बस ड्राइवर की बेटी उड़ाएगी एयरफ़ोर्स का जहाज, पाई ऑल इंडिया में दूसरी रैंक, पढ़िए सक्सेस स्टोरी

Vidushi

Shruti Singh Success Story of becoming airforce flying officer : आप किसी भी परिस्थिति पर काबू पा सकते हैं, बस आपके हौसलों में ताक़त होनी चाहिए. ये बात उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) के बस ड्राइवर की बेटी श्रुति सिंह (Shruti Singh) ने सच साबित करके दिखाई है. उन्होंने एयरफोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट (AFCAT) परीक्षा में ऑल इंडिया दूसरी रैंक हासिल की है और उनका सेलेक्शन एयरफोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर पद के लिए हुआ है. 

india today

ये भी पढ़ें: चॉल में बीता जीवन, पिता थे सिक्योरिटी गार्ड, बेटे ने पलटी क़िस्मत, आज चलाते हैं करोड़ों की कंपनी

इनकी कहानी संघर्ष और मिसाल का मिश्रण है. आइए आपको इनके बारे में बताते हैं.

बस ड्राइवर हैं श्रुति के पिता

श्रुति सिंह उत्तर प्रदेश के मेरठ के पल्लवपुरम की रहने वाली हैं. उनके पिता केपी सिंह उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में एक बस ड्राइवर के पद पर तैनात हैं. वहीं, उनकी मां सुनीता सिंह एक होममेकर हैं. श्रुति ने अपना बैचलर्स Meerut College, Meerut से पूरा किया है. सरकारी बस चलाने वाले केपी सिंह ने कभी बच्चों को कोई कमी नहीं होने दी. उनके बेहतर भविष्य के लिए हर संभव कोशिश की. श्रुति अपनी क़ामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता को देती हैं.

aaj tak

बेटी की सफ़लता पर पेरेंट्स हैं काफ़ी ख़ुश

श्रुति के पेरेंट्स अपनी बेटी की सफ़लता पर काफ़ी ख़ुश हैं. उनकी बेटी काफ़ी मुश्किलों का सामना करने के बाद मेहनत के दम पर एयरफ़ोर्स में ऑफिसर बनी है. उन्होंने अपने पेरेंट्स के अलावा अपने टीचर कर्नल राजीव देवगन और अपनी बहन पूर्व जिला पंचायत सदस्य मिनाक्षी भराला को भी धन्यवाद किया है. उनका कहना है कि उनकी कामयाबी में इनका अहम योगदान है. श्रुति का कहना है कि जब उनके पिता काम पर चले जाते थे, तब उनकी बहन ही उनकी पढ़ाई-लिखाई में मदद करती थीं.

news18 hindi

हैदराबाद के एयरफोर्स एकेडमी में होगी ट्रेनिंग

अपनी सफ़लता का सीक्रेट बताते हुए श्रुति कहती हैं कि हमें रट्टा नहीं मारना चाहिए, बल्कि पढ़ाई के लिए छोटे-छोटे टारगेट बनाने चाहिए. उसे 4 बार रिकमेंडेशन मिली, लेकिन उनमें से दो में मेरिट आउट हो गई. अंत में एयर 2 प्राप्त करने से उन्हें काफी खुशी हो रही है. अब श्रुति जनवरी 2024 में भारतीय वायुसेना के फ्लाइंग ऑफिसर पद के लिए हैदराबाद के एयरफोर्स एकेडमी में अपनी ट्रेनिंग शुरू करेंगी. 

news18 hindi

ये भी पढ़ें: दुर्घटना में हाथ ज़रूर खोया, मगर हौसला नहीं… UPSC पास करने वाली अखिला की कहानी सबको पढ़नी चाहिए

आपको ये भी पसंद आएगा
यूपी में है एक अनोखा कॉलेज! जिसके चेयरमैन हैं ‘बजरंगबली हनुमान’, अपने केबिन में लेते हैं मीटिंग
यूपी में राजघराने से आने वाली ये 4 महिला विधायक हैं खंजर, चाकू, राइफल, जैसे हथियारों की मालकिन
सरकारी स्कूल से पढ़े…माता-पिता हैं मजदूर, ऐसे किया बौद्धमणि ने गांव से ISRO तक का सफ़र पूरा
“मेरे बेटे को ख़रीद लो…” पढ़िए मजबूर पिता की कहानी, जो अपने मासूम बेटे को बेच रहा है
कौन हैं UP की सबसे अमीर महिला MLA पक्षालिका सिंह, जो हैं 132 हथियार और करोड़ों की संपत्ति की मालिक
Khan Chachi: 92 साल की उम्र में पढ़ना सीख कर मिसाल बनीं ‘ख़ान चाची’, रोज़ जाती हैं स्कूल