“चिंता मत करना मां...”, उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूर का मां को इमोशनल मैसेज, सुनकर नम हो गई आंखें

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Uttarkashi Tunnel Collapse Updates : उत्तरकाशी स्थित सिल्क्यारा सुरंग में बीते 10 दिनों से मजदूर फंसे हैं, जो अपनी ज़िन्दगी और मौत के बीच लड़ रहे हैं. इसके साथ ही सुरंग के अंदर का एक वीडियो जारी किया गया है. इसमें टनल के भीतर मजदूर आपस में बातचीत कर रहे हैं. ये विजुअल इंडोस्कोपिक कैमरा के ज़रिए क़ैद किया गया था. छह इंच की फ़ूड पाइपलाइन से इस कैमरे को सुरंग में भेजा गया और मजदूरों की अपने परिजनों से बातचीत करवाई गई.

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इसमें जयदेव नामक एक मज़दूर ने सुपरवाइज़र से कहकर एक संदेश रिकॉर्ड करवाया. इस संदेश को सुनकर लोगों की आंखें नम हो गईं. आइए आपको इस बारे में बताते हैं.

जयदेव का मां को इमोशनल मैसेज

एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुरंग में फंसे एक मजदूर ने अपनी मां को बांग्ला में एक इमोशनल मैसेज भेजा. जयदेव नामक ये मजदूर पश्चिम बंगाल का रहने वाला है. उन्होंने कहा, “कृपया रिकॉर्ड करें. मैं अपनी मां को कुछ बताऊंगा. मां आप टेंशन मत लेना. मैं ठीक हूं. आप और पापा टाइम से खाना खा लेना.” वहां मौजूद सभी लोग जयदेव की बातें सुनकर इमोशनल हो गए. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जयदेव की रिकॉर्डिंग को उनके माता-पिता तक पहुंचाया जाएगा. उनके अलावा भी कई अन्य मजदूरों ने अपने परिजनों को मैसेज भेजे.

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बाकी मजदूरों ने भी भेजे मैसेज

सुरंग के बाकी मजदूरों ने अपने परिजनों के लिए मैसेज में कहा कि वो सुरंग में फंसे हैं लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है. जल्द ही वो सुरक्षित बाहर आ जाएंगे. दरअसल, सुरंग के अंदर कैमरा पहुंचाने के बाद अधिकारियों ने मजदूरों से कहा था कि एक-एक आदमी कैमरे के पास आते रहें. ताकि आपके परिजनों को दिखाया जा सके कि आप सुरक्षित हैं. इसके साथ रेस्क्यू टीम ने मजदूरों को हौसला भी दिया. उनको भरोसा दिलाया गया कि जल्द ही सभी को बाहर निकाल लिया जाएगा. 

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खाने-पीने का सामान पाइप से पहुंचाया गया

इस बीच सिलक्यारा और डंडालगांव में वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू हो गई है. उनको खाने-पीने का सामान पाइप के अंदर पहुंचाया जा रहा है. बोतल में भरकर मज़दूरों को खिचड़ी भेजी गई. इसके अलावा संतरे, सेब और नींबू का जूस भी भेजा गया.  21 अक्टूबर को मजदूरों को दलिया और अन्य खाद्य सामग्री भेजी गई थी. अभी तक पाइप के ज़रिए सिर्फ़ मल्टी विटामिन, मुरमुरा और सूखे मेवे भेजे जा रहे थे.

कैसे हुआ था ये हादसा?

बता दें कि, 12 नवंबर को चारधाम परियोजना के तहत सिलक्यारा टनल बन रहा था. ये टनल ​​​​ब्रह्मखाल और यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच बनाई जा रही है.  लेकिन उसके बीच में ही टनल का एक हिस्सा ढह गया था. जिसके बाद क़रीबन 40 वर्कर उसमें फंस गए. सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने की कोशिश सरकार कर रही है.

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