आज हमारे पास बढ़िया से बढ़िया स्मार्ट फ़ोन उपलब्ध हैं. कोई गेमिंग के लिए बेस्ट है तो कोई फ़ोटोग्राफ़ी के लिए. एक से बढ़कर एक फ़ीचर वाले ये फ़ोन बहुत स्लिम और हल्के हैं. इन्हें आसानी से आप कहीं भी ले जा सकते हैं. लेकिन आज से 47 साल पहले जब पहला मोबाइल फ़ोन मोटरोला ने बनाया था तो उसे उठाने के लिए बहुत ताकत लगती थी. ऐसा हो भी क्यों न वो तक़रीबन 2 किलो का जो था.
चलिए आज आपको दुनिया के सबसे पहले मोबाइल फ़ोन से जुड़ा इतिहास भी बता देते हैं.
हां, तो दोस्तों दुनिया का सबसे पहला मोबाइल फ़ोन मोटरोला ने बनाया था जो 2 किलोग्राम का था. आपने जो सबसे भारी मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल किया था उससे कहीं ज़्यादा भारी. 1973 में मोटरोला ने इसे तैयार किया था. हालांकि, तब ये सिर्फ़ मोबाइल का प्रोटो टाइप ही था.
Large-Scale Integration (LSI) टेक्नोलॉजी और Metal-Oxide Semiconductors के विकास के कारण इसे बनाने में कामयाबी हासिल हुई थी. इसे Martin Cooper ने बनाया था. 1983 में पहली बार इसे DynaTac 8000x के नाम से दुनिया के सामने पेश किया था. तब इसका वज़न 790 ग्राम था. इसे कई तरह से डिज़ाइन करने के बाद इसका वज़न कम किया गया था.
मगर अभी भी ये बहुत भारी था. तब इसकी क़ीमत आज के हिसाब से लगभग 7.5 लाख रुपये थी. इस फ़ोन में भी Lithium-Ion बैटरी थी, जो आजकल के फ़ोन्स में भी इस्तेमाल होती है. इस मोबाइल फ़ोन से पहली कॉल David D. Meilahn ने Bob Barnett को लगाई थी. Bob Barnett Ameritech Mobile Communications के पूर्व अध्यक्ष थे.
तब इस फ़ोन को लाने ले जाने के लिए लोग ब्रीफ़केस का इस्तेमाल करते थे. इससे बिना किसी ऑपरेटर को कॉल किए ही डायरेक्ट नंबर मिला कर कॉल की जा सकती थी. ये फ़ोन तब व्यापारियों के बीच काफ़ी लोकप्रिय हुआ था. इतना कि मोटरोला इसकी डिमांड को भी समय पर पूरा नहीं कर पा रही थी.
ये फ़ोन भी आजकल के मोबाइल फ़ोन्स की तरह ही AMPS नेटवर्क पर काम करता था. अब ये फ़ोन बस कुछ लोग शो पीस की तरह सज़ाने के लिए इस्तेमाल करते हैं.
DynaTac 8000x नाम के इस फ़ोन को क्या आज के ज़माने में इस्तेमाल करना चाहते हैं आप? कमेंट कर हमसे भी अपने विचार शेयर करें.
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