कानपुर में गोलगप्पे हुए बैन, संक्रमण न फैले इसलिए लिया क़दम, गोलगप्पा प्रेमी शॉक में

Kratika Nigam

‘Back To New Normal’ के अपने कुछ नियम-क़ानून हैं, जिनका पालन करना हम सबको ज़रूरी है. इस दौरान हम एक नए भारत को देख रहें हैं, जहां बहुत सारी चीज़ें बदल गई हैं. जैसे बाहर जाने से पहले मास्क और सैनिटाइज़र लेना ज़रूरी हो गया है. दुकानों के खुलने का समय भी बदला है और सफ़र भी अब पहले जैसा नहीं रहा है. कानपुर में तो गोलगप्पों या पानी पूरी पर ही रोक लगा दी गई है.

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कानुपर ज़िला प्रशासन का मानना है,

अनलॉक 1.0 के बाद मिली छूट से बड़ी संख्या में लोगों ने बाहर निकलना शुरू कर दिया है. लोग बाहर निकल रहे हैं तो बाहर की चीज़ें भी खा रहे हैं. इनमें सबसे ज़्यादा गोलगप्पे की बिक्री हो रही है. इसलिए गोलगप्पे को COVID-19 का सुपर स्प्रेडर मानते हुए इस पर रोक लगा दी गई है.
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रिपोर्ट की मानें तो,

गोलगप्पे के ठेलों पर लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को फ़ॉलो नहीं कर रहे थे. भारी मात्रा भीड़ लगाकर वहां पर लोग गोलगप्पे खा रहे हैं, जिससे संक्रमण फैलने का ख़तरा बढ़ रहा है. इसलिए इसकी बिक्री रोक दी गई है. हालांकि, गोलगप्पे बेचने वालों का कहना है कि वो सभी सुरक्षा मानदंडों का पालन कर रहे थे.
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फ़िलहाल अभी गोलगप्पे के ठेलों से प्रतिबंध हटाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. ज़िलाधिकारी ने सबसे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घर में रहने की अपील की है. 

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