस होता है. इसलिये हमने ईद न मनाने का फ़ैसला किया है और उससे जो भी पैसा बचेगा, हम ग़रीबों की मदद करेंगे.
सरफ़राज़ ने भारतीय टीम की ओर से 2014 और 2016 का अंडर -19 विश्व कप खेला था. इसके साथ ही 2015 में उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिये भी खेला था. उस वक़्त वो महज़ 17 साल के थे और टी-20 लीग में खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी. क्रिकेट की दुनिया में सरफ़राज़ को जगह बनाने भले ही अभी काफ़ी मेहनत करनी हो, पर हां वो हमारे दिलों में जगह बना चुके हैं.
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