Dhunuchi Naach Durga Puja: दुर्गा पूजा का त्योहार जारी है. आपके आस-पास भी पंडाल लगे होंगे जहां जाकर लोग पूजा अर्चना कर रहे हैं और डांडिया खेल इसे मना रहे हैं. वैसे दुर्गा पूजा से जुड़ी एक और प्रथा है जो इतनी फ़ेमस है वो इसकी पर्यायवाची बन गई है.
ये है धुनुची नाच, जो अक्सर बंगाल या फिर बंगाली लोगों के पंडाल में देखने को मिलता है. असल में ये दुर्गा पूजा का एक अभिन्न अंग बन चुका है. चलिए जानते हैं क्या होता है धुनुची नाच और क्यों इसे किया जाता है?
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धुनुची नाच क्या है? (What Is Dhunuchi Naach)
धुनुची नाच ढाक की थाप पर किया जाने वाला एक नृत्य है जिसे दुर्गा पूजा के दौरान शाम की आरती करते हुए श्रद्धालु करते हैं. मिट्टी से बनी धुनुची में लोग नारियल की भूसी, हवन सामग्री और कपूर रखकर जलाया जाता है और इसे लोग हाथ या फिर दांतों में फंसा कर ढाक की ताल पर नृत्य करते हैं. इसमें धुनुची को जिस तरह से श्रद्धालु बैलेंस करते वो देख लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं.
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दुर्गा पूजा में धुनुची नृत्य का क्या महत्व है? (Dhunuchi Naach Significance)
ऐसा मान्यता है कि ये नृत्य करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और धुनुची करने वाले की सारी मनोकामना पूर्ण करती हैं. ये भी कहा जाता है कि इस नृत्य से मां दुर्गा को शक्ति मिलती है. इसलिए इसे शक्ति नृत्य भी कहते हैं.
आइए अब तस्वीरों के साथ भगवती मां को प्रसन्न करने वाले इस ख़ास नृत्य की झलक देख लेते हैं…
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