हमारा इतिहास राजाओं की वीरता, क्रूरता और उदारता से भरा पड़ा है. कोई राजा बहुत वीर था कोई तानाशाह तो कोई क्रूर, लेकिन मशहूर सब थे. मगर आप जानते हैं इतिहास के पन्नों में एक ऐसे राजा की दास्तां भी लिखी है, जो अपनी सनक के लिए मशहूर था और उसकी सनक भी बड़ी अजीब थी. उसे अपनी सेना में लंबे कद के सैनिकों को रखने का शौक़ था और वो उन्हें मोटी रक़म भी देता था.
ये भी पढ़ें: ईदी अमीन: युगांडा का वो खूंखार तानाशाह जो भारतीयों से करता था नफ़रत, दुनिया की नज़रों में था आदमखोर
दास्तां प्रशा राज्य के एक राजा फ़्रेडरिक विलियम प्रथम (Frederick William I) की है, वो प्रशा राज्य जो 1932 में जर्मनी में विलय हो गया. हालांकि, फ़्रेडरिक विलियम प्रथम बहुत शांत और उदार स्वभाव का राजा था. उसने अपने शौक़ को क़ायम रखने के लिए लंबे कद के इतने ज़्यादा सैनिकों को अपनी सेना में भर्ती कर लिया कि उसकी सेना में क़रीब 83 हज़ार सैनिक हो गए, जो इसके राजा बनने से पहले क़रीब 38 हज़ा ही थे.
दरअसल, राजा के राज्य में लंबे कद के सैनिकों की जो रेजिमेंट तैयार की गई थी वो बाकी सेना से अलग थी और उसका नाम ‘Potsdam Giants’ था. इस रेजिमेंट में सारे सैनिक 6 फ़ीट के थे और जो सबसे लंबा सैनिक था, उसकी लंबाई 7 फ़ीट 1 इंच थी और उसका नाम जेम्स किर्कलैंड था.
राजा के राज्य में सैनिकों को रक़म तो बहुत मोटी मिलती थी, लेकिन ये रक़म युद्ध में जीतने पर नहीं, बल्कि राजा का मनोरंजन करने के लिए मिलती थी. इतने लंबे-चौड़े कद वाले सैनिकों को राजा के सामने नाच-गाना करने के लिए तैयार किया जाता था. इसलिए अगर देखा जाए तो राजा के दरबार में सैनिकों को नाच गाकर अपनी बेइज़्ज़ती कराकर रक़म कमाने को मिलती थी.
ये भी पढ़ें: कहानी बिहार के उस सूरमा की जिसने अंग्रज़ों को हराने के लिये काट लिया था अपना हाथ
उदास होने पर राजा इन सभी सैनिकों को अपने महल में बुलाकर नाचने को कहता था साथ ही महल के अंदर ही मार्च भी करवाता था. Frederick William I 1713 से लेकर 1740 तक प्रशा पर राज किया. इसके बाद 31 मई 1740 को उसने अलविदा कह दिया.
आपको बता दें, फ़्रेडरिक के शासनकाल में ‘Potsdam Giants’ में सैनिकों की संख्या लगभग 3 हज़ार हो गई थी. उसकी मौत के कई सालों बाद तक ये रेजिमेंट रही, फिर 1806 में राजा फ़्रेडरिक के बेटे फ़्रेडरिक ग्रेट ने उस रेजिमेंट को ख़त्म कर दिया और लंबे सैनिकों को उसी रेजिमेंट में रख दिया जिसमें सारे सैनिक रहते थे.