समय गतिशील है और ये किसी के लिये नहीं रुकता. तेज़ी से भागते वक़्त के साथ इंसान ने काफ़ी तरक्की कर ली है. नये युग के लोगों को टेक्नोलॉजी और स्टाइलिश चीज़ों की आदत लग गई है. पर हमारे बुज़ुर्गों ने हमसे अलग जीवन जिया हैं. उनके दौर में टेक्नोलॉजी भले ही नहीं थी, पर ऐसी चीज़ें थीं जिसे टेक्नोलॉजी भी टक्कर नहीं दे सकती.
मॉर्डन ज़माने में हमें अपने से बड़े लोगों की सोच भले ही पुरानी लगे, लेकिन हां उनकी चीज़ें आज भी नई सी लगती हैं. आज की युवा पीढ़ी शायद इस बात के एहसास को ऐसे न समझ आये. इसलिये हमने दादा-दादी के ज़माने की कुछ तस्वीरें इक्ठ्ठा की हैं, जिनमें पीढ़ियों के बीच का अंतर साफ़ दिख रहा है.
1. कितनी ख़ूबसूरती से वॉलपेपर को शॉपनर पर लगा दिया

2. फ़ैन के बॉक्स पर लिखा मैसेज भी पढ़ना

3. कार्ड पेपर नहीं, मैटल का बना हुआ है

4. शॉपिंग लिस्ट कितनी सफ़ाई से तैयार की गई

5. कैंची कितनी स्टाइलिश और क्लासी लग रही है

6. चिप्स का डिब्बा ब्रश रखने के काम आ रहा है

7. कुकीज़ कंटेनर, सुई-धागा का डिब्बा बन चुका है

8. नमक और काली मिर्च के शेकर्स को निकलने का रिकॉर्ड बनाया हुआ है

9. सदियों पुराना ब्रेड बॉक्स आज भी इस्तेमाल होता है

10. क्या हम ये कैलकुलेटर यूज़ कर सकते हैं?

11. 3D Picture Viewer 1957 का है

12. 16 साल पुराना नोकिया फ़ोन को देख कर कई यादें ताज़ा हो गईं

13. विंटेज ओवन प्यारा दिख रहा है

14. कटलरी का बदलता रूप

15. 1920 का मेकअप आज भी नया लग रहा

16. रिमोट आकर्षक कवर

सच में हम कितना ही तरक्की क्यों न कर लें, लेकिन बुज़ुर्गों के दौर की बात ही अलग है.