9 Slip Fielders in Test Match: इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसे कई वाक़ये होते हैं जो समय के साथ इतिहास की क़िताबों में याद बनकर रह जाते हैं. क्रिकेट के मैदान पर ऐसे कई वाक़ये हुए हैं जो इस खेल की ख़ूबसूरती को बयां करते हैं. क्रिकेट इतिहास में कुछ वाक़ये तो ऐसे भी हुए हैं जिन्हें फ़ैंस चाहकर भी भूल नहीं पाते. क्रिकेट ग्राउंड के एक ऐसे ही वाक़ये ने आज से क़रीब 45 साल पहले क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया था. जब कप्तान और गेंदबाज़ ने पिपक्षी टीम पर दबाव बनाने के लिए अपने 9 खिलाड़ियों को फ़ील्डिंग के लिए स्लिप (Slip) में लगा दिया था.
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अगर आप भी क्रिकेट लवर हैं तो इस तस्वीर से परिचित ही होंगे. ये तस्वीर आपने अक्सर इंटरनेट पर ज़रूर देखी होगी, जिसमें टेस्ट मैच के दौरान विपक्षी टीम के बल्लेबाज़ को घेरे स्लिप में 9 खिलाड़ी दिखाई दे रहे हैं. स्लिप में अपने शिकार के लिए बिछाया गया ये मकड़जाल, क्रिकेट के एक अनोखी तस्वीर पेश करती है.
क्रिकेट इतिहास का यादगार मैच
दरअसल, बात साल 1977 की है. ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच ऑकलैंड में 2 मैचों की सीरीज़ का दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा था. दोनों टीमों के बीच पहला टेस्ट मैच ड्रॉ हो चुका था. ऐसे में ये मुक़ाबला बेहद अहम माना जा रहा था. ये मैच 25 फ़रवरी 1977 से 1 मार्च 1977 के बीच गया था. इस मुक़ाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर फ़ील्डिंग करने का फ़ैसला किया. पहली इनिंग में न्यूज़ीलैंड ने 229 रन बनाये, जवाब में ऑस्ट्रेलिया 377 रन बनाये. इस तरह से ऑस्ट्रेलिया को पहली इनिंग में 148 रनों की बढ़त मिली.
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इस मैच में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी ग्रेग चैपल कर रहे थे. वही चैपल जो एक समय में टीम इंडिया के कोच भी हुआ करते थे. चैपल हमेशा से अटैकिंग प्लेयर माने जाने थे. ऐसे में उन्होंने न्यूज़ीलैंड की दूसरी पारी में गेंदबाज़ी की ज़िम्मेदारी महान तेज़ गेंदबाज़ डेनिस लिली और मैक्स वॉकर को सौंपी. इस दौरान इन दोनों तेज़ गेंदबाज़ों ने एक के बाद एक 169 रनों पर न्यूज़ीलैंड के 9 विकेट झटक लिए. न्यूज़ीलैंड के लिए आख़िरी जोड़ी के रूप में क्रीज़ पर पुच्छले बल्लेबाज़ पीटर पैट्रिक और इवेन चैटफ़ील्ड बल्लेबाज़ी कर रहे थे.
इस बीच ग्रेग चैपल और डेनिस लिली के बीच कुछ बातचीत हुई. इसके बाद ग्रेग चैपल ने एक-एक करके अपने 9 खिलाड़ियों को स्लिप पर तैनात कर दिया. चैपल के इस फ़ैसले को देख क्रिकेट वर्ल्ड में हंगामा मच गया. क्योंकि इंटरनेशनल क्रिकेट ऐसा दृश्य पहली बार देखने को मिल रहा था. गेंद तेज़ गेंदबाज़ डेनिस लिली के हाथ में थी और उनके सामने पीटर पैट्रिक बल्लेबज़ी कर रहे थे. लेकिन प्लानिंग के तहत डेनिस लिली ने एक तेज़ गेंद फ़ेंकी और पीटर पैट्रिक क्लीन बोल्ड कर दिया और न्यूज़ीलैंड अपनी दूसरी पारी में केवल 175 रन पर सिमट गया. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए केवल 29 रनों का टारगेट मिला, जिसे उसने आसानी से हासिल कर लिया.
आख़िर क्यों की थी ऐसी ‘फ़ील्ड सेटिंग’?
डेनिस लिली ने सालों बाद इस बात का ख़ुलासा किया कि उनके कहने पर ही ग्रेग चैपल जानबूझकर ऐसी फ़ील्ड सेटिंग की थी. क्योंकि उनकी टीम जीत के बेहद क़रीब थी और हारने का रिस्क भी न के बराबर था. दरअसल, डेनिस लिली ने ये फ़ील्ड सेटिंग एक मैगज़ीन के फ़ोटोग्राफ़र के कहने पर सेट की थी. फ़ोटोग्राफ़र को मैगज़ीन के कवर पेज के लिए एक यूनीक तस्वीर खींचना चाहते थे. इनिंग के दौरान बाउंड्री पर फ़ील्डिंग करते वक़्त डेनिस लिली और फ़ोटोग्राफ़र के बीच इस संबंध में बातचीत हुई थी.
बता दें कि साल 1999 में ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर से ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ फ़ील्डिंग के दौरान यही वाक़या दोहराया था और अपने 9 खिलाड़ियों को स्लिप में फ़ील्डिंग के लिए लगा दिया था. इसके बाद साल 2017 में बंगाल और छत्तीसगढ़ के बीच खेले गए एक रणजी मैच के दौरान बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने भी अशोक डिंडा और मोहम्मद शमी की गेंदबाज़ी के दौरान स्लिप में 9 फ़ील्डर लगा दिये थे.
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