श्रीलंका में घूमने आए पर्यटक कोरोना वायरस महामारी के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से वहीं फंस गए क्योंकि सभी फ़्लाइट कैंसल कर दी गईं. इन सभी के लिए ये चिंता का विषय था क्योंकि इनके पास न रहने की जगह थी और न खाने के पर्याप्त इंतज़ाम. ऐसे में एला के कैफ़े मालिक Darshana Ratnayake इनके लिए फ़रिश्ता बनकर आगे आए. इन्होंने यहां फंसे दर्जनों पर्यटकों के लिए मुफ़्त भोजन और रहने का इंतज़ाम किया.
31 साल के अमेरिकी क्रूज़ लाइन के मनोरंजन निदेशक Alex Degmetich ने कहा,
ऐसी स्थिति में हमारे होश पूरे तरह से खो चुके थे. ये बहुत सराहनीय काम है जो Darshana कर रहे हैं. क्योंकि जहां हम रहते हैं वहां हर चीज़ के पैसे देने पड़ते हैं. लेकिन यहां, स्थानीय लोग पर्यटकों को मुफ़्त भोजन और आवास दे रहे हैं, ये इनकी दयालुता है.
इंग्लैंड की एक पर्यटक Rebecca Curwood-Moss ने कहा,
जो खाने का बॉक्स हमें Darshana देते हैं, उसमें बहुत ज़्यादा खाना होता है. इसके अलावा उसमें सिर्फ़ करी-चावल नहीं, बल्कि एक उम्मीद भी होती हैं.
20 मार्च को श्रीलंका सरकार ने हिंद महासागर द्वीप राष्ट्र के पूरे क्षेत्रों को बंद करते हुए देशव्यापी कर्फ़्यू लगाया था. इसमें एला में 11 देशों के 40 पर्यटक फंस गए थे उसी में Alex Degmetich भी शामिल हैं. एला राजधानी कोलंबो से 200 किलोमीटर दूर है.
Darshana ने बताया,
यहां आने वाले पर्यटकों को ट्रेकिंग बहुत आकर्षित करती है. इसलिए उनके पास पैसों की कमी और खाने की चीज़ों की कमी होना लाज़िमी है. कई पर्यटकों के पास ट्रैवल करने के पैसे थे और लॉज लेने के भी पैसे थे लेकिन वो काफ़ी टूटी हुई थीं.
इसी के चलते कर्फ़्यू लगने के बाद इन्होंने सभी टूरिस्ट की एक लिस्ट तैयार की और उन्हें डिनर के साथ-साथ लॉज में रहने की व्यवस्था भी करके दी. Darshana ने अपने कैफ़े के अलावा और भी लॉज मालिकों से उन्हें फ़्री में रहने के लिए अनुरोध किया. Darshana ने 13 साल पहले दो टेबल के साथ एक जूस बार के ज़रिए एक कैफ़े खोला था. जिसमें अब 72 कर्मचारी हैं और वो एक बेहतरीन रेस्टोरेंट, बुटीक और होटल बन चुका है.
Darshana ने कहा,
हमारी आजीविका पर्यटन पर निर्भर करती है. इसलिए जब उन पर मुसीबत आई है तो हमें इनकी मदद करनी चाहिए. पैसा ही सब कुछ नहीं होता है, हमें इंसानियत के नाते भी कुछ करना चाहिए.
आपको बता दें, Darshana श्रीलंका के टूरिज़्म को श्रीलंकन रुपयों में 5 मिलियन ($27,000) डोनेट कर चुके हैं. क्योंकि दशकों से चल रहे गृहयुद्ध का श्रीलंका के एला में पर्यटन पर बहुत प्रभाव पड़ा था. फ़िलहाल अब यहां पर टूरिस्ट का आना-जाना फिर से शुरू हो गया है.
News पढ़ने के लिए ScoopWhoop हिंदी पर क्लिक करें.