IIT और AIIMS के पूर्व छात्रों देबयान साहा और शशि रंजन ने कोरोना वायरस से बचने के लिए ‘Airlens Minus Corona’ नाम की एक डिवाइस बनाई है. इस डिवाइस से सड़कों पर चलते हुए शहर को संक्रमण से मुक्त किया जा सकेगा. इसे अस्पताल, बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन, शॉपिंग मॉल और अन्य सार्वजनिक जगहों पर ले जाया जाएगा ताकि वो जगह संक्रमण मुक्त हो सके.
इन दोनों ने India Today बताया,
कोरोना वायरस को ख़त्म करने के लिए पानी की बूंदों में ‘कोरोना डिस्चार्ज’ के ज़रिए बिजली प्रवाह करके उसे आयिनत किया सकता है. फिर इन आयनित पानी की बूंदों का प्रयोग करके कोरोना वायरस को ख़त्म किया जा सकेगा.ऐसी आयनित पानी की बूंदें प्रोटीन के ऑक्सीकरण के ज़रिये गैर हानिकारक अणु बनने में मदद कर सकती हैं. ऑक्सीकरण सबसे शक्तिशाली रोगाणुरोधी उपायों में से एक है.
उन्होंने कहा,
ये तकनीक पूरे शहर को संक्रमण से बचा सकती है. वायरस को निष्क्रिय करने के उपाय हैं, जिनमें से एक एल्कोहल है. एल्कोहल आधारित सैनिटाइज़र से किसी व्यक्ति या छोटे पैमाने पर सतहों को संक्रमित होने से बचा सकता है, लेकिन पूरे शहर को नहीं. इसलिए इस डिवाइस को ईजाद किया गया है.
आपको बता दें, भारत में अब तक कोरोना वायरस के 271 मामले सामने आए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, 6700 लोगों की मॉनिटरिंग की जा रही है. कोरोना वायरस से पीड़ित चार लोगों की मौत हो चुकी है.
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