Surekha Yadav The First Woman Loco Pilot Of Vande Bharat Express: भारत की सेमी-हाईस्पीड ट्रेन से जुड़ गई है महिला शक्ति. सोमवार को पहली बार इसे एक महिला लोको पायलट यानी ट्रेन ड्राइवर द्वारा चलाया गया. ये उपलब्धि हासिल करने वाली महिला कौन हैं और उन्होंने कौन सा दूसरा रिकॉर्ड भी बनाया है चलिए जानते हैं.
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एशिया की पहली महिला लोको पायलट
सोमवार को हम भारतीय ख़ासकर भारतीय महिलाओं और इंडियन रेलवे के लिए गर्व का दिन रहा. इस दिन एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव ने महाराष्ट्र के सोलापुर से सीएसएमटी तक वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई.
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रेल मंत्री ने भी शेयर की तस्वीरें
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) पर पहुंचने के बाद साथी ट्रेन ड्राइवर्स ने उनका जोरदार स्वागत भी किया. रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने भी उनकी कुछ तस्वीरें शेयर कर ये ख़ुशख़बरी पूरे देश से ट्विटर पर साझा की.
ये ट्रेन सही समय पर सोलापुर से चली और समय से 5 मिनट पहले सीएसएमटी पहुंची. सुरेखा यादव ने नई तकनीक से लैस वंदे भारत ट्रेन को चलाने का अवसर देने के लिए आभार जताया.
कौन हैं सुरेखा यादव?
सुरेखा यादव महाराष्ट्र के सतारा की रहने वाली हैं. वो 1988 में भारत की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर बनीं. मध्य रेलवे में शामिल होने से पहले यादव ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया था. सुरेखा को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. इस ट्रेन को चलाने से पहले फरवरी 2023 में रेलवे संस्थान वडोदरा में उन्होंने इसे चलाने की वर्कशॉप में परीक्षण हासिल किया था.
इससे पहले सुरेखा यादव ने वुमेन्स डे के मौक़े पर मुंबई-पुणे डेक्कन क्वीन एक्सप्रेस का संचालन किया था. ये सीएसटी और कल्याण के बीच चलाई गई पहली ऑल वुमेन क्रू वाली लोकल ट्रेन थी. उस दिन सहायक लोको पायलट के रूप में सयाली सावरडेकर ने उसके साथ रेलगाड़ी का संचालन किया था.
सेंट्रल रेलवे के एक अधिकारी ने उनके बारे में बात करते हुए कहा– ‘सुरेखा यादव एशिया की पहली महिला लोको पायलट हैं. उन्होंने 13 मार्च 2023 को सोलापुर-सीएसएमटी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का सफल संचालन किया. इसके साथ ही वो वंदे भारत एक्सप्रेस को ड्राइव करने वाली पहली महिला लोको पायलट भी हैं. ये भारतीय रेलवे के लिए भी गौरवपूर्ण पल है.’
सुरेखा जी सफल होने का सपना देखने वाली हर महिला के लिए नज़ीर हैं.