आने वाले 100 सालों में गायब हो जायेंगी कीड़े-मकौड़ों की सभी प्रजातियां, वजह हैं मानव गतिविधियां

Akanksha Tiwari

ग्लोबल वार्मिंग हम सभी के लिये चिंता का विषय है. बार-बार चेतावनी मिलने के बाद भी हम इंसान अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहे हैं. ये हम सबकी करनी का ही नतीजा है कि आने वाले सौ वर्षों में धरती से सभी कीड़े विलुप्त हो जायेंगे. इसके साथ ही सोने पे सुहागा ये होगा कि इसका दुष्प्रभाव प्रकृति पर भी पड़ेगा और वो होगा जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. 

indiatimes

जैविक संरक्षण पत्रिका में प्रकाशित एक वैज्ञानिक पत्र के मुताबिक, कीड़े हमारे ग्रह से तेज़ी से गायब हो रहे हैं और इसका एक बहुत कारण मानव गतिविधियां हैं. इस रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि 40 प्रतिशत से अधिक कीट प्रजातियां तेज़ी से घट रही हैं और 30 प्रतिशत से अधिक कीट आबादी लुप्त हो चुकी है. इसके साथ ही कुछ विलुप्त होने की कगार पर हैं. 

indiatimes

रिपोर्ट में कीड़ों के गायब होने की वजह कृषि को भी बताया. कृषि के लिये इस्तेमाल खोने वाले ख़तरनाक कीटनाशक से भी ये कीड़े-मकौड़े ख़त्म हो रहे हैं. इसके अलावा शहरीकरण और जलवायु परिवर्तन भी इसकी वजह हैं. 

similima

वहीं द गार्डियन की ख़बर के मुताबिक, धरती पर स्तनधारियों, पक्षियों और सरीसृप की तुलना में कीट की आबादी 8 गुना तेज़ी से घट रही है. ये हमारे लिये चिंता का विषय है, क्योंकि अगर धरती से कीट गायब हो गये, तो बाकि स्तनधारी जीव क्या खायेंगे? 

 संभलने के लिये पहले भी बोला जा चुका है, बाकि फ़ैसला आपका है. 

News के और आर्टिकल पढ़ने के लिये ScoopWhoop Hindi पर क्लिक करें. 

आपको ये भी पसंद आएगा
मिलिए Chandrayaan-3 की टीम से, इन 7 वैज्ञानिकों पर है मिशन चंद्रयान-3 की पूरी ज़िम्मेदारी
Chandrayaan-3 Pics: 15 फ़ोटोज़ में देखिए चंद्रयान-3 को लॉन्च करने का गौरवान्वित करने वाला सफ़र
मजदूर पिता का होनहार बेटा: JEE Advance में 91% लाकर रचा इतिहास, बनेगा अपने गांव का पहला इंजीनियर
कहानी गंगा आरती करने वाले विभु उपाध्याय की जो NEET 2023 परीक्षा पास करके बटोर रहे वाहवाही
UPSC Success Story: साइकिल बनाने वाला बना IAS, संघर्ष और हौसले की मिसाल है वरुण बरनवाल की कहानी
कहानी भारत के 9वें सबसे अमीर शख़्स जय चौधरी की, जिनका बचपन तंगी में बीता पर वो डटे रहे