Jobless Chaiwali: नौकरी छूटी, सुने समाज के ताने, पर हौसला बुलंद कर बनाई अपनी अलग पहचान

Nripendra

Story of Jobless Chaiwali in Hindi: इंसान की परिस्थितियां धूप और छांव की तरह होती हैं, कब क्या हो जाए कुछ नहीं पता. एक सुखी इंसान दुख के अंधरे में घिर सकता है, तो किसी के दुख के बादल खिलखिलाती सुबह का रूप ले ले सकते हैं. लेकिन, सत्य यही है कि टिकता वो ही है, जो हर परिस्थिति में ख़ुद को खड़ा रखने की हिम्मत रखता हो. 

कुछ ऐसी ही कहानी लखनऊ की पूजा की है, जिन्होंने विपरित परिस्थितियों को पार कर ख़ुद को सफल बनाने का काम किया.

आइये, विस्तार से जानते हैं Story of Jobless Chaiwali in Hindi

कोरोना काल में छूट गई नौकरी

 

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Lucknow Jobless Chaiwali in Hindi: हम जिनकी बात कर रहे हैं उनका नाम है पूजा, जो लखनऊ की रहने वाली हैं और ‘जॉबलेस चायवाली’ के नाम से मशहूर हैं. वो लखनऊ में ही अपनी चाय की दुकान चलाती हैं. पूजा उन लोगों में शामिल हैं जिनकी नौकरी कोरोना काल में चली गई थी. नौकरी छूटने के बाद उन्होंने कई दफ़्तरों के दरवाज़े खटखटाए, लेकिन कहीं से पॉज़िटिव रिस्पांस नहीं आया. लखनऊ यूनिवर्सिटी में बी.कॉम की छात्रा रह चुकीं पूजा के घर वालों को पता नहीं था कि वो जॉबलेस हैं और अगर वो घरवालों को बतातीं, तो उन्हें घर बुला लिया जाता है. 

शुरू किया खुद का स्टार्टअप 

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Lucknow Story of Jobless Chaiwali in Hindi: पूजा घर नहीं जाना चाहती थीं और अपने पैरों पर फिर से खड़ा होना चाहती थीं. इसलिए उन्होंने ख़ुद का स्टार्टअप शुरू करने का सोचा और कुछ दोस्तों के साथ मिलकर उन्होंने चाय बेचने का काम शुरू किया. उन्होंने अपने स्टार्टअप का नाम रखा Jobless Chaiwali. लेकिन, समाज के लोगों से ये देखा न गया. एक लड़की होकर चाय बेचने को लेकर उनका विरोध हुआ और ताने तक सुनने पड़े. यहां तक उनका साथ उनके दोस्तों तक ने छोड़ दिया. इसके बाद उनका ये काम बंद हो गया. 

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फिर से शुरू किया काम

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Lucknow Story of Jobless Chaiwali in Hindi: पूजा हार मानने वालों में से नहीं थीं. उन्होंने चाय बेचने के काम को फिर से शुरू किया. पूजा लखनऊ के गोमती नगर के चौराहे की चटोरी गली चाय का स्टॉल लगाती हैं और पूजा की जाय यहां काफी प्रचलित है. आप पूजा की चाय का आनंद दोपहर 3 बजे से लेकर रात 11:30 तक ले सकते हैं. चाय के अलावा आपको यहां मैगी भी खाने को मिल जाएगी. आज पूजा अपनी जॉब से ज़्यादा कमा रही हैं और ख़ुश हैं. 

पूजा की कहानी एक गहरा संदेश देती है कि इंसान को कभी हार नहीं माननी चाहिए. उसकी निरंतर कोशिश उसे आगे ले जाने का काम ज़रूर करती है. आपको ये आर्टिकल कैसे लगा, हमें कॉमेंट में बताना न भूलें.

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