Beautiful Mosques In World: दुनिया में चाहे जितनी भी जगहें घूम लो, लेकिन जो शांति हमें मंदिर, मस्जिद, चर्च या गुरूद्वारे में मिलती है, वो शायद ही कहीं और मिल सकती है. इस्लाम धर्म में प्राचीन काल से मस्ज़िदों को धार्मिक और सांस्कृतिक शिक्षा के लिहाज़ से सर्वोपरि माना गया है. इसके साथ ही इन धार्मिक स्थलों के अमेज़िंग आर्किटेक्चर की पूरी दुनिया क़ायल है. अपने समृद्ध इतिहास और आश्चर्यजनक डिज़ाइंस से मस्जिद दुनियाभर के आंगतुकों को आकर्षित करते हैं. 

जैसा कि रमज़ान का महीना चल रहा है, मस्जिदें इस ख़ास अवसर के लिए तैयार की गई हैं. इसी मौके पर हम आपको दुनियाभर की कुछ ख़ूबसूरत मस्जिदों (Beautiful Mosques In World) का दीदार करवा देते हैं.

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Beautiful Mosques In World

1. शेख़ ज़ायेद ग्रैंड मस्जिद

अबू धाबी में स्थित इस ख़ूबसूरत मस्जिद की ऊंचाई लगभग 100 मीटर है. इसको अबू धाबी के सांस्कृतिक स्थलों में से एक कहा जाता है. साल 1996 में शेख़ ज़ायेद बिन सुल्तान अल नाहयान ने इस मस्जिद का निर्माण किया था. इसमें 82 गुंबद, 1,000 से अधिक स्तंभ, 24 कैरेट सोने का पानी चढ़ा हुआ झूमर और दुनिया का सबसे बड़ा हाथ से बुना हुआ कालीन है. शुद्ध सफेद संगमरमर के गुंबद, प्याज के आकार के ‘मुकुट’ और सोने के कांच के मोज़ेक से सजाए गए अर्धचंद्राकार, ये सभी यहां भव्यता का जादू करते हैं. इस मस्जिद को बनने में क़रीब 2 साल का वक़्त लगा था. शाम के समय इस मस्ज़िद का नज़ारा और भी ख़ूबसूरत लगता है.

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2. बीबी-ख़ानम मस्जिद

उज़्बेकिस्तान के प्राचीन शहर समरकंद में ये मस्जिद यहां की ख़ूबसूरती में चार-चांद लगाती है. 1399 और 1404 के बीच में बनी इस मस्जिद का नाम मंगोल के लीडर तिमूर की पत्नी के नाम पर रखा गया है. इसका निर्माण तिमूर के भारत में सफ़ल कैम्पेन के बाद हुआ था. ये मस्जिद इस विचार से बनाई गई थी कि ये उन सभी अन्य ख़ूबसूरत स्थलों को मात देगी, जिसे तिमूर ने देखा था. इसी वजह से पूर्व की ओर से इस मस्जिद को बनाने के लिए सैंकड़ों आर्किटेक्ट, आर्टिस्ट और कारीगर बुलाए गए थे. ये मस्जिद इतना बड़ा है कि इसमें एक बार में 10,000 लोग आ सकते हैं. इसे मार्बल टाइल्स से सजाया गया है. इसकी दीवारों में आप बड़े अरबी अक्षरों वाली चमकदार ईंटें देखेंगे. (Beautiful Mosques In World)

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3. नासिर अल-मुल्क मस्जिद

ईरान के पुराने शहर शिराज़ में बसे इस मस्जिद को ‘पिंक मस्जिद‘ भी कहा जाता है. ये क़जर काल के दौरान एक पारसी शासक के बेटे मिर्ज़ा हसन अली ख़ान नासिर अल-मुल्क के आदेश पर बनवाई गई थी. ये आगंतुकों का वेलकम बहुरूपदर्शक से आ रही चमकती लाइट्स से करता है. अगर आपको ये अद्भुत नज़ारा देखना है, तो बेहतर होगा कि यहां सुबह-सुबह जाएं. इसकी एंट्रेंस पर ब्लू, येलो, पिंक, एज़्योर और व्हाइट शेड के टाइल्स लगे हैं. इसका आर्किटेक्चर क़माल का है. यहां एक पूल है, जो फ़ोटोग्राफ़ी के लिए आकर्षक साइट है. 

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4. अल-अक्सा मस्जिद

ये इस्लामी यात्रा का तीसरा सबसे पवित्र स्थल माना जाता है. साथ ही अल-अक्सा मस्जिद UNESCO की वर्ल्ड हेरिटेज साइट भी है. ऐसा माना जाता है कि पैगंबर मोहम्मद के जन्नत सिधारने से पहले उन्हें मेका की अल-हरम मस्जिद से यहां लाया गया था. इस मस्जिद का काफ़ी बार पुनर्निर्माण हो चुका है, क्योंकि ये भूकंपों से काफ़ी प्रभावित हुआ था. माना जाता है कि मस्जिद परिसर के अंदर सातवीं शताब्दी की संरचना, ‘द डोम ऑफ द रॉक‘ वह स्थान है, जहां पैगंबर मुहम्मद ने स्वर्ग की सीढ़ियां चढ़ी थीं. परिसर की पश्चिमी दीवार, जिसे ‘वेलिंग वॉल’ के रूप में भी जाना जाता है, उसे दूसरे मंदिर का अंतिम अवशेष माना जाता है. दीवार को लेकर मुसलमानों की भी अपनी मान्यताएं हैं. वे इसे अल-बुराक दीवार के रूप में संदर्भित करते हैं. कहा जाता है ये वह स्थान है जहां पैगंबर मुहम्मद ने अल-बुराक को बांधा था, वह जानवर जो उन्हें अल्लाह के पास ले गया था. (Beautiful Mosques In World)

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5. हसन द्वितीय मस्जिद

अगर हसन द्वितीय मस्जिद को मोरोक्को का ताज कहा जाए, तो बिल्कुल भी अतिश्योक्ति नहीं होगी. कैसाब्लांका में अटलांटिक महासागर के नीले पानी को देखने वाली एक चौकी पर स्थित, ये मस्जिद हर मोड़ पर भव्यता और समृद्धि का जादू करता है. इसमें दुनिया की सबसे ऊंची मीनार है, जो 210 मीटर की है. मोरक्कन शिल्प कौशल के बेहतरीन उदाहरणों को प्रदर्शित करते हुए, ये मस्जिद कुछ बेहतरीन हाथ से नक्काशीदार पत्थर और लकड़ी, जटिल संगमरमर के फर्श, सोने का पानी चढ़ा हुआ देवदार छत और अद्भुत ज़िले का घर है. इसमें क़रीब 25,000 लोग आ सकते हैं.

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6. सुल्तान अहमद मस्जिद

इसे सुल्तान अहमद मस्जिद के अलावा ‘ब्लू मस्जिद‘ भी कहा जाता था. तुर्की में स्थित इस मस्जिद की सीलिंग पर हाथ से ब्लू इज्निक शेड में पेंट किए हुए 20,000 टाइल्स लगे हुए हैं, जिसमें फूल, पेड़ और नायाब आर्ट बनी हुई है. ये ओट्टोमैन साम्राज्य के दौरान सुल्तान अहमद प्रथम ने बनवाया था. इसके बाहरी हिस्से में 5 मुख्य गुंबद और 8 माध्यमिक गुंबद बने हैं. ये 6 सुईयों जैसी मीनारों से घिरा हुआ है. इसमें लगे नीले टाइल्स इसे रॉयल वाइब देते हैं. इसमें 200 शीशे की खिड़कियां और ख़ूबसूरत झूमर भी लगे हैं. (Beautiful Mosques In World)

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7. जामा मस्जिद

मुग़ल सम्राट शाहजहां ने दिल्ली में जामा मस्जिद 1644 में बनवाया था. इसमें तीन विशाल दरवाजे, चार टावर, और 40 मीटर ऊंची 2 मीनारें हैं, जो लाल बलुआ पत्थर और सफ़ेद संगमरमर से बनी हैं. जामा मस्जिद को भारत का दूसरा सबसे बड़ा मस्जिद कहा जाता है. ये मुग़ल आर्किटेक्चर के सबसे बेहतरीन आर्टवर्क में से एक है और ये मेका की दिशा में बना हुआ है. ईद के दिन इसकी रौनक देखते ही बनती है. इसका फ्रंट कोर्टयार्ड क़रीब 99 स्क्वायर मीटर में फ़ैला हुआ है और 25,000 लोग इसमें आ सकते हैं. हॉल में तीन विशाल संगमरमर के गुंबद बने हुए है, जिनकी नक्काशी बेहतरीन है. 

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8. सुल्तान क़बूस ग्रैंड मस्जिद

ओमान में स्थित ये मस्जिद रिच आर्टिस्टिक टेस्ट और खुले नेचुरल बगीचों का बेहतरीन मिश्रण है. इसमें एक बार में क़रीब 20,000 लोग नमाज़ पढ़ सकते हैं. सुल्तान क़बूस बिन सेड ने इस मस्जिद को अपने शासन के 30 साल पूरे होने की ख़ुशी में साल 2001 में इसका निर्माण करवाया था. इस बिल्डिंग की डिज़ाइन 1993 में हुए आर्किटेक्चर कंपटीशन से चूज़ की गई थी और इसके निर्माण को पूरे होने में 6 साल का समय लगा था. ये मस्जिद मुख्य प्रार्थना कक्ष, महिलाओं के लिए प्रार्थना कक्ष, लाइब्रेरी और लेक्चर थिएटर में बंटा हुआ है. इसके मेन हॉल इंटीरियर को सफ़ेद और डार्क ग्रे पत्थरों से सजाया गया है. इसमें चार गुंबद भी हैं, जो 50 मीटर लंबे हैं.  (Beautiful Mosques In World)

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9. वज़ीर ख़ान मस्जिद

पाकिस्तान के लाहौर में बसी ये मस्जिद मुग़ल सम्राट शाहजहां द्वारा बनवाई गई एक और शानदार इमारत का उदाहरण है. इसको उस दौरान पंजाब के वज़ीर हाकिम शेख़ इल्म-उद-दिन अंसारी ने बनाया था और इसको बनने में क़रीब 7 सालों का वक़्त लगा था. ये लाहौर के किले में मुग़ल सम्राटों के प्रवेश के लिए 13 गेटों में से एक दिल्ली गेट के क़रीब स्थित है. ये 4 मीनारों से घिरी हुई है, जो काफ़ी ग्रैंड हैं. यह प्रचीन काल की विशिष्ट आर्किटेक्चर शैली की याद दिलाता है. इसमें आपको उस दौरान की काशी करी के काम की भी झलक दिखाई देगी. 

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10. क्रिस्टल मस्जिद

मलेशिया में ये मस्जिद 2008 में बनवाई गई थी. इसकी संरचना स्टील, ग्लास और क्रिस्टल से की गई है. ये दुनिया की ऐसी पहली मस्जिद है, जिसमें सोलर पैनल्स, वाई-फ़ाई कनेक्शन और इलेक्ट्रॉनिक कुरान है. ये चारों ओर से पानी से घिरी हुई है और स्टील और ग्लास के होने की वजह से ये पानी में रिफ़लेक्ट करती है. शाम के दौरान इसका नज़ारा और शानदार होता है. 

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ये मस्जिदें बेहतरीन आर्किटेक्चर का नमूना हैं.