New Year Celebration: जानिए 1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है नया साल?

Vidushi

New Year Celebration: साल 2022 कुछ दिनों में दस्तक देने वाला है. इस साल का आखिरी महीना यानी कि दिसंबर ख़त्म होने को है और 1 जनवरी की तारीख़ के साथ सभी घरों के कैलेंडर बदल जाएंगे. नया महीना, नया साल और नया दिन. आने वाली 1 जनवरी को नए साल के आगाज़ के साथ ही शुरुआत होगी नए संकल्पों, नए आयामों और नई मंजिलों की. सिर्फ़ भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में नए साल का जश्न शबाब पर होगा जोकि 31 दिसंबर से ही शुरू हो जाएगा.

लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर फ़रमाया है कि New Year की शुरुआत 1 जनवरी से ही क्यों होती है? आख़िर कब से नए साल को मनाने की परंपरा की शुरुआत हुई? क्या हर देश में 1 जनवरी को ही नया साल मनाया जाता है? ऐसे कई सवाल हैं, जिनके जवाब आज हम आपको इस आर्टिकल के ज़रिए बताएंगे. 

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कब हुई 1 जनवरी को New Year Celebration की शुरुआत?

1 जनवरी को नया साल मनाने की तारीख़ इतनी मौलिक लगती है कि ऐसा लगता है हमेशा से New Year की शुरुआत इसी दिन से होती चली आ रही है. लेकिन वास्तव में जो दिखता है वैसा होता नहीं है. सदियों पहले नया साल 1 जनवरी को नहीं सेलिब्रेट किया जाता था. अलग-अलग देश अपनी मनमर्ज़ी से नया साल मनाते थे. कहीं 25 मार्च तो कहीं 25 दिसंबर, पहले New Year सेलिब्रेशन की कोई फ़िक्स डेट नहीं हुआ करती थी. लेकिन समय बदला और राजा नूमा पोंपिलस ने रोमन कैलेंडर में कुछ बदलाव किए. इसी के बाद से विश्व भर में 1 जनवरी 2021 को नया साल मनाने की शुरुआत हुई. 

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साल में नहीं होते थे 12 महीने 

सदियों पहले जो कैलेंडर ईजाद हुए उसमें 12 महीनों की जगह केवल 10 महीने हुआ करते थे. यानी 10 महीनों में पूरा साल ख़त्म. वो राजा नूमा पोंपिलस ही थे, जिन्होंने साल में दो महीने जनवरी और फ़रवरी जोड़े. 

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साल 365 दिन का ही क्यों होता है? (New Year Celebration)

जनवरी और फ़रवरी के जोड़े जाने के बाद भी पुराने समय में साल में सिर्फ़ 355 दिन ही हुआ करते थे. विसंगति को संतुलित करने के लिए हर दूसरे महीने फरवरी के अंत में मर्सिडियस नामक एक महीने को जोड़ने का आदेश दिया गया था. उन दिनों एक सप्ताह में 8 दिन होते थे. हालांकि, इसके बाद 45 BC में रोम के शासक जूलियस सीज़र ने सभी कमियों को दूर करके हमें रोमन कैलेंडर का मॉडर्न वर्ज़न दिया, जिसे आज तक हम सभी फॉलो करते हैं. सीज़र ने खगोलविदों से जाना कि पृथ्वी 365 दिन और छह घंटे में सूर्य की परिक्रमा करती है. 

भारत में कब मनाया जाता है नया साल?

वैसे तो भारत में रोमन कैलेंडर के हिसाब से 1 जनवरी से ही New Year की शुरुआत होती है. लेकिन भारत में अलग-अलग धर्म के लोग अपने रीति-रिवाजों के हिसाब से भी नया साल मनाते हैं. जैसे पंजाब में बैसाखी के दिन यानि 13 अप्रैल को नए साल का आगाज़ होता है. जैन धर्म को मानने वाले दिवाली के अगले दिन नया साल मनाते हैं. वहीं सिख अनुयायी मार्च में होली के दूसरे दिन से नया साल मनाते हैं.

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1 जनवरी को New Year Celebrate करने की वजह तो वाकई दिलचस्प है.

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